अंत में कुछ ठीक नहीं होता

अंत में कुछ ठीक नहीं होता
अंत में सिर्फ अंतिम संस्कार होता है
जी लो जो जैसा जब जितना मिले
घूम लो , सपने देखने को कर मेहनत उसके लिए शिद्दत से , प्रेम हो जी लो उसको, दोस्त मिले निभा लो
परिवार मिला सेवा भाव कर लो उनके लिए
हस लो, रो लो, चिल्ला लो,
जो मिला उसका शुक्रिया करो
ये दुआ करो सबकी बेहतरी की।
जी लो हर लम्हे को, कुछ भी ग्रांटेड मत लो जिंदगी में
फिर प्रेम हों, दोस्त हो वक्त हो, परिवार हो, मौके हो, संस्थान हो, पैसा हो, वक्त हो, सेहत हो, रिश्ते हो, जी लो सबके साथ जीतना ऊपर वाला मौका दे रहा है।