Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Nov 2024 · 1 min read

ਉਂਗਲੀਆਂ ਉਠਦੀਆਂ ਨੇ

ਉਂਗਲੀਆਂ ਉਠਦੀਆਂ ਨੇ ਮੇਰੇ ਖੰਭ ਖਿਲਾਰਨ ਤੇ ਕਿਉਂ
ਜ਼ੁਬਾਨਾਂ ਖਾਮੋਸ਼ ਨੇ ਮੇਰੇ ਜ਼ੁਲਮ ਸਹਾਰਨ ਤੇ ਕਿਉਂ।

ਕਿਉਂ ਜਦੋਂ ਵੀ ਮੈਂ ਨਵੀਂ ਪੁਲਾਂਘ ਚਾਹੀ ਹੈ ਪੁੱਟਣੀ।
ਮੈਨੂੰ ਲਾ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ ਵਿਹੜਾ ਬੁਹਾਰਨ ਤੇ ਕਿਉਂ।

ਕਿਉਂ ਮੇਰੇ ਨਾਮ ਦੀ ਤਖ਼ਤੀ ਉਸ ਘਰ ਤੇ ਨਹੀਂ
ਫੇਰ ਮੈਨੂੰ ਰੱਖਿਆ ਗਿਆ ਉਸਨੂੰ ਸੰਵਾਰਨ ਤੇ ਕਿਉਂ।

ਕਿਉਂ ਮੇਰੇ ਲਈ ਪਰਦਾ ,ਤੇ ਬੰਦ ਬੂਹੇ ਬਾਰੀਆਂ
ਮਰਦ ਨੂੰ ਮੱਤ ਦਿੱਤੀ ਨਹੀਂ ਮੈਨੂੰ ਤਾੜਨ ਤੇ ਕਿਉਂ।

ਔਲਾਦ ਸਾਂਭੀ,ਘਰਬਾਰ ਸਾਂਭਿਆ ,ਸਾਂਭੇ ਮਾਂ ਬਾਪ
ਵਕਤ ਹੀ ਨਹੀਂ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ ਮੈਨੂੰ ਖ਼ੁਦ ਨੂੰ ਸ਼ਿੰਗਾਰਨ ਤੇ ਕਿਉਂ।

ਸੁਰਿੰਦਰ ਕੌਰ

Language: Punjabi
104 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all

You may also like these posts

झूलें नंदकिशोर
झूलें नंदकिशोर
RAMESH SHARMA
वृक्ष लगाना भी जरूरी है
वृक्ष लगाना भी जरूरी है
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
* शब्दों की क्या औक़ात ? *
* शब्दों की क्या औक़ात ? *
भूरचन्द जयपाल
😊
😊
*प्रणय प्रभात*
गर छोटा हो तुम छोटा
गर छोटा हो तुम छोटा
AJAY AMITABH SUMAN
शब्द सुनता हूं मगर मन को कोई भाता नहीं है।
शब्द सुनता हूं मगर मन को कोई भाता नहीं है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
वो मुझे पास लाना नही चाहता
वो मुझे पास लाना नही चाहता
कृष्णकांत गुर्जर
प्रेम रंग में रंगी बांसुरी भी सातों राग सुनाती है,
प्रेम रंग में रंगी बांसुरी भी सातों राग सुनाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ताई आले कावड ल्यावां-डाक कावड़िया
ताई आले कावड ल्यावां-डाक कावड़िया
अरविंद भारद्वाज
4530.*पूर्णिका*
4530.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रातों की सियाही से रंगीन नहीं कर
रातों की सियाही से रंगीन नहीं कर
Shweta Soni
पर्यावरण से न कर खिलवाड़
पर्यावरण से न कर खिलवाड़
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
People often think that living out of state or country alone
People often think that living out of state or country alone
पूर्वार्थ
बाहर मीठे बोल परिंदे..!
बाहर मीठे बोल परिंदे..!
पंकज परिंदा
चाहत
चाहत
Phool gufran
*आए अंतिम साँस, इमरती चखते-चखते (हास्य कुंडलिया)*
*आए अंतिम साँस, इमरती चखते-चखते (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
गुरु
गुरु
सोनू हंस
ख़्वाब में पास थी वही आँखें ।
ख़्वाब में पास थी वही आँखें ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
राखी का मोल🙏
राखी का मोल🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
वक्त
वक्त
Mansi Kadam
आहवान
आहवान
नेताम आर सी
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
नव वर्ष सुन्दर रचे, हम सबकी हर सोंच।
नव वर्ष सुन्दर रचे, हम सबकी हर सोंच।
श्याम सांवरा
बाजार री चमक धमक
बाजार री चमक धमक
लक्की सिंह चौहान
वसन्त का स्वागत है vasant kaa swagat hai
वसन्त का स्वागत है vasant kaa swagat hai
Mohan Pandey
दिल में एहसास भर नहीं पाये ।
दिल में एहसास भर नहीं पाये ।
Dr fauzia Naseem shad
आत्मनिर्भर नारी
आत्मनिर्भर नारी
Anamika Tiwari 'annpurna '
“लोहड़ी और मकर संक्रांति की शुभकामना”
“लोहड़ी और मकर संक्रांति की शुभकामना”
DrLakshman Jha Parimal
दोहा एकादश ...  राखी
दोहा एकादश ... राखी
sushil sarna
समझ
समझ
Dinesh Kumar Gangwar
Loading...