शहर में मुझे मेरे आशिक नही मिलते ।

शहर में मुझे मेरे आशिक नही मिलते ।
क्यों कोई मुझसे वाकिफ़ नही मिलते ।
चला हूँ वफाओं का दामन फैलाये हुए,
मेरी वफाओ को साज़िद नही मिलते ।
…”निश्चल”@….
शहर में मुझे मेरे आशिक नही मिलते ।
क्यों कोई मुझसे वाकिफ़ नही मिलते ।
चला हूँ वफाओं का दामन फैलाये हुए,
मेरी वफाओ को साज़िद नही मिलते ।
…”निश्चल”@….