Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2024 · 1 min read

मौत का डर

जिंदगी एक पतंग की डोर है,
जो बिन पूछे चली जाती है।
तलवार की धार पर खड़े है लोग,
पता नही चलता कब कट जाती है।
एक पल की जिंदगी है तब भी,
गुमान क्यूं इतना दिखलाती है।
ना जीने का डर, होकर निडर,
जिंन्दगी ऐसी खेल खेल जाती है।
जिंदगी अनमोल है ऐसी ,
तब भी मौत गले लगा लेती है।

अनिल “आदर्श”

Language: Hindi
164 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल "आदर्श"
View all

You may also like these posts

कोई गुरबत
कोई गुरबत
Dr fauzia Naseem shad
मुल्क का नक्शा ऐसा नहीं होता
मुल्क का नक्शा ऐसा नहीं होता
अरशद रसूल बदायूंनी
क़सम
क़सम
Shyam Sundar Subramanian
अगर सपने आपके है तो चुनौतियां भी आप की होंगी  और कीमत भी आपक
अगर सपने आपके है तो चुनौतियां भी आप की होंगी और कीमत भी आपक
Sanjay ' शून्य'
- अगर ना होता पेट तो ना होती किसी से भी भेट -
- अगर ना होता पेट तो ना होती किसी से भी भेट -
bharat gehlot
विदेशी आक्रांता बनाम मूल निवासी विमर्श होना चाहिए था एक वामप
विदेशी आक्रांता बनाम मूल निवासी विमर्श होना चाहिए था एक वामप
गुमनाम 'बाबा'
वो सड़क का मोड़
वो सड़क का मोड़
सुशील भारती
जितनी बार भी तुम मिली थी ज़िंदगी,
जितनी बार भी तुम मिली थी ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चांदनी रात में बरसाने का नजारा हो,
चांदनी रात में बरसाने का नजारा हो,
Anamika Tiwari 'annpurna '
“कभी मन करे तो कुछ लिख देना चाहिए
“कभी मन करे तो कुछ लिख देना चाहिए
Neeraj kumar Soni
पर्वत, दरिया, पार करूँगा..!
पर्वत, दरिया, पार करूँगा..!
पंकज परिंदा
व्यथा बेटी की
व्यथा बेटी की
संतोष बरमैया जय
मेरे अंदर भी इक अमृता है
मेरे अंदर भी इक अमृता है
Shweta Soni
आए थे बनाने मनुष्य योनि में पूर्वजन्म की बिगड़ी।
आए थे बनाने मनुष्य योनि में पूर्वजन्म की बिगड़ी।
Rj Anand Prajapati
मैंने देखा नहीं रंगों से जुदा करके उसे ,
मैंने देखा नहीं रंगों से जुदा करके उसे ,
P S Dhami
तिरस्कार में पुरस्कार
तिरस्कार में पुरस्कार
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जीवन आसान नहीं है...
जीवन आसान नहीं है...
Ashish Morya
..
..
*प्रणय प्रभात*
*एक जन्म में जाने कितने, हमने जन्म जिए हैं (हिंदी गजल)*
*एक जन्म में जाने कितने, हमने जन्म जिए हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
जब सिस्टम ही चोर हो गया
जब सिस्टम ही चोर हो गया
आकाश महेशपुरी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सोने की चिड़िया
सोने की चिड़िया
Bodhisatva kastooriya
नन्हा मुन्ना
नन्हा मुन्ना
Dr Archana Gupta
वक्त और एहसास
वक्त और एहसास
पूर्वार्थ देव
🍀 *गुरु चरणों की धूल*🍀
🍀 *गुरु चरणों की धूल*🍀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग..... मिलन की चाह
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग..... मिलन की चाह
Neeraj Kumar Agarwal
इस देश की ख़ातिर मिट जाऊं बस इतनी ..तमन्ना ..है दिल में l
इस देश की ख़ातिर मिट जाऊं बस इतनी ..तमन्ना ..है दिल में l
sushil sarna
हां तुम दीवाने हो
हां तुम दीवाने हो
Jyoti Roshni
50….behr-e-hindi Mutqaarib musaddas mahzuuf
50….behr-e-hindi Mutqaarib musaddas mahzuuf
sushil yadav
दोस्तों !
दोस्तों !
Raju Gajbhiye
Loading...