बाबा जी
मौसम ठीक कराना है तो,
बाबा जी बोलो तुम।
मई जून भी बन गया शिमला,
अब तो गर्मी छोडो तुम।।
गर्मी बहुत जरूरी बाबा,
इनको ठंडा करना है।
बिन गर्मी के समझ सके ना,
इनको डंडा करना है ।।
हम को पता प्रताप आपका,
उनको अब समझा देगे।
बाबा जी अब जिद्द को छोडो,
उनको हम समझा देगे ।।
ललकार भारद्वाज