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17 Dec 2021 · 1 min read

उसके चेहरे पर पड़ी झुर्रियां

उसके चेहरे पर पड़ी
झुर्रियां कभी मुस्कुराती हैं तो
कभी उसके दिल से निकलकर
चेहरे पर उभर रहे
बेइन्तहा दर्द को अपनी खाल के नीचे छिपाती हैं
आहिस्ता आहिस्ता पर
सीखती जा रही हैं
जीने का सलीका
समझ रही हैं कि
यह सब करने की भी शायद जरूरत
नहीं
किसे फुरसत है कि
देखे निगाह उठाकर
किसी के चेहरे की तरफ
उसकी झुर्रियों के नीचे छिपे दर्द को या
उनसे उभरती मुस्कुराहटों को।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

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