Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 45 Next मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read चरम सुख चरम सुख (छंदमुक्त काव्य) दैहिक चरम सुख और ब्रह्मस्वरूप परमानन्द, चिरत्व किसमें है... वही बता सकेगा न भला जिसने बारी बारी से दोनों का अनुभव किया है । तुलना तो... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 2 968 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read हार फिर होती नहीं… हार फिर होती नहीं… ~~°~~°~~° मन ठान ले यदि जीत है , तो हार फिर होती नहीं… सोचता है मन यदि , पर्वत शिखर की ऊचाईयाँ। यदि देखता समुन्दर निकट... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 116 Share Chunnu Lal Gupta 11 Feb 2024 · 1 min read !! यह तो सर गद्दारी है !! पग-पग पर रिश्वतखोरी है,यह हक़ उनको सरकारी है सिंगल ड्यूटी, डबल कमाई--यह तो सर गद्दारी है ------ तरह तरह की लूट मची है, माल सभी सरकारी है चोरी, हत्या, लूट,... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · चुन्नू लाल गुप्ता 300 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read वासना और करुणा वासना और करुणा ~~°~~°~~° साथ-साथ रहती दो बहना, एक वासना दूजा करुणा। वासना तन को दग्ध करती , विक्षिप्त मन कर कामाग्नि सुलगाती। मधुप मृदुल आघात करके, विकल मन में... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 111 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल ख़िरद की बात मत करना बुराई से रहेगा दूर वरना हर बधाई से/1 जिसे चाहत समझ आती नहीं उसको कभी फ़ुरसत नहीं मिलती तन्हाई से/2 रुलाकर और को जोड़े करोड़ों... Poetry Writing Challenge-2 1 166 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 2 min read हिन्दुत्व, एक सिंहावलोकन हिन्दुत्व_एक सिंहावलोकन ~~°~~°~~° अतीत की स्मृतियों से , अश्कों के अल्फाज पुछते हैं। खता तो दुश्मनों ने की थी , पर मेरे क्यूँ जख्म गहरे हैं। बटी थी हिन्द की... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 127 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read कलकल बहती माँ नर्मदा कलकल बहती माँ नर्मदा ! कलकल बहती माँ नर्मदा , निश्चल छलछल अविरल धारा । अमरकंटक शिखर से वो निकलती , पूरब दिशा से पश्चिम को बहती । धरा पर... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 124 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read जिन्दगी की किताब में जिन्दगी की किताब में जिन्दगी कहीं नहीं दिखती यह जिन्दगी आखिर होती क्या चीज है मरने के बाद तो यह बिल्कुल ही नहीं दिखती यह भी कुछ कुछ मोहब्बत करके... Poetry Writing Challenge-2 150 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read ख्वाबों में रात भर वह ख्वाब में आये फिर अगली रात ख्वाब में आने का वायदा करके यह सिलसिला यूं ही बदस्तूर चलता रहे तो कितना अच्छा हो हकीकत में नहीं तो... Poetry Writing Challenge-2 1 101 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read खामोशी का रिश्ता हम दोनों के बीच जो रिश्ता है वह खामोशी का है कभी एक लंबे अंतराल के बाद भी गर एक लफ्ज बोलने की भी कोशिश करी जो तो कांच की... Poetry Writing Challenge-2 2 120 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read यह ख्वाब रात भर सपनों में एक ख्वाब बन चले सुबह जो उठूं आंख मलते तो वह ख्वाब कहीं न मिले यह ख्वाब रात का चांद होते हैं क्या जो सुबह होते... Poetry Writing Challenge-2 1 81 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read मेरी वफा की राह में यह सुबह की ओस सी मासूम रंगत पर रात की काली स्याही का रंग मत चढ़ाओ यह दिन सुबह से शाम तक का सफर ठीक से बीत जाने दो मेरी... Poetry Writing Challenge-2 77 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read उनकी आंखों में भी तुमने मेरे लिए गुलाब भेजे हैं गुलाबी रंगत लिए फूल भेजे हैं लाजवाब भेजे हैं बेहिसाब भेजे हैं इनके साथ अब तक जी रहे कांटों को उखाड़कर कहां फेंक आये... Poetry Writing Challenge-2 81 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read एक हद मुकर्रर करो हर चीज की एक हद मुकर्रर करो तराशो मुझे पर इतना नहीं कि टूट के बिखर जाऊं पत्थर से पत्थर की मूरत करो संगमरमर से संगमरमर का महल करो पत्थर... Poetry Writing Challenge-2 100 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read दिल के मकान का दिल के मकान का अब कोई कमरा नहीं खाली सब वापिस जाओ सब भर चुका है कोना कोना दिल थक चुका है दिल मेरा अब कभी जिंदा न होगा हमेशा... Poetry Writing Challenge-2 86 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read बारिश बारिश ~~°~~°~~° उम्मीद का बादल अधर में, पर बारिश कहाँ है, कहाँ चैन दिल में। मैल मन का धुलता यदि न , होता है फिर सुर्ख़ नैन तन में। नीर... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 98 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read मेरे घर के दरवाजे दरवाजा हवा नहीं खटखटाती कोई न कोई हमेशा होता है जब भी उसे खोलो तो यह काम के सिलसिले कब थमेंगे यह वक्त के दौड़ते पहिये कब रुकेंगे मेरा साथ... Poetry Writing Challenge-2 91 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read ऐ जिन्दगी न जिया जाये न मरा जाये ऐ जिन्दगी फिर तू ही बता क्या किया जाये कितने भी सवाल पूछे जवाब न हां मिले न ही न मिले सवालों की भरमार... Poetry Writing Challenge-2 1 77 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read यह मोहब्बत यह मोहब्बत कभी दिलवालों के नसीब में नहीं होती दरअसल झूठ में, फरेब में और बनावटीपन में एक आकर्षण होता है सच की सुंदरता का रूप और रंग इस झूठी... Poetry Writing Challenge-2 51 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read कला कला कला बिना जग सूना लागे , मानव,पूंछहीन पशु के है समान , ज्ञान यदि पहचान दिलाता , कला ही है जो देता सम्मान। कला से विकृति को ढक लो... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 100 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read दिल का मौसम लोग कहते हैं कि मौसम रंग बदल रहा है करवट ले रहा है कभी गुलाबी तो कभी शबनमी हो रहा है मेरे दिल का मौसम तो कभी न बदले यह... Poetry Writing Challenge-2 65 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read एक लम्हे में तारीख पर तारीख तारीख पर तारीख जिन्दगी सिमट रही है एक लम्हे में ऐसे जैसे एक ओस की बूंद का किसी फूल पर पल भर को ठहरना उसे पड़ रहा... Poetry Writing Challenge-2 63 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read बदसलूकी मेरे कमरे की खिड़कियों के सारे शीशे टूट गये मेरे घर के बगीचे में लगे सारे पेड़ों के फूल झड़ गये मेरे ख्वाब मुझे रात को नींद में न मिले... Poetry Writing Challenge-2 52 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read आरंभ आरंभ आरंभ यदि मन से करे तो , सभी कारज पूर्ण हो जाएंगे। संकल्प यदि दृढ़ साथ लगा ले , असफलता कभी न आयेंगे। विश्वास हो,मन में आस का सदिखन... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 94 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read मेहंदी की खुशबू मेरे हाथों पर मेहंदी नहीं लगी है पर मेहंदी की खुशबू आती है बात है यह बरसों पुरानी पर आज भी उसकी याद एक हवा के ताजे सुगन्धित झोंके सी... Poetry Writing Challenge-2 112 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 11 Feb 2024 · 1 min read 13, हिन्दी- दिवस "हिन्दी-दिवस" पर ही... क्यों हम हिन्दी को याद करे, हम रोज इसका प्रयोग करते हैं... फिर क्यों न इसका... प्रतिदिन सम्मान करे। हम हिन्दूओं की... राष्ट्रीय भाषा है 'हिन्दी'। हम... Poetry Writing Challenge-2 163 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read घर की कैद घर की कैद मुझे खुद के दिल के तहखाने तक ले गई जहां मुझे खुदा मिला अपने घर की छत का खुला आसमान तो न मिला पर कायनात के सारे... Poetry Writing Challenge-2 57 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read उसके जाने से उसके जाने से यह घर खाली हो गया कोना कोना सुनसान हो गया आबाद इलाके में भी चहुं ओर वीरानगी का बसेरा हो गया कुछ लोगों को तो जब कोई... Poetry Writing Challenge-2 83 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read एक दीवाना ऐसा भी इश्क का भूत चढ़ता है और वक्त के चलते उतर भी जाता है लेकिन एक दीवाना ऐसा भी जिसे राख के ढेर से इस कदर दीवानगी हुई कि वह उसकी... Poetry Writing Challenge-2 132 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read पुकार मैं कुछ बोली भी नहीं और सब कुछ सुन लिया अच्छा कुछ नहीं सब बुरा ही सुना मैंने कुछ किया भी नहीं और मैंने सब कुछ गलत कर दिया मैं... Poetry Writing Challenge-2 51 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 2 min read अनहद नाद अनहद नाद अनहद नाद की प्यासी है श्रुतिपुट… अनन्त शून्य की ऊचाईयों से, समुन्दर की गहराईयों तक । अनंत शब्दों का नाद सुना मैंने, पर मन को न भाया कोई... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 125 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read दिल का दर्द जो वस्तु सबसे प्रिय वह सबसे अधिक दूर जिससे खुद को बचाना चाहो वह साये की तरह पीछे पीछे भागे एक आग के जलजले की तरह पीछा करे लकड़ी के... Poetry Writing Challenge-2 59 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read एक बड़ी कीमत प्रेम कहीं नहीं फिर भी प्रेम का ही गुणगान दाना चुगने रोज आती एक चिड़िया दाने का जबकि कहीं न नामोनिशान उम्मीद की धुन पर नाचता हाड़ मांस का एक... Poetry Writing Challenge-2 47 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 2 min read वेदों की जननी…नमन तुझे! वेदों की जननी…नमन तुझे! वेदों की जननी…नमन तुझे! नमन तुझे, माँ नमन तुझे!! जीवन के संतापो को करे नाश, क्षुधा,पिपासा सब करे शांत, वो कल्पवृक्ष गायत्री तुम हो। मिटाकर अज्ञान... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 89 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read रेगिस्तान के महल तक मैं खुश हूं फिर भी कुछ चाह रही हूं क्या मुझे भी शायद नहीं पता जिन्दगी पास है फिर भी इसे पाना चाह रही हूं पानियों की धाराओं के बीच... Poetry Writing Challenge-2 56 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 11 Feb 2024 · 1 min read 12, कैसे कैसे इन्सान अपने जीवन में... ना जाने कितने किरदार निभाता है इंसान, कभी- कभी... इन्सान होकर भी, इन्सानियत नहीं निभाता है इन्सान। दौलत कमाकर भी, सुखी नहीं रहता, ना जाने कैसे... सुकून... Poetry Writing Challenge-2 132 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read प्रेम की अनमोल पूंजी जिसके मन में प्रेम भरा हो और जो हो प्रेम का सागर उसे जीवन में प्रेम न मिले तो उसका हश्र क्या होगा वह कृष्ण की भक्ति में डूबा मीरा... Poetry Writing Challenge-2 66 Share Minal Aggarwal 11 Feb 2024 · 1 min read तितलियां पहले कभी कितनी तितलियां मंडराती रहती थी घरों के कमरों, बरामदों, आंगन, पिछवाड़े और छत पर यूं ही बिना बागों के बिना फूलों के अब तो यह शहर से दूर... Poetry Writing Challenge-2 129 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read कर्मफल कर्मफल “” “” “” कर्मफल में आसक्त मनुज, इंसाफ नहीं कर पाता है। अपने ही अंतर्मन से वो, बार-बार घबराता है । कहता है मन, उस नर का, मुझे खुली... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 162 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read शाकाहार बनाम धर्म शाकाहार बनाम धर्म ~~°~~°~~° शाकाहार ही है, धर्म का पहला आधार चाहे कोई भी धर्म हो,शुध्द होवे आहार हिंसा है यदि निर्दोष के प्रति,तो धर्म कैसा दया करूणा से ही... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 102 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे करेंगे लोग सज़दा सब बुरा सिस्टम हिला दोगे/1 बहानों से यहाँ मंज़िल नहीं हासिल कभी होती करो मेहनत जले शोले भी... Poetry Writing Challenge-2 84 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read मृगतृष्णा मृगतृष्णा ~~~~~ मृगतृष्णा की चादर ओढ़, भटक रहा मानव इस जग में। मातृगर्भ से वर्तमान तक, खुद को समझ न पाया जग में । जन्म लिया निर्मल काया थी, शैशव... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 120 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल नज़र तुमसे मिली समझा मुहब्बत का असर क्या है तुझे देखा क़सम से सुन भुला बैठा क़मर क्या है/1 सुनी तारीफ़ थी मैंने तुझे देखा अधिक पाया समझ आया अभी... Poetry Writing Challenge-2 1 89 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read त्याग त्याग कर्म तो कभी तज सकते नहीं, कर्मफल का त्याग करो बंदे । अंतकाल राम मुख आवत नाहिं , पहले से राम जपो बंदे… इच्छाएँ अनंत,तेरे वश में नहीं ,... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 181 Share Poonam Matia 11 Feb 2024 · 1 min read *नयी पीढ़ियों को दें उपहार* बच्चो भारत लगाये गुहार- ‘कूड़ा डालें ‘बिन’ में हर बार’ खाएं चोकलेट, वेफर जितनी बार, आइसक्रीम से भी कर लें प्यार पर छिलके, ढक्कन, रैपर खाली सड़क पे फैकना, है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 5 1 1k Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read निर्गुण सगुण भेद निर्गुण सगुण भेद ~°~°~°~°~ जब चक्षु विकल हो सकल प्रेम को… तब निर्गुण सगुण भेद मिट जाता है। निराकार जब साकार ब्रह्म, बनकर प्रियतम छा जाता है। ऊर्जा का संचार... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 139 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read गुलामी के पदचिन्ह गुलामी के पदचिन्ह ~~^~^~~~~~~~ गुलामी के पदचिन्हों पर चलना , क्यों जरूरी है… ? जन्मदिन पर मोमबत्ती जलाना , फूंक मार फिर इसे बुझाना , क्यों जरूरी है… ? झूठी... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 104 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read सनातन संस्कृति सनातन संस्कृति ~~°~~°~~° गांठ बांध सुन लो इंसानो, सत्य समृद्ध स्वरूप को जानो। सनातन संस्कृति सर्वश्रेष्ठ धरा पर, दिल से तुम मानो न मानो। दया प्रेम का भाव जो रहता,... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 108 Share Mahesh Tiwari 'Ayan' 11 Feb 2024 · 1 min read अपने ही चमन के फूल थे वो काँटे बनकर सीने मे चुभे अपने ही चमन के फूल थे वो अब नाम से भी जो जलते हैं इस दिल के कभी हुजूर थे वो हर सितम सहे और... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 66 Share मनोज कर्ण 11 Feb 2024 · 1 min read नास्तिक सदा ही रहना… नास्तिक सदा ही रहना… ~~°~~°~~° मन से अहं निकाल लो,फिर नास्तिक सदा ही रहना… खुद को यदि तुम जान लो,फिर धर्मविमुख ही रहना। माता-पिता गुरु हरि रूप है,उन्हें श्रद्धा के... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 126 Share Previous Page 45 Next