Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2024 · 1 min read

ऐ जिन्दगी

न जिया जाये
न मरा जाये
ऐ जिन्दगी
फिर तू ही बता
क्या किया जाये
कितने भी सवाल पूछे
जवाब न हां मिले
न ही न मिले
सवालों की भरमार है
बौछार है पर
जवाबों के सिलसिलों का
न कहीं
नामोनिशान है
जिन्दगी तू कभी बोर
लगती है
कभी दिलचस्प
तू ही बता
तेरा दोस्त बना जाये या
दुश्मन बना जाये
तुझसे वफा करूं या
बेवफाई
या तेरा हाथ छोड़ दूं और
मौत के गले लगूं।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 39 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Minal Aggarwal
View all
You may also like:
सपने
सपने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मृदुलता ,शालीनता ,शिष्टाचार और लोगों के हमदर्द बनकर हम सम्पू
मृदुलता ,शालीनता ,शिष्टाचार और लोगों के हमदर्द बनकर हम सम्पू
DrLakshman Jha Parimal
*आओ चुपके से प्रभो, दो ऐसी सौगात (कुंडलिया)*
*आओ चुपके से प्रभो, दो ऐसी सौगात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
धड़कनो की रफ़्तार यूँ तेज न होती, अगर तेरी आँखों में इतनी दी
धड़कनो की रफ़्तार यूँ तेज न होती, अगर तेरी आँखों में इतनी दी
Vivek Pandey
"सुगर"
Dr. Kishan tandon kranti
3016.*पूर्णिका*
3016.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बंद करो अब दिवसीय काम।
बंद करो अब दिवसीय काम।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
*याद तुम्हारी*
*याद तुम्हारी*
Poonam Matia
काल के काल से - रक्षक हों महाकाल
काल के काल से - रक्षक हों महाकाल
Atul "Krishn"
लइका ल लगव नही जवान तै खाले मलाई
लइका ल लगव नही जवान तै खाले मलाई
Ranjeet kumar patre
आज, पापा की याद आई
आज, पापा की याद आई
Rajni kapoor
हिंदी दिवस पर विशेष
हिंदी दिवस पर विशेष
Akash Yadav
चूड़ी पायल बिंदिया काजल गजरा सब रहने दो
चूड़ी पायल बिंदिया काजल गजरा सब रहने दो
Vishal babu (vishu)
बुंदेली दोहा- चिलकत
बुंदेली दोहा- चिलकत
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
पथिक आओ ना
पथिक आओ ना
Rakesh Rastogi
मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा
मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा
VINOD CHAUHAN
अच्छी थी पगडंडी अपनी।सड़कों पर तो जाम बहुत है।।
अच्छी थी पगडंडी अपनी।सड़कों पर तो जाम बहुत है।।
पूर्वार्थ
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
चांद सी चंचल चेहरा 🙏
चांद सी चंचल चेहरा 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जाने क्यों तुमसे मिलकर भी
जाने क्यों तुमसे मिलकर भी
Sunil Suman
लिख दो किताबों पर मां और बापू का नाम याद आए तो पढ़ो सुबह दोप
लिख दो किताबों पर मां और बापू का नाम याद आए तो पढ़ो सुबह दोप
★ IPS KAMAL THAKUR ★
दस्तूर ए जिंदगी
दस्तूर ए जिंदगी
AMRESH KUMAR VERMA
सच्चाई ~
सच्चाई ~
दिनेश एल० "जैहिंद"
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
Shweta Soni
Love
Love
Abhijeet kumar mandal (saifganj)
कोई बात नहीं देर से आए,
कोई बात नहीं देर से आए,
Buddha Prakash
मन की परतों में छुपे ,
मन की परतों में छुपे ,
sushil sarna
Loading...