Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Mar 2023 · 1 min read

धड़कनो की रफ़्तार यूँ तेज न होती, अगर तेरी आँखों में इतनी दी

धड़कनो की रफ़्तार यूँ तेज न होती, अगर तेरी आँखों में इतनी दीवानगी न होती ।
ज़िंदगी इतनी हसीन न होती, अगर जीने की वजह इतनी ख़ूबसूरत न होती ।।

356 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ठगी
ठगी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
जितना आसान होता है
जितना आसान होता है
Harminder Kaur
श्री गणेश का अर्थ
श्री गणेश का अर्थ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Safed panne se rah gayi h meri jindagi
Safed panne se rah gayi h meri jindagi
Sakshi Tripathi
गुनहगार तू भी है...
गुनहगार तू भी है...
मनोज कर्ण
चिट्ठी   तेरे   नाम   की, पढ लेना करतार।
चिट्ठी तेरे नाम की, पढ लेना करतार।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
तेवरी आन्दोलन की साहित्यिक यात्रा *अनिल अनल
तेवरी आन्दोलन की साहित्यिक यात्रा *अनिल अनल
कवि रमेशराज
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मत खोलो मेरी जिंदगी की किताब
मत खोलो मेरी जिंदगी की किताब
Adarsh Awasthi
जीवन की धूल ..
जीवन की धूल ..
Shubham Pandey (S P)
अभी भी शुक्रिया साँसों का, चलता सिलसिला मालिक (मुक्तक)
अभी भी शुक्रिया साँसों का, चलता सिलसिला मालिक (मुक्तक)
Ravi Prakash
"स्वार्थी रिश्ते"
Ekta chitrangini
अंतस का तम मिट जाए
अंतस का तम मिट जाए
Shweta Soni
सब अपने नसीबों का
सब अपने नसीबों का
Dr fauzia Naseem shad
💐अज्ञात के प्रति-60💐
💐अज्ञात के प्रति-60💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
#DrArunKumarshastri
#DrArunKumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
घर-घर तिरंगा
घर-घर तिरंगा
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
दुकान वाली बुढ़िया
दुकान वाली बुढ़िया
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
*सीता नवमी*
*सीता नवमी*
Shashi kala vyas
चलो दूर चले
चलो दूर चले
Satish Srijan
"रफ-कॉपी"
Dr. Kishan tandon kranti
अच्छा लगने लगा है !!
अच्छा लगने लगा है !!
गुप्तरत्न
बाल कविता: नानी की बिल्ली
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
Friendship Day
Friendship Day
Tushar Jagawat
खोखला वर्तमान
खोखला वर्तमान
Mahender Singh
दे दो, दे दो,हमको पुरानी पेंशन
दे दो, दे दो,हमको पुरानी पेंशन
gurudeenverma198
खुदा जाने
खुदा जाने
Dr.Priya Soni Khare
रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं
रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
" तुम्हारे इंतज़ार में हूँ "
Aarti sirsat
" मुशाफिर हूँ "
Pushpraj Anant
Loading...