Posts "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 127 authors · 181 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 2 Jul 2023 · 1 min read फितरत मौसम की तरह कैसे बदल जाऊं, यह अदा तो मेरी फितरत नहीं है। मेरा किरदार मेरी अमानत है, कीच उछालो ये इजाजत नहीं है। वक्त के थपेड़ों ने सूरत बदली,... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · ग़ज़ल 119 115 1k Share Dr. Kishan tandon kranti 2 Jul 2023 · 1 min read "फितरत" अजीब है इंसानी फितरत वो करता है कद्र किसी चीज की सिर्फ दो बार ही, एक तो मिलने से पहले दूसरी मर्तबा खो देने के बाद ही। इंसान ये भूल... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 75 123 1k Share Dr P K Shukla 15 Jul 2023 · 1 min read फितरत ए फितरत तेरी दुहाई है तेरे दम पे आशनाई है, तेरी फितरत की सदाकत ने शरारत छुपाई है। जो झुकी नज़रों से भी ये दिल पे वार कर जाएं ,... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 40 30 1k Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 1 Jul 2023 · 1 min read फितरत न झुका किसी के आगे, अब तक यहाँ मैं इतना। ना किसी से प्यार मुझको, न तुमसे लगाव इतना।। है मुझमें कमी क्या कोई, जो मदद किसी की चाहूँ। जरूरत... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 34 5 589 Share Dr.Pratibha Prakash 8 Jul 2023 · 1 min read फितरत अजीब इल्म की रिवायतें बदली इन्सान की फितरत बदल गई न पूजा न इवादत न कोई रिश्ता बचा सजदा भी अब सौदे की बात बन गई न खौफ खुदा का... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 22 13 907 Share आकाश महेशपुरी 5 Jul 2023 · 1 min read फितरत है इंसान की मतलब की दुनिया में अब तो कद्र नहीं अहसान की वादे करना और मुकरना फितरत है इंसान की मीठे मीठे शब्दों से ये अक्सर मधु रस घोलेंगे मन में जलती... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 19 17 4k Share Dr.Pratibha Prakash 8 Jul 2023 · 1 min read फितरत फितरत क्या थी आदमी की फितरत कभी अब देखो क्या हो गई है इन्सान में थी इंसानियत जो आज जाने कहाँ खो गई है पहले पड़ोस खास होता था और... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · गजल 16 8 902 Share Dr fauzia Naseem shad 11 Jul 2023 · 1 min read फितरत वक़्त की फ़ितरत को बदल कर रखते । कैसे तुमको हम निगाहों की हद में रखते ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · शेर 13 345 Share Dr fauzia Naseem shad 11 Jul 2023 · 1 min read फितरत फ़ितरत को जब से अपनी तब्दील है किया । चुभते नहीं हैं हाथ में अब कांटे गुलाब के ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · शेर 13 288 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 2 Jul 2023 · 1 min read मेरी फितरत है, तुम्हें सजाने की मेरी फितरत है, तुम्हें सजाने की, तेरी फितरत है, मुझे मिटाने की। सारा जीवन, तुम पर कुर्बान किया। जो भी था पास मेरे,सब तेरे नाम किया।। मैंने तुमको, सदा बहारें... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 4 233 Share मनोज कर्ण 2 Jul 2023 · 1 min read फितरत फितरत ~~°~~°~~° दरीचे-ए-रूह से देखा जो, उसकी मासूमियत को, गिरते अश्क की हर बूंद में, बेगुनाही के सबूत दिखते हैं। पर इंसान की ये फितरत जो है, वो तो बेगुनाहों... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · ग़ज़ल · फितरत 10 4 721 Share Nitu Sah 7 Jul 2023 · 1 min read फितरत एक पंछी हमें पता है तुम पढ़ें लिखे नवाब हो मगर मेरी फितरत पर कोई व्यंग ना लिखा करो हम जैसे लिखते हैं वैसे ही लिखेंगे कम से कम तुम तो अच्छा... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 10 5 103 Share Mamta Rani 1 Jul 2023 · 1 min read फितरत पता नही लोग इतने मगरूर क्यों है, अपने ही अहम में चूर क्यों है। ना ही रिश्तों की परवाह है, ना कद्र है रिश्तों की। स्वार्थ पर ही टिके हैं... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Poem · कविता · हिंदी Poem 9 2 418 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 1 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत-ए-धूर्त जुबां पे दिलकश दिलफरेबी बातों का शहद, दिल में जहर-ओ-फरेब का समंदर हो ॥ मुस्कराहट के साथ फेरते हो नफरती तिलिस्म, सोचता हूँ कितने ऊपर औ कितने जमीं के अन्दर... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Neel Padam · Neelpadam · नजरिया-ए-नील पदम् · नील पदम् · नील पदम् की कवितायेँ 9 1 1k Share लक्ष्मी सिंह 5 Jul 2023 · 1 min read फितरत रही अच्छी बुरी दोनों,यहाँ इंसान की फितरत। मगर दम तोड़ देती है,हृदय में पल रही हसरत। मुनाफा देखकर बनते,कई रिश्तें जमाने में, अजब अंदाज़ लोगों का, जहाँ मतलब वहीं शिरकत।... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · विधाता छंद 9 5 191 Share Priti chaudhary 6 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत शीर्षक- फ़ितरत फ़ितरत इंसान की अब रोज़ ही बदल रही। रेत सी ये जिंदगी हर घड़ी फिसल रही ।। हज़ारों मायूसियों के बीच दिल तन्हा रहा, जिंदगी की शाम भी... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 3 270 Share Ekta chitrangini 8 Jul 2023 · 1 min read "चालाकी" चालाक लोग को अक्ल नही आती, समझते है चालाकी किसी के समझ नही आती। उनको कौन समझाए तुम मूर्ख हो, बस हमे तो उनकी करतूत पर हँसी आती हैं। ना... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · चालाकी 9 4 170 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 9 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत फ़ितरत को ज़माने की, ये क्या हो गया है भाई अपने भाई से, जुदा हो गया है | रिश्तों की मर्यादा ने , सीमाएं लांघ दी हैं इंसानियत का जज़्बा... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 6 621 Share लक्ष्मी सिंह 9 Jul 2023 · 1 min read मैं और मेरी फितरत रही फितरत हमारी ये कि,मैं चुपचाप रहती हूँ। दिया जो ज़िन्दगी हँसकर,सितम संताप सहती हूँ। पचा लेती ज़हर सारे,सुधा में ढाल देती हूँ। अँधेरा हो जहाँ दीपक,जतन से डाल देती... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · विधाता छंद 9 11 173 Share Nitu Sah 9 Jul 2023 · 1 min read तुमसे मिला तो फितरत को समझा मेरे अफ़कारो को तश्हीर मत समझना मैं खुद जिंदा हूं शब्दों में मोती बनके फितरत ना देखो जी गुज़रे ज़माने की आज मैं जलता भी हूं तो ज्योति बनके।। यही... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 9 2 151 Share Ekta chitrangini 8 Jul 2023 · 1 min read "फितरत" नकाब फ़ितरत का उठाओ तो, चेहरे में शियासत दिखती है। छल कपट के धन दौलत, फ़ितरत भरी सोहरत । सब एक न एक दिन, बेनकाब हो जाती है। बरकत नही... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · फितरत 8 4 265 Share Sûrëkhâ 13 Jul 2023 · 1 min read बदलती फितरत हर लहज़ा, हर फितरत और हर क़िरदार देखा है भरी दुनिया में लोंगो का बदलता व्यवहार देखा है!! लोग मिलते हैं आपसे आपकी हैसियत देखकर! रिश्तों का हमनें भी एक... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · फितरत · बदलती फितरत · व्यवहार · साहित्यपीडिया 8 2 248 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Jul 2023 · 1 min read फितरत दुनिया की... इस दुनिया की ये फितरत है। अपना कहती फिर छलती है। बाहर- बाहर मीठी बातें, पर भीतर चालें चलती है। किए बड़े थे उसने वादे। मगर नहीं थे नेक इरादे।... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 2 193 Share सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life) 1 Jul 2023 · 1 min read बेवफाई की फितरत.. मैं उसकी जमीन पर, खुद को खुदक़िस्मत समझती रही, वो हाथ पकड़कर मेरा आगे बढ़ता रहा, मैं उसकी परछाई में खुद को फना करती रही ।। मेरे सपने एक एक... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 2 667 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Jul 2023 · 1 min read मिट गई गर फितरत मेरी, जीवन को तरस जाओगे। मत मिटाओ फितरत मेरी, बर्ना बदहाल हो जाओगे। मिट गई गर फितरत मेरी, जीवन को तरस जाओगे।। नियम कायदे कानून मेरी फितरत है दिन रात हर लम्हा नियत है तोड़ना... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 8 188 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 2 Jul 2023 · 1 min read चन्द फ़ितरती दोहे फ़ितरत जाने कब यहाँ, कौन रूप दिखलाय कहीं कठोर स्वभाव तो, कहीं सरलता भाय //1.// प्रेम, मित्रता और छल, स्वभाव कहीं ना एक दृष्टि वहीं रहती मगर, दिखते दृश्य अनेक... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 8 5 389 Share Seema gupta,Alwar 2 Jul 2023 · 1 min read फितरत को पहचान कर भी जीवन में मिलने वाला हर शख्स होली-सा लगता है... कोई रंग बदल लेता है...... कोई अपने रंग में रंग दुनिया रंगीन कर देता है। रंग बदलने वालों से दूरी बना... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 8 3 269 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत अपनी अपनी... जान जाते जो तुम्हें हम, दिल न यूँ तुमसे लगाते। क्यों जगाते कामनाएँ, चाहतों को पर लगाते ? जानते जो बेवफाई, है तुम्हारी फ़ितरतों में, जिंदगी के राज अपने, क्यों... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका 8 2 170 Share Jeewan Singh 'जीवनसवारो' 3 Jul 2023 · 1 min read फितरते फतह ये फितरत की कुदरत पर क्यों हजार परत है चढ़ती । ये भोली-भाली सूरत पर क्यों हजार सूरत है गढ़ती ।। ऐसे ही नही बदलती ये फितरत और ये सूरत... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 2 449 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 4 Jul 2023 · 1 min read तेरी फ़ितरत, तेरी कुदरत तेरी फ़ितरत, तेरी कुदरत, तू जाने मेरे मौला हर कोई अपने ख़ुदा को, ख़ुद पहचाने मेरे मौला तेरी फ़ितरत....... बात वही सबने कही है, मीत वही हर रीत वही है... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 8 7 335 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 7 Jul 2023 · 1 min read -- फ़ितरत -- प्रकृति का नियम न बदलेगा बदलना तुझ को होगा हर पल उस की फितरत है अलग सब से तुम्हे चलना ही होगा उसके संग मिलकर !! बेमौसम को तुम अलग... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 4 222 Share Mohini Tiwari 8 Jul 2023 · 1 min read फितरत फितरत-ए-इंसान कुछ ऐसी है कि बदलती नहीं ; बदल जाते हैं हालात पर , हसरतें दिल की मिटती नहीं ; मन पंछी बन दर-दर भटकता , हसीन स्वप्नों का संसार... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 7 156 Share Mamta Rani 2 Jul 2023 · 1 min read रिश्ते रिश्ते पल-पल में फ़ितरत बदले, आजकल लोग जमाने में रिश्ते को ताक पर रखते,रहते हैं सिर्फ धन कमाने में जिंदगी की आपाधापी में,सबकुछ अपना बिखर रहा रोज उम्र घट रही,... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Dil Ke Rishte · Fitrat · Hindi Poem · Kavita · Life 7 4 310 Share goutam shaw 1 Jul 2023 · 1 min read वफा से वफादारो को पहचानो वफा से वफादारो को पहचानो नहीं तो यही आफत बन जाएं । किया आपने प्रेम से आलिंगन छिपा कर बैठा था वह खंजर। कल जो मेरे जश्न में शामिल थे... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 8 392 Share Jeewan Singh 'जीवनसवारो' 1 Jul 2023 · 2 min read फितरती फलसफा जैसी दिखती है ये दुनिया..... दुनिया की फितरत तो नही ! दुनिया बहाए प्रेम दिलों में ऐसी उफनती नफरत तो नही ! लिखती कामयाबी सबकी इक तेरी ही हसरत तो... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 4 594 Share Punam Pande 2 Jul 2023 · 1 min read पल का मलाल अक्सर, कहने वाले को, बेहद , जल्दबाजी होती है अपनी बात , कह देने की और, सुनने वाले का तो क्या ही, कहें। उसको भी कम जल्दी नहीं, बोलने वाले... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Hindi Kavita · कविता · फितरत 7 1 263 Share VINOD CHAUHAN 2 Jul 2023 · 1 min read मेरी फितरत तो देख मैं लड़खड़ा के यूँ चलता हूँ मेरी किस्मत ना देख मैं गिर-गिर के सम्भलता हूँ मेरी फितरत तो देख मैं गिर-गिर के सम्भलता हूँ................ जीवन के इन रास्तों में,डग-डग पर... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · V9द चौहान · कविता 7 380 Share Shyam Sundar Subramanian 2 Jul 2023 · 1 min read मुक़्तज़ा-ए-फ़ितरत इश्क़ में तर्क- ए -वफ़ा का ; वो हमें मोरिद- ए- इल्ज़ाम किए जाते हैं , नादिम हैं वो अपनी फ़ितरत से ; जो इस कदर हमें रुसवा किए जाते... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · काव्य प्रतियोगिता 7 4 163 Share Buddha Prakash 2 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत नहीं बदलनी थी । फ़ितरत नहीं बदलनी थी उसकी, पहली मुलाक़ात मे जो दिखी थी, एक ना एक दिन स्वतः बाहर आना था, हकीकत मे जो अंदर छुपी थी, उम्र कितनी भी गुजर जाए... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · प्रकाश की कविताएं 7 1 246 Share Sukoon 3 Jul 2023 · 1 min read फितरत अगर फितरत को वाटिका का नाम दूँ तो उस में हर्ज ही क्या है ? अगर परिस्थितियों को बिन बुलाए मेहमानों का नाम दूँ तो उस में हर्ज ही क्या... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 7 2 432 Share विजय कुमार अग्रवाल 4 Jul 2023 · 1 min read फितरत या स्वभाव फितरत की परिभाषा क्या है,सबसे जरूरी यही तो हमको समझना है। व्यक्ति के हर एक स्वभाव को हमको,व्यक्ति की फितरत नहीं समझना है।। आदत हर व्यक्ति की कितनी अलग,अलग प्रकार... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 4 290 Share लक्ष्मी सिंह 7 Jul 2023 · 1 min read फितरत सियासत की रही फितरत बदलने की,भरी छल से सियासत है। अदब से पेश आते हैं,कुशल कौशल नजाकत है। अजब फितरत सियासत की, हमेशा खेल खेले है। भरोसा क्या करें इन पर, झमेले... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · गीत · विधाता छंद 7 10 199 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 11 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत-ए-साँप आप जहाँ पाँव रखोगे, ये वहीँ अपनी पूँछ मानेंगे, इनकी यही फ़ितरत है, ये बिना डसे कहाँ मानेंगे। आपकी साधारण लब्धि भी इनके लिए कारण है एक, विष-वमन कर देंगे,... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Neel Padam · Neelpadam · नजरिया-ए-नील पदम् · नील पदम् · नील पदम् की कवितायेँ 7 245 Share Sûrëkhâ 13 Jul 2023 · 1 min read विषय :- काव्य के शब्द चुनाव पर | जीवन भर चुनाव ही करते | हर चीजें हम चुनकर लेते || दोस्त चुनें , हमसफर चुनें | जीवन की हर डगर चुनें || चुनना है इन्सान की फितरत |... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · काव्य के शब्द चुनाव पर। · देश · फितरत · भारतीय समाज · साहित्यपीडिया 7 1 357 Share Dushyant Kumar 15 Jul 2023 · 1 min read *फितरत* *फितरत* फितरत है मेरी, ना यूं ही बातें बनाना। फितरत है मेरी, खुद को मजबूत बनाना। फितरत है मेरी, ना दूसरों को सताना। फितरत है मेरी, ना झूठी बात बनाना।... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 392 Share kavita verma 15 Jul 2023 · 1 min read फितरत फितरत अंतर्मन की गुफा में बैठा, एक अजूबा "फितरत " नतमस्तक जिसके आगे सभी, अदृश्य विद्यमान शक्तिशाली है फितरत।। रंग बिरंगा खेल दिखाता , पूर्ण करने बेहिसाब हसरत। कभी विवशता-कभी... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 336 Share Priya princess panwar 15 Jul 2023 · 1 min read फितरत! फ़ितरत!( विषय) शीर्षक:मेरी फितरत, तेरी फितरत! विद्या:स्वतन्त्र(काव्य) फितरत तेरी भी अजब है। फितरत मेरी भी अजब है। फितरत तेरी भी गजब है। फितरत मेरी भी गजब है। तूने किया वादा... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 7 273 Share Kanchan Khanna 1 Jul 2023 · 1 min read फितरत मुश्किल है पहचानना, जिसे फितरत कहते हैं। दुनिया यह वो है हुजूर, जहाँ भेड़ की खाल में, छुपकर भेड़िये रहते हैं। और - जो गलती से, पहचान ही गये इनको,... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 2 361 Share डॉ. जियाउर रहमान जाफरी 1 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत बदलती है सुना है वक़्त जो गुज़रे तो फिर शोहरत बदलती है मगर ये चीज़ ऐसी है कहां फ़ितरत बदलती है बिला वजह हमेशा तुम उसे ताकीद करते हो किसी के मशवरे... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 6 2 154 Share Ram Krishan Rastogi 1 Jul 2023 · 1 min read मेरी फितरत रूठने वालो को मनाना मेरी फितरत में नही, थूक कर उसको चाटना मेरी फितरत में नही। इंसान नही,हैवान है जो थूक कर चाट जाते है, ऐसे इंसानों से दिल लगाना... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 6 12 407 Share Page 1 Next