Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2023 · 1 min read

फितरत सियासत की

रही फितरत बदलने की,भरी छल से सियासत है।
अदब से पेश आते हैं,कुशल कौशल नजाकत है।

अजब फितरत सियासत की, हमेशा खेल खेले है।
भरोसा क्या करें इन पर, झमेले ही झमेले हैं।
सितम की इंतहा कर दी,जहाँ इनकी हुकूमत है।
रही फितरत बदलने की,भरी छल से सियासत है।

नए किरदार आते हैं,मगर नाटक पुराना है।
करे वादे बदल जाये,नहीं इनका ठिकाना है।
मुखौटा ओढ़ कर बैठा,मगर दिखता शराफत है।
रही फितरत बदलने की,भरी छल से सियासत है।

भरे बाजार में सच की,दुकानों पर लगी चुप्पी।
तिजारत झूठ की मक्कारियों से है भरी कुप्पी।
दिमागी दबदबा हरदम,भरी दिल में हरारत है।
रही फितरत बदलने की,भरी छल से सियासत है।

सियासत दाँव चलती है,नहीं ये झूठ से डरते।
फरिश्तें जो उतर आये,यहाँ सच बोलते मरते।
कयामत से बहुत पहले,यहाँ आई कयामत है।
रही फितरत बदलने की,भरी छल से सियासत है।

कहानी राम शासन की, किताबों में पढ़ी महिमा।
जहाँ तप त्याग मर्यादा,अतुल आदर्श की गरिमा।
अमल में अब कहाँ ऐसी, सियासत की इबारत है।
रही फितरत बदलने की,भरी छल से सियासत है।

लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

7 Likes · 10 Comments · 176 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
इंसान अच्छा है या बुरा यह समाज के चार लोग नहीं बल्कि उसका सम
इंसान अच्छा है या बुरा यह समाज के चार लोग नहीं बल्कि उसका सम
Gouri tiwari
जुदाई का एहसास
जुदाई का एहसास
प्रदीप कुमार गुप्ता
शहीद रामफल मंडल गाथा।
शहीद रामफल मंडल गाथा।
Acharya Rama Nand Mandal
*लय में होता है निहित ,जीवन का सब सार (कुंडलिया)*
*लय में होता है निहित ,जीवन का सब सार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आपसी बैर मिटा रहे हैं क्या ?
आपसी बैर मिटा रहे हैं क्या ?
Buddha Prakash
रेल दुर्घटना
रेल दुर्घटना
Shekhar Chandra Mitra
क्यों ना बेफिक्र होकर सोया जाएं.!!
क्यों ना बेफिक्र होकर सोया जाएं.!!
शेखर सिंह
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जीवन दर्शन
जीवन दर्शन
Prakash Chandra
धुंध इतनी की खुद के
धुंध इतनी की खुद के
Atul "Krishn"
यक़ीनन एक ना इक दिन सभी सच बात बोलेंगे
यक़ीनन एक ना इक दिन सभी सच बात बोलेंगे
Sarfaraz Ahmed Aasee
#drarunkumarshastriblogger
#drarunkumarshastriblogger
DR ARUN KUMAR SHASTRI
***
*** " ओ मीत मेरे.....!!! " ***
VEDANTA PATEL
अब महान हो गए
अब महान हो गए
विक्रम कुमार
विषधर
विषधर
Rajesh
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
कोई उम्मीद
कोई उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में
रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में
Neelam Sharma
चुलबुली मौसम
चुलबुली मौसम
Anil "Aadarsh"
गरिमामय प्रतिफल
गरिमामय प्रतिफल
Shyam Sundar Subramanian
पन्नें
पन्नें
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
आकाश
आकाश
Dr. Kishan tandon kranti
2599.पूर्णिका
2599.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मां के आँचल में
मां के आँचल में
Satish Srijan
नीर क्षीर विभेद का विवेक
नीर क्षीर विभेद का विवेक
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
द्रोपदी फिर.....
द्रोपदी फिर.....
Kavita Chouhan
बैर भाव के ताप में,जलते जो भी लोग।
बैर भाव के ताप में,जलते जो भी लोग।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
कान्हा घनाक्षरी
कान्हा घनाक्षरी
Suryakant Dwivedi
गुरू शिष्य का संबन्ध
गुरू शिष्य का संबन्ध
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
**जिंदगी की टूटी लड़ी है**
**जिंदगी की टूटी लड़ी है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...