Posts “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 224 authors · 533 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next Mahesh Jain 'Jyoti' 11 May 2022 · 1 min read पिता श्री गीतिका *** (आधार छंद गीतिका- 2122 2122 2122 212) समांत -अले, अपदांत *** दिन बहुत बीते नहीं मिल पा सके मिल के गले । छत नहीं सिर पर रही थी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 226 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 11 May 2022 · 1 min read पिता हैं छाँव जैसे धूप है दुनिया पिता हैं छाँव जैसे। शह्र की तनहाइयों में गाँव जैसे। कोई भी कठिनाई कैसे छू सकेगी। उँगली उनके हाथ में जब तक रहेगी। वो अभावों में मेरी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 13 4 853 Share सतीश मिश्र "अचूक" 11 May 2022 · 1 min read पिता श्रेष्ठ है इस दुनियां में जीवन देने वाला है परमपिता से बढ़कर जिसने मुझको सदा सम्हाला है। पिता श्रेष्ठ है इस दुनिया में जीवन देने वाला है।। जन्म दिया है रूप रंग दे जिसने हमें सजाया। गोद उठाया पकड़... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 3 2 542 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 May 2022 · 1 min read पिता भगवान पितृ देव है स्वयं भगवाना। ब्रह्मा विष्णु महेश समाना ।। गुरु बन आप दिया उजयारा। बना आप से ही परिवारा। शरण तुम्हारी हमने पाई। मानव जीवन नित सुखदाई ।। पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 296 Share Sushma Singh 10 May 2022 · 1 min read सागर से गहरा प्यार तुम्हारा सागर से गहरा प्यार तुम्हारा --------------------------------- सागर की गहराई सा से प्यार तुम्हारा, जिसका कोई पैमाना नहीं, जग सारा हारा अमूल्य है पापा तुम्हारी चाहत, जो बच्चों पर हेबलिहारी! हमारे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 127 Share Priya Maithil 10 May 2022 · 1 min read मेरी आंखों का तारा नाजों से पाला था जिसको.. छूने भी नहीं दिया गम को.. हर खुशी लुटाई थी जिस पर. जीवन का एक- एक पल चुनकर.. अब वो मेरा ही राजकुंवर… दिन मुझे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 1 270 Share Prabhudayal Raniwal 10 May 2022 · 1 min read पिता का सपना *********************************************** पिता चाहते है कि समाज सक्षम हो। समाज में हर एक बच्ची शिक्षित हो।।१।। मैं! अपने प्यारे पिता की वागीशा हूॅं। मैं! माता-पिता की बड़ी बालिका हूॅं।।२।। मेरी हार्दिक... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 10 14 1k Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2022 · 1 min read हायकु मुक्तक-पिता असरदार। बच्चों का वफादार। है कामदार। पिता का प्यार। अनमोल बहार। घर संसार। तर्क की युक्ति। पत्नी की अनूभूति। सहानूभूति। सहता वार। अनुशासित प्यार। सबका यार। डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · हाइकु 11 12 607 Share KAJAL CHOUDHARY 9 May 2022 · 1 min read पिता पिता के बाद, याद आता है, बहुत कुछ- उनका त्याग, उनकी तपस्या। हमारी ख़ातिर हमारी परवरिश हेतु, हमीं से दूर रह हर पल चिंताकुल रहना, हमारी ज़िद्द भरी भूलो पर,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 14 22 631 Share Sushma Singh 9 May 2022 · 1 min read पापा ने चहकना सिखाया पापा ने चहकना सिखाया ------------------------------- पापा तुमने ही मुझको चहकना सिखाया , तुमने ही मुझको पाखी सा उड़ाया। देकर खुला आकाश मुझको, जहान में जीना सिखाया। पापा तुमने ही मुझको... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 313 Share Sushma Singh 9 May 2022 · 1 min read दोहे -मेरे पिता दोहे -मेरे पिता ----------------- कंटको भरी राह पर,चलना हो आसान। प्रेरणा पितु से लीजिये, और बढ़ाओ ज्ञान ।। देते हमको छांव है,खुद झेले है धूप। जीवन में बच्चों के लिये,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · दोहा 1 1 465 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 9 May 2022 · 1 min read पितृ स्तुति पालक पोषक है पिता,देव तुल्य सम मेव। कर्ता धर्ता आप हैं,पिता ब्रह्म मम एव। मात पिता की छांव में,जीवन स्वर्ग समान। एक सत्य ब्रह्मांश है, पिता तुल्य त्वं देव। डा.प्रवीण... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 13 14 697 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 9 May 2022 · 1 min read पिता की छांव दूर क्षितिज के पार है,सपनों का इक गांव। चंद्र किरण देती वहां,नयना को इक छांव। बचपन की अठखेलियां ,घोड़े कुर्सी दौड़। पिता संग थे खेलते, खुशियां की थी ठांव ।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 18 25 551 Share Lucky Rajesh 9 May 2022 · 1 min read भगवान हमारे पापा हैं हम सबकी उम्मीदों का भोर हमारे पापा हैं सूरज की पहली किरणों का शोर हमारे पापा हैं, पहले नींव डली, घर बना फिर छत लगी और छांव हुई घर की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 449 330 1k Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 9 May 2022 · 1 min read "पिता का साया" सब की चाहत, कि हो जहाँ मेँ, कोई सरमाया, परवरिश को है, पर दरकार, पिता का साया। गोद मेँ ले के, मुहल्ले मेँ, हाट, मेले मेँ, कभी बिस्किट, तो खिलौनों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 472 656 2k Share Buddha Prakash 9 May 2022 · 1 min read पिता के चरणों को नमन । पिता तुम्हारे चरणों को, नमन करते बार-बार हैं । जन्म हुआ इस अद्भुत संसार में, उसमें तुम्हारा आशीर्वाद है, समर्पित किया अपने जीवन को, ऐसा हृदय तुम्हारा विशाल है ।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · प्रकाश की कविताएं 10 10 700 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 8 May 2022 · 1 min read हमारे पापा मेरी ताकत, मेरी शोहरत, मेरी शान हमारे पापा। मेरा जीवन, मेरा अर्पण, मेरी जान हमारे पापा।। सबसे पहले दुनियां का, जिसने ज्ञान दिलाया है। नतमस्तक मै उनके आगे, मेरी पहचान... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 6 422 Share Dr Manju Saini 8 May 2022 · 1 min read आखिर क्यों पापा शीर्षक:आखिर क्यों पापा विलग होते हुए क्यो मन मे न उठे भाव कुछ कंपकंपाइ होगी काया याद कर परिवार मैं सोच आज भी शून्य सी असहाय सी विचलित लहू में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 220 Share Dr. Arti 'Lokesh' Goel 8 May 2022 · 1 min read बाबा की धूल प्रभु मुझे नव जन्म में करना, बाबा की बगिया का फूल। और नहीं तो मुझको करना, बगिया की मिट्टी की धूल। क्यारी में पानी देते बाबा, स्नेह में भीगी उनके... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 2 638 Share Dr. Arti 'Lokesh' Goel 8 May 2022 · 2 min read लाडली की पुकार! सिर पर जब तक पापा का साया, बिन माँगे ही सब कुछ मैंने पाया। वटवृक्ष सहारे कोमल लघु बेल, आश्रिता बस मगन अपने खेल। वे थे तो न चिंता, न... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 2 600 Share Dr. Arti 'Lokesh' Goel 8 May 2022 · 1 min read यादों की गठरी समय का पहिया घूमा ऐसा, घूमी मन की चकरी मेरी। खुलकर बिखर गई सामने, धूमिल यादों की गठरी मेरी। ठंड बहुत थी मैं छोटी थी, अँगीठी सुलगा, देकर ताप, पापा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 3 605 Share Prabhudayal Raniwal 8 May 2022 · 1 min read पिता की नियति ************************************************* मंजिल तो, मैं पाकर ही रहूंगी। पिता का नाम! रौशन करूंगी।।१।। पिता की लाड़ली नियति हूॅं मैं। मंजिल दूर है अभी छोटी हूॅं मैं।।२।। माता-पिता की वीर पुत्री हूॅं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 12 1k Share Anis Shah 7 May 2022 · 1 min read पिता मुसल्सल ग़ज़ल- रहे मुस्कान चेहरों पर तो अपनी हर ख़ुशी दे दी हमारे हो हसीं लम्हे पिता ने ज़िंदगी दे दी कहीं ये वक़्त मुझको छोड़ कर आगे न हो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 6 3 545 Share Dr Manju Saini 7 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा मैं नही हूँ मौन शीर्षक:पापा मैं नही हूँ मौन आप की दी सीख आज भी साथ है मेरे आपने सिखाया मौन किसी समस्या का समाधान नही आप ही कहते थे कि घर की लक्ष्मी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 174 Share Taj Mohammad 7 May 2022 · 2 min read पिता खुशियों का द्वार है। पुत्र कृति है, रचनाकार पिता,,, पुत्र सृष्टि है निर्माण कर्ता पिता।। पुत्र का संपूर्ण संसार है पिता,,, इसका परिपूर्ण आकार विस्तार हैं पिता।। समंदर की थाह,अथाह हैं पिता,,, कल्पतरू, परिजात... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 381 Share Sushma Singh 6 May 2022 · 1 min read पिता जैसा इंसान नहीं देखा पिता जैसा इंसान नही देखा ------------------------------- पिता जिसे मैने कभी परेशां नहीं देखा, हमेशा ही उनको हमने मुस्कुराते देखा। चाहे आंधी या भूचाल आए खड़े हिमालय सा । पिता जैसा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 133 Share Sushma Singh 6 May 2022 · 1 min read पापा ने कहा था पापा ने कहा था ----------------- पापा तुमने ही कहा था, कभी भी हिम्मत मत हारना । और न कभी थक कर पथ में बैठना, में यूं ही चलती रही-चलती रही... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 189 Share Lokesh Sharma 6 May 2022 · 1 min read हमारे जीवन में "पिता" का साया "हमारे जीवन में पिता का साया" पिता का नाम ही काफी है ।जीने के लिए उनकी मुस्कान ही काफी है ।। जिनके सिर पर है, पिता का साया ।वह इस... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 450 Share Santoshi devi 6 May 2022 · 1 min read पिता ममता दुखदायी न हो। सोच पिता को अभिनय करना पड़ता, एक पाषाण हृदय अपनाना पड़ता। माता है ममता की मूरत, वही पिता सत्य की सूरत। सुंदर अहसास इसमें भी है,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 10 6 929 Share Sushma Singh 6 May 2022 · 1 min read पिता का दर्द पिता का दर्द --------------- पिता के मुरझाय चेहरे पर, चिंताओं की लकीरें हैं । दुखों को बांटकर अपने, सुखों का संसार सजाए हैं। भूलकर पुरानी यादों को, बच्चों में खुशहाल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 193 Share Sushma Singh 6 May 2022 · 1 min read पिता से जीवन गुलजार पिता से जीवन गुलजार ----------------------------- पिता का साथ है तो जीवन गुलजार है, उनसे ही परिवार के गुलिस्तां में बहार है । कभी भी दिल उदास होता है, आकर के... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 174 Share आर एस आघात 6 May 2022 · 1 min read पिता पिता नाम है त्याग का बलिदान का ख़ाली पेट बैठे हुए इक भोले इन्सान का । पिता नाम है भविष्य का ख्वाहिश का बच्चों के सपने को पूरा करने की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 4 210 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 6 May 2022 · 1 min read पिता मेरी धरती मेरा अम्बर, मेरी सृष्टि मेरा समंदर, बनके लहू बहते है मुझमें, पिता है मेरे रगों के अंदर।। सर से लेकर पांव तक, धूप से लेकर छांव तक। पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 51 28 418 Share Taj Mohammad 6 May 2022 · 1 min read ये कैसा बेटी बाप का रिश्ता है? यूं अपना होकर क्यों पराया है। ये कैसा बेटी बाप का रिश्ता है।।1।। फंख है आए मेरे आंगन में ही। यहीं से उस ने उड़ना सीखा है।।2।। खुला आसमां दिया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 4 8 443 Share मनोज कर्ण 5 May 2022 · 1 min read पिता की अभिलाषा पिता की अभिलाषा ~~°~~°~~° शिकायत नहीं जग से मुझको , बस तेरे खुशी को ही तो जीता हूँ । तुझे स्नेह भरा अमिय सागर देकर मैं , युगों-युगों से हलाहल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 15 27 1k Share Sushma Singh 5 May 2022 · 1 min read हाइकु -मेरे पापा हाइकु-मेरे पापा ------------------ हे! मेरे पापा जगत से निराले एक मिसाल । करते सदा परिवार का भला समर्पित हो । नयी सीख दे हमको ज्ञान देते शिक्षा अपनी । हिमालय... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · हाइकु 1 1 142 Share Sushma Singh 5 May 2022 · 1 min read पिता अभिमान हैं पिता अभिमान है -------------------- पिता परिवार की रौनक है, बच्चों की हिम्मत और साहस है, मां के माथे का वो ताज है! उनसे ही जीवन खुशहाल है।। हर परेशानी में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 178 Share Dr Manju Saini 5 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा सी महत्वकांक्षा शीर्षक:पापा सी महत्वकांक्षा मेरी महत्वकांक्षा तो बहुत है और मन मे जिज्ञासा भी बहुतायत में और मेरे मन की ख्वाहिशें भी बहुत है पूर्णता चाहती हूँ मैं सभी मे पर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 109 Share TARAN VERMA 5 May 2022 · 1 min read पापा हैं आराध्य सदा, पूज्य सदा चरणों मे जिनके विश्व सदा कोई और नही मेरे पापा हैं प्रोत्साहन की मिसाल बने हैं एकता का सूत्र सदा देते कोई रूठ जाएं अगर तो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 119 Share pradeep nagarwal 5 May 2022 · 1 min read आपके जाने के बाद सोचता हूँ आपके साथ बिताए वो दिन लौट आए मेरी खुशियों के मेगा उमड़ आए आपकी यादें हमेशा आती रहे वह मेरी आँखें झरना बन जाए आपकी मीठी बातें अब... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 2 622 Share Shutisha Rajput 5 May 2022 · 1 min read पिता से पराई सुन बिटिया, सुन बिटिया, तेरी कर तो दी बिदाई है। पर क्या करूं तेरी, याद बहुत सताती है। उठा सुबह जब तो, पहले तूझे आवाज लगाई है। देखा तेरा कमरा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 133 Share Shutisha Rajput 5 May 2022 · 1 min read पिता मेरे आप खुश रहे ,आबाद रहे , आपके चेहरे की मुस्कान , सदा महकती रहे । रब करे आपके सिर पर , हमेशा इज्जत का ताज रहे । ओ पिता मेरे....…..... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 308 Share Jyoti Khari 5 May 2022 · 4 min read पिता:सम्पूर्ण ब्रह्मांड जब हम छोटे थे, गिरते थे, कदम लड़खड़ाते थे। तब वो पिता ही थे, जो हाथ थामकर चलना हमें सिखाते थे। हमारी नन्ही- सी मुस्कान के लिए, घोड़ा बनकर पीठ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 20 22 950 Share Nitu Sah 5 May 2022 · 1 min read जब बेटा पिता पे सवाल उठाता हैं पिता को भी दर्द होता हैं जब बेटा अपने कर्तव्य से मुकरता हैं जिन आंखों का था कभी पिता हिरों आज बेटा उसी से पूछता हैं कि किया क्या हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 14 674 Share Nitu Sah 5 May 2022 · 1 min read पिता का दर्द एक बात बताओ ऐ खुदा पूछ रहा है एक पिता ये कैसा युग आया हैं जो एक कुआं सबको पिलाता था आज ओ दो मिठीं बोल के लिए तरस जाता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 9 420 Share Rajesh Kumar Kaurav 5 May 2022 · 1 min read पितृ देवो भव पिता शब्द पर गर्व है ,पालन पोषण हार। एक नहीं समझें कभी, नाम अर्थ परिवार । पिता स्वयं भगवान ही,आप रचा संसार । देखभाल जीवन करे,कंधे लेकर भार। दो स्तंभो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · दोहा 1 1 194 Share Taj Mohammad 5 May 2022 · 1 min read मेरे पापा। जग में सबसे अच्छे हैं मेरे पापा,,, दिल के बड़े ही सच्चे हैं मेरे पापा।। जब संग में मेरे खेलते हैं मेरे पापा,,, तो बन जाते जैसे बच्चे हैं मेरे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 8 394 Share VINOD CHAUHAN 5 May 2022 · 1 min read मेरा गुरूर है पिता सुनो मेरा हर्ष,मेरा गर्व और मेरा गुरुर है पिता । मेरी सजल इन अंखियों का कोहिनूर है पिता ।। मेरे पिता को है फक्र मुझपे और फ़िक्र है मेरी ।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 47 96 1k Share Naveen Kumar 4 May 2022 · 1 min read पितृ वंदन ! पितृ वंदन,पितृ वंदन हो जैसे लाल चंदन हर समस्या का निकलता है इससे हल हमेशा करता है मेहनत सफल ! पितृ वंदन,पितृ वंदन हर समस्या का यहां हाल काम होते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 5 227 Share Tara Lamani 4 May 2022 · 1 min read पिता जो नजारें खुद कभी न देख सके, वो कंधों पर बिठाकर हमें दिखा देते हैं, जो सबक गुरुजी न सिखा सके , वह बातों ही बातों में सिखा देते हैं।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 85 Share Previous Page 6 Next