Posts “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 173 authors · 405 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Aarti sirsat 11 Jun 2021 · 1 min read बारिश का मौसम शीर्षक:- बारिश का मौसम "गीत,,,," चारों ओर काला बादल छा गया...! देखों बारिश का मौसम आ गया..!! हर तरफ हरयाली की चादर बिछा गया...! देखों धरती को भी मुस्कराना आ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 4 3 303 Share Manoj Kumar 11 Jun 2021 · 1 min read बरसात की बूंदे टप- टप टपक रहे है बूंदे बादल से । भीग रहे हैं, गोरी के रूपहरे केश। वो झूमती है मस्ती में इठलाती है। तर्र- तर्र मंडूक आवाज़ लगाए, देते कर्ण... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 429 Share Akib Javed 11 Jun 2021 · 1 min read जलाओ चेराग़- ए- मुहब्बत जहाँ में बहुत रोया है दिल दुखाने से पहले जरा बात कर लो रुलाने से पहले। मुहब्बत से रहते है सब इस वतन में मकाँ देख लेना जलाने से पहले। बहा दे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 299 Share Soni Gupta 11 Jun 2021 · 1 min read बरसात का वो दिन पानी –पानी चारों ओर ,डूब गए अब सारे छोर | पहाड़ों से मैदानों तक बादल मचा रहे हाहाकार || बाढ़ ,बारिश का कहर ,पानी बन गया है जहर | जाने... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 6 520 Share डी. के. निवातिया 11 Jun 2021 · 1 min read बरसात बरसात क्या करूँ मैं इस बरसात निंगोड़ी का, अपनी तो ऐसी बैरन हुई, जी जान से बैर निभावे है ! जब बरसे है झूम झूम, तृप्त होता सृष्टि का रोम... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 9 868 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 11 Jun 2021 · 1 min read आया मौसम बरसात का आया प्यार भरा मौसम बरसात का नई नई उमंगों और तरंगों का ढ़ोल, मंजीरे, शराब और मस्ती का मन में भरी प्यारी उमंगों का चलो बरसात के महीने में मस्ती... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 6 606 Share Nagendra Nath Mahto 11 Jun 2021 · 1 min read ।। ऐ बादल!अब तो बरस जा।। ऐ बादल!अब तो बरस जा। कब से है मन तरसा, अब तो बरस जा। बनके बारिशें कर मुझे तर-बतर, ऐ बादल!अब तो बरस जा। कब से है मन तरसा अब... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 5 8 487 Share Rajesh vyas 11 Jun 2021 · 1 min read धरती की अब प्यास ----- (बरसात -- गीत) *************गीत************ बह रही है हवा सुहानी, बरखा रानी बरसेगी। धरती की अब प्यास बुझेगी, बीरहन भी न तरसेगी।। धरती की अब प्यास ---------------------------- तरसेगी।। (१) कारे कजरारे मेघो ने, दस्तक... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 7 10 455 Share Rajesh Kumar Kaurav 11 Jun 2021 · 1 min read अद्भुत खेल बरसात ठंड़ गर्मी और बरसात ऋतु चक्र प्रकृति अनुसार। वैसे तो आवश्यक सब कभी कभी बनते प्रहार । बरसात का भी अजीब खेल रहस्य कोई समझ न पाया । कहीं मचा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 1 253 Share surenderpal vaidya 11 Jun 2021 · 1 min read वर्षा गीत गीत- १ ~~ छम-छम वर्षा की बौछारें, खूब सुहाती है सबको। राग मधुर गाया करती हैं, सबके मन भाया करती है। भीगे तन का रूप मनोहर, सहज निखारा भी करती... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 4 3 1k Share Nagendra Nath Mahto 11 Jun 2021 · 1 min read ।।बरसात।। बरसात बन के गिरूँ,आ तेरे तन - बदन को भिगा दँ। तेरे सोये अरमानों को पलभर में जगा दूँ। पनाहों में आ ज़रा,तुझे अपने सीने से लगा लूँ। तेरे सोये... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 5 3 640 Share Meenu Lodha 11 Jun 2021 · 1 min read बरसात ऐसी भी तो आती है ना !!! क्षितिज को धूमिल करती शीतल चाँदनी को मलिन करती काली घटाओं के साथ बरसती ऐसी भी तो बरसात आती है ना ! बिछड़े हुए के विरह का गीत बन जाती... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 8 433 Share Nagendra Nath Mahto 11 Jun 2021 · 2 min read ।।आया सावन झूम के।। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी, आया सावन झूम के। चेहरे पे आई नई ताजगी। जब पहली वारिश की पहली बूंदें गिरीं जमीं पे, मेरे चेहरे को चूम के।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 6 437 Share लक्ष्मी सिंह 11 Jun 2021 · 3 min read बरसात 1) गीत शुन्य हृदय में प्रेम की,गहन जलद बरसात। गहन अँधेरा कर गयी, पावस की यह रात।। झुलस रही हूँ अग्नि-सी, बढ़ा दिया संताप। मुझ विरहण को यूँ लगे, दिया... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत · बरसात 8 8 314 Share Dr. Pratibha Mahi 10 Jun 2021 · 1 min read छम छम नाच रहीं हैं बूँदें छम छम नाच रहीं हैं बूँदें गातीं सरगम कानों में। मचल रहा है दिल उल्फ़त का कोयल कूँके बागों में । छम छम नाच रहीं हैं बूँदें......! कोलाहल करती है... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 4 4 484 Share Dr. Pratibha Mahi 10 Jun 2021 · 1 min read कहीं छाँव कहीं धूप कहीं छाँव कहीं धूप खिली है कहीं जोर से सावन बरसे कहीं दीप जलते खुशियों के कहीं दुखों का सागर उमड़े कहीं उजाला कहीं अँधेरा कहीं आँख से आँसू झरते... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 4 442 Share Dr. Pratibha Mahi 10 Jun 2021 · 1 min read घुमड़ घुमड़ कर, नाचै रे गीत----घुमड़ घुमड़ कर, नाचै रे *********************** आज अचानक , दिल क्यूँ मेरा, घुमड़ घुमड़ कर, नाचै रे । हर आहट पर, हो भौचक्का पलक फाँवढ़े साजै रे । आज आचनक... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 3 1 321 Share Ashok Sharma 10 Jun 2021 · 1 min read नैनों की बरसात वर्षा भी धोती है , घाव जन मन के, भाव भी भींग, जाते तन बदन के। विरह प्यार दर्द के , भाव दिखाती , धरा पे करे ख़ुशहाली, जन जन... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 2 2 567 Share Raj Vig 10 Jun 2021 · 1 min read सावन की बरसात वो कड़कड़ाती बिजलियां छत से टपकता पानी मुझे आज भी याद है बचपन की वो बरसात । हाथों मे कागज की किश्ती और गलियों की नदियां आसमान मे चमकता इन्द्रधनुष... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 7 442 Share Meenu Lodha 10 Jun 2021 · 1 min read बादल बरखा का अनूठा प्यार ! इठलाता हुआ चला था बादल भर बरखा को अपने आँचल , किसकी बुझानी है आज प्यास किस किस को है हमारी आस ? लेकिन बरखा तो थी बड़ी उदास ,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 6 422 Share Rashmi Sanjay 10 Jun 2021 · 1 min read बरसात बचपन की' ' भरे नैन, आंसू छलका था.. आँगन में बस! जल ही जल था.. क्षुधा संग, उलझा बचपन था.. बाढ़ में बहता, अपना घर था। कुछ अभाव , कुछ भीगा मन... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 3 275 Share Rabindra Nath Singh Munda 9 Jun 2021 · 1 min read वर्षा ऋतु जब गर्मी से सब रहते परेशान, और उनकी सब कोशिशें हो जाती फेल। तब वर्षा कि ठंडी बुंदें आती, शुरू हो जाती राहत का कुदरती खेल । यहाँ मानसून की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 20 994 Share पंकज कुमार कर्ण 9 Jun 2021 · 1 min read "बरसाती बारात".... मुश्किल यहां, टिकने की बात है। यहां तो , कवियों की बारात है। अरे , नाच रहे है सब यहां , ऐसे ; जैसे, बैसाख में हुई बरसात है। स्वरचित... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 9 2 626 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 9 Jun 2021 · 1 min read पिरामिड कविता- बरसात 2-*पिरामिड कविता-"बरसात और हालात" लो फिर आ गयी बरसात। कीचड़ भरा, गली-सड़क पे दिल में है जज्वात। बेघरों की मुसीबत, अब कैसे कटती रात। बन जाते कठिन हालात।। *** कवि-... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 2 498 Share Rajesh Kumar Kaurav 9 Jun 2021 · 1 min read बरसात बरसात की पहली फुहार में नहाना नहीं । आकाशी धूल पानी संग बहती बचना सभी । साफ आकाश हो जब बरसात उठा आनंद । भूमि धुलाई गगन की सफाई जून... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · हाइकु 2 1 295 Share दीपक श्रीवास्तव 9 Jun 2021 · 1 min read !!** झूम कर बरसो धरा पर गर बरसना चाहती हो **!! !!** झूम कर बरसो धरा पर गर बरसना चाहती हो **!! 2122/ 2122/ 2122/ 2122 मेघ बनकर ऐ घटाओं तुम बरसना चाहती हो, आसमां से तुम धरा पर अब उतरना... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 6 12 302 Share अखिलेश 'अखिल' 9 Jun 2021 · 1 min read बरसात की बूंदें देखता हसीन हूँ जब आंख को मूँदें, ठहरती पलकों में नहीं रात की नीदें, होंठ पे आती है रौनक भरी सिहरन, गिर रहीं दहलीज़ पे बरसात की बूंदें, चिड़ियां चहक... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 3 11 441 Share Simmy Hasan 9 Jun 2021 · 1 min read बारिश का मौसम बारिश के मौसम में वो पास आते दिल ओ जिस्म में एक जादू जगाते फिर नटखट हवाएँ शरारत सी करतीं कोई लट मेरे नर्म गालों पे ढ़लती वो हैरां से... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 3 338 Share Simmy Hasan 9 Jun 2021 · 1 min read सफर गाँव से कस्बे तक का सफर काफी महंगा रहा और लम्बा भी जाने कहाँ खो गयी बारिशों की धुन मिट्टी की महक रिश्तों की खुश्बू उरेठ बोलियों में मुहब्बतों के... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 1 271 Share Meenu Lodha 9 Jun 2021 · 1 min read ऐसा लगे जैसे …… बारिश की कुछ बूँदे जो चेहरे को छुई हैं ऐसा लगा जैसे मुरझाये हुये पौधे में फिर से हलचल हुई है अरमान जो दिलों में छुपा कर रखे थे ऐसा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 4 317 Share रीतू सिंह 9 Jun 2021 · 1 min read "गर बादल होता तो" कितनी नफ़रत है तुम्हारे लिए मेरे इस दिल में, ??कितनी नफ़रत है तुम्हारे लिए मेरे इस दिल में। काश तुझे एक बार दिखा सकता, ?️?️गर बादल होता तो बरसात की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · शेर 7 3 324 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Jun 2021 · 1 min read बरसात की वो मनहूस रात ( अमर गायक स्व मोहम्मद रफी साहब की की याद में) कैसे भूल जाएं बरसात की वो रात , हमने नहीं देखी थी कयामत की रात । कोई शख्स मौत से जंग हार रहा था , उसकी जिंदगी की थी ये... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 5 14 613 Share Harinarayan Tanha 9 Jun 2021 · 1 min read बरसात की प्रतीक्षा बरसात की प्रतीक्षा कर रहा हूं मैं जब से फेंका है मैने कुछ बीज पपीते के मिट्टी में तब से ही कब वो घड़ी आएगी जब मिट्टी का दामन छोड़... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 10 411 Share Shankar N aanjna 9 Jun 2021 · 1 min read बरसात वर्षा की बूंदों सी तुम मुझे लगती हो, सावन में हल्की धूप सी तुम खिलती हो, लगती हैं ऐसी मुझे तेरे होठों की हंसी, बूंदो की जैसी कोई हो फुरफुरी,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 14 448 Share दीपक झा रुद्रा 8 Jun 2021 · 1 min read बारिश 1222 1222 मुझे अक्सर रुलाती है तुम्हें अक्सर हंसाती है कहीं बह जाए ना फसलें ये चिंता भी सताती है । पला है द्वंद मन में यह अगर बारिश ना... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 1 302 Share Rashmi Sanjay 8 Jun 2021 · 1 min read बरसात मृदा मुदित हो तृप्ति से गीत गा चली है। वसुधा की सरसों-चादर सरकी-गिरी मिली है। सज्जित वसुंधरा भी मिलती धुली-धुली है। नयनों से मेघ उलझे बरसात आ मिली है।। पूजे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 9 607 Share सुनीता महेन्द्रू 8 Jun 2021 · 1 min read सावन की पहली बूँद कुंज-वीथियों, उपवनों मे चारों ओर था सन्नाटा, उदासीन थे समस्त तरुणगण से लेकर खेत-खाहिलन तक, राह देख रहे थे सावन की पहली बूँद की, प्यासी थी धरती माँ, बिलख रहे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 26 1k Share Laxmi Narayan Gupta 8 Jun 2021 · 1 min read पानी न बरसने की पीड़ा वर्षा की राह जोहते लोग बेमन से तीज त्योहार मना रहे हैं पिछली अवर्षा से प्रभावित गाँव-शहर आज अभी तक पानी नहीं, पसीने से नहा रहे है । कलमुँहे बादल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 4 306 Share Dr. Tej Prakash 8 Jun 2021 · 1 min read बरसात के विविध रंग ????बरसात के विविध रंग???? बूंद नहीं भावों के मोती, झरते इस बरसात में! ले आते हैं मचलती तरंगें, अपने संग सौगात में !! बचपन,तरुण, जवानी,बुढ़ापा सबमें अलग ही भाव जगें,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 296 Share Akib Javed 8 Jun 2021 · 1 min read हौसला बुझे हुए दिल के अरमा जगा भी नही सकता किस के लिए ज़िन्दा हूँ बता भी नही सकता हौसलो को परवाज़ अपने मैं हरदम चढ़ाता रहा दिल के जूनून को... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 279 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 8 Jun 2021 · 1 min read कविता- बरसात में बहुत याद आता है कविता- "बरसात में बहुत याद आता है" वो भींगते हुए बरसात में, घर बापिस आना। और घर आते ही बरसात का रुक जाना।। और फिर मम्मी- पापा से डांट खाना।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 6 646 Share Dijendra kurrey 8 Jun 2021 · 1 min read बरसात ★★★★★★★★★★ एक मधुर अहसास तुम्ही प्रिय, इस जीवन की आस हो । हर पल नजरों में तुम रहती, अंतस दिल के पास हो । ★★★★★★★★★★ पावन प्रकृति की मनोरम से,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 5 5 337 Share Neelam Chaudhary 7 Jun 2021 · 1 min read * बारिश का मौसम * बारिश का मौसम आया । मौसम सुहाना लाया ।। चहकेंगे पक्षी महकेगी खुशबू । खुशियों की सौगात लाया ।। बारिश का मौसम आया । मौसम सुहाना लाया ।। फसलें ख़ुशी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 8 12 740 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Jun 2021 · 1 min read बरसात प्रकृति का उपहार बरसात देती यार भरती जल भंडार जल ही जीवन है । अंकुरित होते बीज बनते वृक्ष अजीज फल फूल और मूल प्राणी का भोजन है । पानी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 4 2 361 Share Harshita 7 Jun 2021 · 1 min read वर्षा ऋतु गगन करता आचमन ठंडी बौछार से स्निग्ध, सोंधी, सुगंध उठती धरा के चात्वाल से । बधाइयों का शोर है या बादलों की गर्जना जगमग बूँदों से सजे पुष्प करते अर्चना... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 312 Share अनिल प्रसाद सिन्हा 7 Jun 2021 · 1 min read सावन की फुहारें सावन की फुहारें हो, इक बस तेरा साथ हो, रंजोगम से दूर कहीं, खुशियों की सौगात हो। बँधे रहे हम बाहुपाश में, दूरी ना हो दरम्यान, भीग जाये तन और... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 4 670 Share नेहा आज़ाद 7 Jun 2021 · 1 min read बरसात का प्रतिशोध महज़ बरसात की बूँदों का गिरना ज़रूरी न था उससे पहले लहलहाते पेड़ों का होना भी ज़रूरी था , मगर यह क्या ? बरसात तो आयी मगर स्वागत को विटप... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 11 619 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 7 Jun 2021 · 1 min read **टिप-टिप मेरे मेघ बरस** आहट पाकर रिम-झिम रिम-झिम, खग कुल की बदली है रौनक़, दीख रही है मञ्जुल मञ्जुल, किसलय की कोपल भी सुन्दर, डाल डाल पर गीत बज रहे सरस, टिप-टिप मेरे मेघ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 10 335 Share Swami Ganganiya 7 Jun 2021 · 1 min read बरसात आसमाँ से बरसता है जब पानी हमे याद आती है बरसात की वो बीति कहानी हम थे और वो बरसात का पानी नन्हें पैरों से खेलती वो लहरे घर के... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 4 390 Share अनिल अहिरवार"अबीर" 7 Jun 2021 · 1 min read "बरसात हूँ विकास हूँ" जन जीवन मुझे पुकार रहा, मैं सबकी प्यास बुझाती हूँ, ध्वनि की गति से आती, जल राशि अपार लाती हूँ । वृक्ष हवा में लहराएंगे, अपनी-अपनी प्यास बुझायेंगे, मानव आलस... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 4 278 Share Previous Page 2 Next