Comments (6)
12 Jun 2021 08:02 AM
सुंदर अभिव्यक्ति ??सुंदर रचना, प्रणाम ??
Soni Gupta
Author
6 Dec 2022 07:20 AM
धन्यवाद🙏
11 Jun 2021 10:35 PM
पानी पानी चारो और —– जाने कितने टूट कर बिखर गए।
सुंदर सृजन
Soni Gupta
Author
6 Dec 2022 07:20 AM
🙏
अति उत्तम रचना, SONI जी।आप से अनुरोध है कि मेरी रचना “पावस-पावनि” का भी अवलोकन कर अपनी टिप्पणी देकर कृतार्थ करें। साभार।
धन्यवाद🙏