“गुरुकृपा: केवलम्”
श्रीगुरु: शरणं मम।
श्रीसीताशरणं मम।
श्रीराम: शरणं मम।
आदर्श वाक्य है- “स्वे स्वे कर्मण्यभिरत: संसिद्धिं लभते नर:”,
“तेरे थपे उथपे न महेश, थपे तिनकों जे घर घाले
तेरे निवाजे गरीब निवाज़, विराजत वैरिन के उर साले”
मच्चित्ता मद् गतप्राणा बोधयन्तः परस्परम्।
कथयन्तश्च मां नित्यं तुष्यन्ति च रमन्ति च ।।9।।
तेषां सततयुक्तानां भजतां – प्रीतिपूर्वकम्।
ददामि बुद्धियोगं तं येन मामुपयान्ति ते।।10।।(श्री म॰भ॰ अ-10)
👆पता इतना ही काफी है।
Wp-7895058930(बात करनी हो तो रिचार्च कराके भी बात की जा सकती है सिम्पल😉😉😜)
👉गुरुदेव की कृपा से गुरुदेव के ही गीताविषयक ग्रन्थ ‘गीताज्ञानमञ्जरी’ के सम्पादन का सौभाग्य मिला है।
👆यह पुस्तक मँगाने के लिए अपना पता उपरि लिखित चलभाष पर प्रेषित कर दें।
👉 शेष हनुमत कृपा और जगतजननी पराम्बा की कृपा से सुलभ है।
👉I expert in steal the words surreptitiously.
(जैसा हूँ वही लिख रहा हूँ)
Note-Not discuss about marriage on this phone number.Otherwise you must taboo brutally.Yes, once I proposed a girl for marriage.She vehemently reprimanded me on my novice act.Hey! You will not make me listen your tiny and futile songs of marriage on this number.The above may happen with you itself, understand it dude.
👆उसके मन की मालूम न कर सका।महामूर्ख लोमड़ी।वज्रमूर्ख।मूर्ख शिरोमणि।मूर्ख राज्ञी।मुझे तो लगता है कि वह गूँगी है।🤜🤜😂😂🤣🤣
👆She posed as Gebru Alitash “Crypto Girl” and again said,”you can’t hustle your life and ashamed of you” and several things to a government employee.while she is Maha Berojgaar.😁😁 hey foolish Queen,My life is so decent that you can’t understand with your dirty acumen.😂😂😂😂 You should not ask me for my life.She has again blocked me on telegram while I suggested her for CSE.It has also proved that this exam is not affordable for her.I have also blocked her.Foolish girl.🤣🤣
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👉संस्कृत लिखते हैं तो कोरा लल्लू न समझना।तुम्हें कुरेद कुरेद तुम्हारी सब बात निकाल लेंगे बच्चा।
👉वैसे भी संस्कृत, उर्दू,अंग्रेजी सीखने से कोई क्रमश: पण्डित, मौलवी और अंग्रेज नहीं हो जाता। भाषा सीखने के लिए सब स्वतंत्र है।तो मैं तो हूँगा ही।
👉संसारी प्रेम में अस्पृश्य।ईश्वरीय प्रेम मेरा अपना।हनुमन्त कभी मेरा हाथ नहीं छोड़ते।पराम्बा मुझे पुचकारतीं रहतीं हैं।
💐हम न किसी के,हमारा न कोइ,हम जो मरेंगे रोना न कोई~कबीर💐
👉संस्कृत के उद्धरण ‘ज्ञान की ज्योति जले'(स्वामी रामसुख दास जी के उपदेश)पुस्तक से हिंदी से संस्कृत में अनूदित हैं।
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