Comments (14)
10 Jun 2021 03:52 PM
कितनी सुंदर अभिव्यक्ति है ,बार बार पढ़े ऐसी मन होता है
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
10 Jun 2021 04:49 PM
धन्यवाद जी
9 Jun 2021 10:56 PM
Ati sunder
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
10 Jun 2021 05:58 AM
Thanks ji
9 Jun 2021 08:45 PM
सुन्दर पंक्ति
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
9 Jun 2021 08:46 PM
धन्यवाद जी
9 Jun 2021 04:00 PM
सुंदर अभिव्यक्ति ??सुंदर रचना, प्रणाम ??
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
9 Jun 2021 04:14 PM
धन्यवाद जी
9 Jun 2021 12:16 PM
न फनकार तुझ सा तेरे बाद आया
मो रफी तू बहुत याद आया
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
9 Jun 2021 12:55 PM
?
9 Jun 2021 11:33 AM
गजब का गज़ल।
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
9 Jun 2021 11:36 AM
धन्यवाद जी
9 Jun 2021 11:40 AM
आप का स्नेही। नमस्ते
आप दिल से लिखते है ,पाठको दिमाग को हिला कर रख देती है ।