Posts Tag: Hindi Poetry 76 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 28 May 2023 · 1 min read मेरा महबूब आ रहा है ये शहर टिमटिमा रहा है, ज़रूर कहीं मेरा महबूब गुनगुना रहा है देखा है जबसे आईने ने उसको वो भी अबतक झिलमिला रहा है देखकर ख़ूबसूरती उसकी हर कोई मदहोश... Hindi · Hindi Poetry · Ishq · Love Poetry · Poetry · कविता 10 1 3k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 15 Apr 2023 · 1 min read तू क्यों रोता है दिल मिलते हैं, बिछड़ जाते हैं हम पैदा होते हैं, मर जाते हैं कुछ तैर जाते हैं कुछ डूब जाते हैं सब छूट जाता है जब चले जाते हैं तू... Hindi · Hindi Kavita · Hindi Poetry · कविता · ग़ज़ल · गीत 9 1 3k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 22 May 2023 · 1 min read वक्त से गुज़ारिश हमारी तरह कभी थक क्यों नहीं जाता है तू ऐ वक्त थोड़ी देर कभी थम क्यों नहीं जाता तू सुना है लेता है हर किसी के इम्तिहान तू रुककर कभी... Hindi · Hindi Poetry · Poetry · कविता · ग़ज़ल 7 2k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 14 Jul 2023 · 1 min read कहानी इश्क़ की उसने कहा और मैं मान गया दिल खिला और फिर टूट गया है कहानी बस इतनी मेरे इश्क़ की साथ मिला और फिर छूट गया जाने क्यों कूदना चाहता था... Hindi · Hindi Poetry · Love Poetry · Shayari · कविता · गीत 13 1 2k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 9 Jun 2023 · 1 min read दिल का रोग दिल का रोग बुरा नहीं है जिंदा है आप, अहसास देता है वही जान बन जाता है जो आपकी जान लेता है चली जाती है जान भी लेकिन कोई कत्ल... Hindi · Hindi Poetry · Kavita · Love Poetry · कवि · कविता 8 2 2k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 13 Sep 2023 · 1 min read * तेरी सौग़ात* बुरा मैं हो ही नहीं सकता जिससे तू प्यार करे, भला वो बुरा कैसे हो सकता है जो सुबह शाम तुझे याद करता है इससे ज़रूरी काम कोई नहीं करता... Hindi · Gazal · Hindi Poetry · Poetry · कविता · ग़ज़ल 6 1 2k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 15 Oct 2023 · 1 min read *प्यार तो होगा* तुझको शिकायत है आज भी मुझसे इस बात की तुझसे मुझे शिकायत नहीं जाकर देख ले कहीं भी इस जहान में मुझसा प्यार करने वाला मिलेगा नहीं प्यार में नज़रअंदाज़... Hindi · Best Poem · Hindi Diwas · Hindi Kavita · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Hindi Poetry 6 2 2k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 31 Jul 2023 · 1 min read क्या पता है तुम्हें कैसे कटेगा सफ़र ज़िंदगी का अकेला बहुत हूं क्या पता है तुम्हें जीने की मेरी अब जो एक ही चाह है वो याद तेरी है क्या पता है तुम्हें सुन... Hindi · Hindi Poetry · Love Poetry · Shayari · कविता 8 3 2k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 12 Apr 2023 · 1 min read अपनी टोली काश होती मेरी भी एक छोटी सी टोली समझती जो मेरी हर बात और वो मेरी हर बोली जो कुछ कहता मैं कभी बढ़ा चढ़ा कर वो सच साबित कर... Hindi · BHU Student Poetry · Hindi Poetry · Poetry Poetrycommunity · कविता 5 1 1k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 22 Oct 2023 · 1 min read *जो कहता है कहने दो* क्या कहते हैं लोग मैं फिक्र क्यों करूं झूठ कहते हैं लोग मैं ज़िक्र क्यों करूं जिसने जो कहना है वो कहता रहे जो मेरा दिल कहे मैं तो बस... Hindi · Hindi Poetry · Latest Hindi Poetry · Poet · कविता · गीत 7 1k Share Palak Shreya 10 Jul 2022 · 1 min read पुरानी यादें पुरानी यादों को आज, मैंने फिर से निहारा है..... बिखरे उन डायरी पन्नों को आज मैंने फिर से संवारा है.... कैसे ..टेड़ी-मेढी शक़्ले बनाकर हमनें हर तस्वीर को बिगाड़ा है..... Hindi · Hindi Poetry · कविता 5 4 884 Share Manisha Manjari 19 Aug 2022 · 1 min read असफ़लताओं के गाँव में, कोशिशों का कारवां सफ़ल होता है। कुछ खतों के मुक्कद्दर में, बस जेहन की ज़मीं होती है, खंज़र जैसे हाथों में, जब लकीरों की कमी होती है। खमोशिओं की गहराईयों में, शब्द निर्वस्त्र से पड़े होते... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 6 11 454 Share singh kunwar sarvendra vikram 19 Sep 2023 · 1 min read चलो प्रिये तुमको मैं संगीत के क्षण ले चलूं....! चलो प्रिये तुमको मैं, संगीत के क्षण तक ले चलूं रूप में भीगे तेरे मन को, मैं गीत के मन तक ले चलूं जीवन रूप बदल दूं तेरा, बदलूं मैं... Hindi Poetry · हिंदी कविता 2 556 Share Manisha Manjari 28 Jul 2022 · 1 min read किसी ने कहा, पीड़ा को स्पर्श करना बंद कर पीड़ा कम जायेगी। किसी ने कहा, पीड़ा को स्पर्श करना बंद कर पीड़ा कम जायेगी। पर बता मुझे, यदि ये भी न रहे तो मेरे अस्त्तित्व को कौन दर्शाएगी? इस खालीपन के अंधेरों... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 7 9 451 Share MSW Sunil SainiCENA 7 Apr 2023 · 1 min read बिजली कड़कै शीर्षक ::बिजली कड़कै:: (वीरवार,06 अप्रैल 2023) आंख्या म्ह नींद रड़ कै, हाथ पाँ सर बी भड़कै। पकी फसल पै बिजली कडकै, कालजा हाल्ले दिल न्यू धड़कै ।। दो दिन देदे... Hindi · Best Poem · Hindi Poetry · Poetry · कविता 1 597 Share singh kunwar sarvendra vikram 17 Sep 2023 · 1 min read यादों के बादल तेरी यादों ने आज बादल बनकर, मुझको है घेरा सर्द बूंदों सी आहों में जल रहा, दिल ये फिर मेरा भरा था तुमने जो रंग मेरे, इन कोरे से पन्नों... Hindi · Hindi Poetry · Kunwar Sarvendra 567 Share Manisha Manjari 21 Jul 2022 · 1 min read इस दर्द को यदि भूला दिया, तो शब्द कहाँ से लाऊँगी। अंधेरी गलियों में अकसर गुम हो जाती हुंँ मैं, रौशनी को तरसती हैं आंखें मेरी, इतनी घबराती हुँ मैं। विश्वास ने छला है ऐसा, आस्था भी डराती मुझको, रज्जु में... Hindi · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 8 8 364 Share Manisha Manjari 6 Aug 2022 · 1 min read आंधियां आती हैं सबके हिस्से में, ये तथ्य तू कैसे भुलाता है? अंतर्मन के द्वंदों से आज भी मन थर्राता है, बीते वक़्त का तूफ़ान जब राहों को भरमाता है। शब्दों का वो कोलाहल संवेदनाओं को स्तब्ध कर जाता है, आघातों की... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 6 4 360 Share Manisha Manjari 26 Jul 2022 · 1 min read सागर ने लहरों से की है ये शिकायत। सागर ने लहरों से की है ये शिकायत, वो कश्ती आती नहीं जिसकी थी मुझे आदत। मेरी मौजों में घुलती रहती थी वो खिलखिलाहट, और आँखे ढ़ुंढती थी मीलों तक... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 5 9 345 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read 244. "प्यारी बातें" हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 244. शीर्षक: "प्यारी बातें" (रविवार, 16 दिसंबर 2007) ---------------------------- कुछ अपनी सुनाओ प्यारी बातें । कैसे हैं दिन कैसी रातें।। क्या तुम्हें भी आती है नीदें या... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · कविता · हिन्दी कविता 2 480 Share Manisha Manjari 27 Jul 2022 · 1 min read धारणाएँ टूट कर बिखर जाती हैं। धारणाएँ टूट कर बिखर जाती हैं, संबंधों की आर में जब ये छली जाती हैं। विजय शत्रुओं पर तो मिल जाती है, अनुभव तो अपनों का घात करवाती है। समक्ष... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 2 8 385 Share Manisha Manjari 5 Aug 2022 · 1 min read ये ज़िन्दगी जाने क्यों ऐसी सज़ा देती है। ये ज़िन्दगी जाने क्यों ऐसी सज़ा देती है, कागज़ की कश्ती छीन, हाथों में पतवार थमा देती है। ओस की बूंदें तो भोर के सहारे गिरा करती हैं, पर तपिश... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · कविता 6 7 353 Share Manisha Manjari 11 Sep 2022 · 1 min read रेत पर नाम लिख मैं इरादों को सहला आयी। तलाश ज़िन्दगी की, उस मकाम पे ले आयी, खुद की परछाई भी, तब मेरे काम ना आयी। घर के मोह ने, मुझे एक आशातीत दुनिया दिखाई, कि घर तो कभी... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 4 6 453 Share Manisha Manjari 14 Sep 2022 · 1 min read काल के चक्रों ने भी, ऐसे यथार्थ दिखाए हैं। काल के चक्रों ने भी, ऐसे यथार्थ दिखाए हैं, कल जो अपने थे, आज वही तो पराये हैं। जो पोंछते थे कभी, आँखों से बहते हुए अश्रु, उन्होंने हीं तो... Hindi · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 6 10 383 Share Famyas Siwani 2 Aug 2022 · 1 min read नसीब की बात नसीब नसीब की बात होती है किसी के नसीब में हँसना तो किसी का रोना होता है किसी के नसीब में जीना तो किसी का मरना होता है, ये नसीब... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Nazm · Poem · कविता 2 1 332 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read 246. "हमराही मेरे" हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 246 . शीर्षक: "हमराही मेरे" (सोमवार, 17 दिसम्बर 2007) ---------------------------- तुम संग चलो हमराही मेरे अब मंजिल एक हमारी है। जो डगर है तेरी वो डगर है... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · कविता · हिन्दी कविता 1 438 Share Manisha Manjari 4 Sep 2022 · 1 min read अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं। अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं, स्वयं के विचार हीं तो, सबसे ज्यादा सताते हैं। अन्धकार के बादल, जब छत पर मंडराते हैं, साये रिश्तों के हीं, सर्वप्रथम... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 6 8 329 Share PRATIK JANGID 15 Aug 2022 · 1 min read मेरी कलम से किस किस की लिखूँ मैं कुर्बानी। मेरी कलम से किस किस की लिखूँ मैं कुर्बानी। भारत को आजाद करने में थे कितने ही सेनानी। शेखर लिखूं या भगत लिखूँ मैं या लिखूँ फिर सुखदेव को। मेरी... Hindi · Happy Independence Day · Hindi Poem · Hindi Poetry · India 389 Share Manisha Manjari 14 Sep 2022 · 1 min read जब हवाएँ तेरे शहर से होकर आती हैं। कुछ खुशबुएँ साँसों को महका कर जाती हैं, जब हवाएं तेरे शहर से होकर आती हैं। यादों के बंद कमरों में सेंधमारी कर जाती हैं, और सिमटे हुए दर्दों को... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 5 4 277 Share Vivek Pandey 29 Mar 2023 · 1 min read धड़कनो की रफ़्तार यूँ तेज न होती, अगर तेरी आँखों में इतनी दी धड़कनो की रफ़्तार यूँ तेज न होती, अगर तेरी आँखों में इतनी दीवानगी न होती । ज़िंदगी इतनी हसीन न होती, अगर जीने की वजह इतनी ख़ूबसूरत न होती ।। Hindi · Hindi Poetry · Hindi Quotes · Love Quote · Quote Writer · Vivek Pandey Activist 375 Share MSW Sunil SainiCENA 7 Apr 2023 · 1 min read अन्न पै दाता की मार ::अन्न पै दाता की मार:: (शनिवार, 01 अप्रैल 2023) बेमौसम बरसात ओल्यां की बौछार। हवा का कहर अन्न पै दाता की मार।। कौण रुखाला किसनै सरोकार ना हारी बीमारी ना... Hindi · Best Poem · Hindi Poetry · Poetry · कविता 1 368 Share Kavita Chouhan 25 Apr 2023 · 1 min read साँवरिया तुम कब आओगे साँवरिया तुम कब आओगे बाॅसुरी की वही सुरीली तान अब सबको सुनाओगे फिर वही दुर्योधन दुश्शासन रण में सीना तान के खड़े हँसतें मुख से विकराल हँसी संहार उनका कर... Hindi · Hindi Poetry · Humour · Poem 390 Share चक्षिमा भारद्वाज"खुशी" 2 Jun 2023 · 1 min read प्रभु शरण प्रभु शरण 🙏🙏🙏🙏🙏 हे सुर प्रधान हे कृपा निधान, हे अतुल तेज धारी, तेरी कृपा दृष्टि का प्यासा तेरा एक पुजारी, नित मंगल गान तेरा गाता वो गोवर्धन गिरधारी, तेरी... Hindi · Hindi Poetry · Krishna · कविता · गीत 1 516 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read 247. "पहली पहली आहट" हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 247. शीर्षक: "पहली पहली आहट" (सोमवार, 24 दिसम्बर 2007) ------------------------------------ दस्तक दी है सर्दी की पहली पहली आहट ने। फैला दी है अपनी चादर ठण्ड की कसावट... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · कविता · हिन्दी कविता 1 287 Share Mamta Rani 13 Jul 2022 · 1 min read गुरु राह हमें दिखाते हैं घिस कर खुदको हमें चमकाते हैं, रिश्ता है ऐसा गुरु , शिष्य का जो इस जग को बनाते हैं। गुरु ज्ञान हैं गुरु महान हैं गुरु... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Kavita 3 2 276 Share MSW Sunil SainiCENA 15 May 2023 · 1 min read शीर्षक: "ओ माँ" ओ माँ, मेरी माँ, प्यारी माँ, तुम मेरे लिए सब कुछ हो, मेरा वजूद, मेरा अक्श, मेरी दुनिया, मेरा संसार हो। मेरी पहली शिक्षक, मेरी कहानी के रचयिता मेरी ज़िन्दगी... Hindi · Best Poem · Hindi Poetry · कविता 1 346 Share Manisha Manjari 4 Sep 2022 · 1 min read खामोशियों ने हीं शब्दों से संवारा है मुझे। उस भीड़ से ज्यादा इस तन्हाई ने संभाला है मुझे, दिन के उजालों ने नहीं, रात के अंधेरों ने निखारा है मुझे। सितारों का अपना तो, मैं कभी बन ना... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 4 4 259 Share Kavita Chouhan 19 Oct 2022 · 1 min read घोर अंधेरा ................ घोर अंधेरा ................ हुआ विदा सन्नाटा अब कालापन नहीं दिखायेगा , फिर से आकर घोर अँधेरा हमको नहीं डरायेगा ! नया उजाला पाकर वो सूनेपन में छुप जायेगा , दुख... Hindi · Hindi Poetry · Kavita 1 291 Share MSW Sunil SainiCENA 3 May 2023 · 2 min read "ये दृश्य बदल जाएगा.." "ये दृश्य बदल जाएगा.." (मेरी परछाई, हिन्दी काव्य-संग्रह) आज का विषय, वीभस्त दृश्य। मृत आत्मा, जीवित इंसान। खामोश चीख, जलते श्मशान।। लाचार इंसान, बेबस इंसान, असहाय निर्बल इंसान, संसाधन के... Hindi · Hindi Poetry · कविता 1 371 Share MSW Sunil SainiCENA 7 Apr 2023 · 1 min read "महंगा तजुर्बा सस्ता ना मिलै" शीर्षक: "महंगा तजुर्बा सस्ता ना मिलै" (मंगलवार, 29 नवम्बर 2022) महंगा तजुर्बा, सस्ता ना मिलै, यू चक्रवर्धी ब्याज ज्यूँ चलै। खून पसीना गेल हाड़ फोड़े, या दाल कर्म की न्यूवे... Hindi · Best Poem · Hindi Poetry · कविता 1 283 Share Manisha Manjari 16 Oct 2022 · 1 min read गंतव्यों पर पहुँच कर भी, यात्रा उसकी नहीं थमती है। उसकी खामोशियाँ शब्दों से कहीं ज्यादा बोला करती हैं, हृदय में छिपे रहस्यों को बस आँखों से खोला करती हैं। भावशून्यता का लिहाफ़ ओढ़े, वो अंधेरों से विचरती है, कहीं... Hindi · Featuring In The Upcoming Nove · Hindi Poem · Hindi Poetry · कविता · मनीषा मंजरी 3 2 256 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read शीर्षक: "ये रीत निभानी है" हिन्दी काव्य रचना संख्या: 238. शीर्षक: "ये रीत निभानी है" अप्रकाशित पुस्तक: "मेरी परछाई" (रविवार, 28 अक्तूबर 2007) ----------------------------------- जगमग दीप जिलाओ पर्व की रस्म निभानी है। रीत है ये... Hindi · Hindi Poetry · कविता 1 291 Share Manisha Manjari 15 Oct 2022 · 1 min read उसकी आँखों के दर्द ने मुझे, अपने अतीत का अक्स दिखाया है। इस एहसास ने अरसे बाद मुझको रुलाया है, कि तेरी यादों के सिवा, कुछ और भी ज़हन में आया है। उसकी आँखों के दर्द ने मुझे, अपने अतीत का अक्स... Hindi · Hindi Poetry · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता · जिंदगी · मनीषा मंजरी 4 2 223 Share Mamta Rani 10 Jun 2023 · 1 min read हिंदी जन-जन का इससे सरोकार पहचान हमारी हिंदी है जिसपे सबको नाज है हिंदी भारत माँ की बिंदी है भारत ऐसा देश हमारा हम सबका यह प्यारा है मातृभाषा है हिंदी... Poetry Writing Challenge · Best Poem · Hindi Poetry · कविता · हिंदी · हिंदी दिवस 3 428 Share Mamta Rani 12 Jun 2023 · 1 min read जब बूढ़ी हो जाये काया जब बूढ़ी हो जाये काया, साथ ना कोई आये, उम्र के आखरी पड़ाव तक , जीवनसाथी ही एक दूजे के काम आते । अपना फर्ज निभाया उन्होंने, दिए अच्छे शिक्षा... Poetry Writing Challenge · Best Poem · Hindi Poetry · Life · कविता 2 307 Share Mamta Rani 8 Jul 2022 · 1 min read हाँथो में लेकर हाँथ हाथों में लेकर हाथ कुछ दूर यूँ ही चला जाये नजरों से बातें हो दिल को प्यार से फुसला जाये बनके बारिश की छनछन फैले प्रीत की सरगम बजाते अधरों... Hindi · Gajal · Gazal/Geetika · Hindi Poetry · Poetry · Shyari 2 2 205 Share Kavita Chouhan 28 Oct 2022 · 1 min read छठ है आया छठ है आया नमन सूर्य को कर दिनकर को अर्घ्य चढ़ाया , सहस्त्रों किरणें चमकाकर रवि फिर उजला दिखलाया करके तैयारी ढेर सारी खीर, और पकवान बनाया चार दिनों का... Hindi · Hindi Poetry · कविता 1 211 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read २४२. पर्व अनोखा हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 242. शीर्षक: "पर्व अनोखा" (बुधवार, 28 नवम्बर 2007) --------------------------------- दीपावली का पूर्व अनोखा, खुशियों भरा लगे झरोखा | मंगल गाएं चौक पुराएं, आया वर्षों बाद ये मौका।।... Hindi · Hindi Poetry · कविता · हिन्दी कविता 1 219 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read 245. "आ मिलके चलें" हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 245. शीर्षक: "आ मिलके चलें" (रविवार, 16 दिसम्बर 2007) ---------------------------- आ मिलके चलें खुशियों के देश में कि- गम ना कोई सताए अब। बरसे घटाएं सावन आए... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · कविता · हिन्दी कविता 1 197 Share Sadanand Kumar 16 Oct 2022 · 1 min read मैं चंदा बनकर आऊंगा छत पर अपने, हमेशा दिखती हो तुम मुझे देख कर फिर, क्यूं छिपती हो तुम कल देखा तुम्हें, चंदा से बतियाते हुए उसे भी उजियारी सी लगती हो तुम मेरा... Hindi · Hindi Poetry · Poets Of Bihar · Poets Of Samastipur · Sadanand_kumar · कविता 1 172 Share Page 1 Next