Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Aug 2022 · 1 min read

नसीब की बात

नसीब नसीब की बात होती है
किसी के नसीब में हँसना तो किसी का रोना होता है
किसी के नसीब में जीना तो किसी का मरना होता है,

ये नसीब की ही बात होती है
जो उसको अमीर तो मुझे गऱीब बनाती है
किसी को भरा तो किसी को भूखा पेट सुलाती है,

ये नसीब नसीब की बात होती है
जो उसको घर तो मुझे घाट ले जाती है

2 Likes · 1 Comment · 324 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में.
आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में.
कवि दीपक बवेजा
युवा संवाद
युवा संवाद
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
आज का अभिमन्यु
आज का अभिमन्यु
विजय कुमार अग्रवाल
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko...!
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko...!
Srishty Bansal
वीर-जवान
वीर-जवान
लक्ष्मी सिंह
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
Chunnu Lal Gupta
*धरती के सागर चरण, गिरि हैं शीश समान (कुंडलिया)*
*धरती के सागर चरण, गिरि हैं शीश समान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
तुम मुझे यूँ ही याद रखना
तुम मुझे यूँ ही याद रखना
Bhupendra Rawat
जिंदगी में गम ना हो तो क्या जिंदगी
जिंदगी में गम ना हो तो क्या जिंदगी
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
ये पीढ कैसी ;
ये पीढ कैसी ;
Dr.Pratibha Prakash
व्यथा दिल की
व्यथा दिल की
Devesh Bharadwaj
साहित्य में साहस और तर्क का संचार करने वाले लेखक हैं मुसाफ़िर बैठा : ARTICLE – डॉ. कार्तिक चौधरी
साहित्य में साहस और तर्क का संचार करने वाले लेखक हैं मुसाफ़िर बैठा : ARTICLE – डॉ. कार्तिक चौधरी
Dr MusafiR BaithA
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
Khaimsingh Saini
"आशा" के कवित्त"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
2591.पूर्णिका
2591.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
खूबसूरत बुढ़ापा
खूबसूरत बुढ़ापा
Surinder blackpen
अज़ीब था
अज़ीब था
Mahendra Narayan
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इंसान का मौलिक अधिकार ही उसके स्वतंत्रता का परिचय है।
इंसान का मौलिक अधिकार ही उसके स्वतंत्रता का परिचय है।
Rj Anand Prajapati
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
◆ मेरे संस्मरण...
◆ मेरे संस्मरण...
*Author प्रणय प्रभात*
एक दिन
एक दिन
Harish Chandra Pande
सुन्दरता।
सुन्दरता।
Anil Mishra Prahari
"मुक्तिपथ"
Dr. Kishan tandon kranti
"Looking up at the stars, I know quite well
पूर्वार्थ
हो गया
हो गया
sushil sarna
आंखों देखा सच
आंखों देखा सच
Shekhar Chandra Mitra
दिन में तुम्हें समय नहीं मिलता,
दिन में तुम्हें समय नहीं मिलता,
Dr. Man Mohan Krishna
अभी कुछ बरस बीते
अभी कुछ बरस बीते
shabina. Naaz
औरों की खुशी के लिए ।
औरों की खुशी के लिए ।
Buddha Prakash
Loading...