Comments (4)
6 Aug 2022 11:37 AM
आंधियां आती हैं सबके हिस्से में, ये तथ्य तू कैसे भुलाता है? गहन वास्तविकता को अधिक स्पष्ट करती रचना बहोत ही अविस्मरणीय 👍👍👍💐💐💐
Manisha Manjari
Author
6 Aug 2022 06:32 PM
बहुत बहुत आभार शेखर जी… आपलोगो का प्रोत्साहन हीं मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत है 😊🙏🙏🙏
आपने अपनी रचना में जीवन की वास्तविकता को शानदार, लाजवाब, बेहतरीन ढंग से प्रस्तुत किया है।💐💐👌👌👌👌🙏🙏
बहुत बहुत आभार अनामिका जी🙏😊😊