Posts Tag: गीतिका 391 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr.Pratibha Prakash 30 Jun 2023 · 1 min read कहती गौरैया क्यों भूल गए मोहे मेरे भैया मैं तो तेरे आंगन की गौरैया बच्चों का मन बहलाती इधर उधर फुर्र हो जाती बनाओ इमारत चाहे ऊंची खिड़की एक रखो तो छोटी... Hindi · गीतिका 15 5 659 Share Dr.Pratibha Prakash 23 Jan 2024 · 1 min read तुम सत्य हो तुम सत्य हो तुम नित्य हो, शाश्वत तुम ही शिव अर्थ हो तुमसे ही मेरे अर्थ सारे, बिन तेरे सबकुछ व्यर्थ हो तुम सत्य हो तुम नित्य हो,शाश्वत तुम ही... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका 13 1 576 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 17 Apr 2023 · 1 min read दिल का खेल दिल के इस खेल में जाना पड़ता है जेल में हो जाती है ज़िंदगी मुश्किल रिहाई भी नहीं मिलती बेल में मुक़दमा करता है वही जज भी होता है वही... Hindi · Poetry Poetrycommunity · कविता · ग़ज़ल · गीत · गीतिका 11 2 1k Share Dr. Kishan tandon kranti 15 Jul 2023 · 1 min read "तू ही तू है" तेरी तस्वीर देखी है जब से आँखों ने मेरी जिधर देखता हूँ उधर तू ही तू है... सावन की घटाओं में हरीतिमा छटाओं में बादलों के हुंकार में बिजली के... Hindi · गीतिका 10 4 135 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Jan 2024 · 1 min read इक तेरे सिवा तुमसे हटकर सोचूं भी क्या, इक तेरे सिवा जगत रखा क्या पंचतत्व में तुम ही समाये , तुमसे सुन्दर जगत में और क्या ......... ये तारे, नज़ारे सब तुम्हारे इशारे,सागर... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका 10 2 155 Share Utkarsh Dubey “Kokil” 29 Nov 2022 · 1 min read बाल विवाह हतप्रभ खड़ा देखता मैं इन बादलों के घेरे को, नाचते गाते आमोद से आते सलिल की बारात को जाने किसे ब्याहने को आश्रा की ज्योति बन अरुण्य की बूंदे लिए... Hindi · कविता · गीतिका · बाल कविता · सामाजिक 9 385 Share Dr.Pratibha Prakash 28 Jan 2024 · 1 min read मिलन की वेला सायंकाल फिर मिलन की वेला, तेरी राह निहारेगी मैं तोडूंगा धीर स्वयं का, तू वेसुध होकर आएगी ............ लाज से भरे तेरे नैनन में, प्रेम रिक्त रह जाएगा अपने हाथों... Poetry Writing Challenge · गीतिका 9 149 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Jan 2024 · 1 min read मेरे कलाधर श्यामल शस्य भू नीला अम्बर , शोभित मध्य मेरे कलाधर शास्वत सत्य डारि बाघम्बर, गुंजित बम-बम और हर-हर स्वर शोभित मध्य मेरे कलाधर ................ अजानुबाहु आशीष को देते, मन निर्मल... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका 9 143 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Jan 2024 · 1 min read अनंत का आलिंगन न जाने किसकी आँखों से बरस रहा सावन बिन सावन बूंदे अति शीतल हैं फिर भी छलनी सीना होता क्यों साजन न जाने किसकी आँखों से.................... झर-झर झर-झर बरसे नैना... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका 9 236 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत अपनी अपनी... जान जाते जो तुम्हें हम, दिल न यूँ तुमसे लगाते। क्यों जगाते कामनाएँ, चाहतों को पर लगाते ? जानते जो बेवफाई, है तुम्हारी फ़ितरतों में, जिंदगी के राज अपने, क्यों... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका 7 2 165 Share Jyoti Khari 9 Jul 2023 · 2 min read सावन: मौसम- ए- इश्क़ वक़्त की बाँह थामें यादें बरकरार हैं... सुने कोई इस मौसम- ए- इश्क़ की सदाएँ, ये भी तो कितना कुछ कहने को बेकरार है। ये बारिशें उन्मुक्त गगन में बिखेर... Hindi · गीतिका 7 7 151 Share लक्ष्मी सिंह 30 Mar 2020 · 1 min read बंशी बजाये मोहना हरिगीतिका छंद बंशी बजाये मोहना नव रस सुरीली गीत रे। है बाँसुरी जादू भरी फैली जगत में प्रीत रे। सुन बावली होने लगी कितना मधुर संगीत रे। रसराज रसिया की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · भजन · स्तुति · हरिगीतिका छंद 6 1 403 Share surenderpal vaidya 5 Jul 2023 · 1 min read चाहते हो ** गीतिका ** ~~ तुम स्वयं को क्यों बदलना चाहते हो। जिन्दगी को आम करना चाहते हो। स्नेह पूरित है बहुत फितरत तुम्हारी। व्यर्थ क्यों फिर आह भरना चाहते हो।... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · गीतिका 6 3 113 Share Dr. Kishan tandon kranti 10 Nov 2023 · 1 min read "आदि नाम" आदि नाम सतनाम है सत ही है जग सार, सतनाम के जपन से मानव उतरे पार। सतनाम सम नाम नहीं सब नामों में सार, सत के कारण सन्त जन उतरे... Hindi · गीतिका 6 5 145 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jun 2022 · 1 min read बाबू जी सुधियों संग बुढ़ापा काटें, तन्हाई में बाबू जी। दुखी हो गए भित्ति उठी जब,अँगनाई में बाबू जी।।1 दुबक गए हैं घर के अंदर,साथ नहीं देती काया, पाए जाते थे जो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीतिका 5 6 175 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 Jul 2022 · 2 min read हृद् कामना .... हृद्-कामना... यही कामना जग में सबसे, सरल-सहज व्यवहार करूँ। तेरी कृपा के गुल खिलें तो, उन्हें गले का हार करूँ।। नहीं चाहिए मुझको प्रभुवर, किस्मत से कुछ भी ज्यादा। लिखा... Hindi · गीतिका 5 4 537 Share surenderpal vaidya 13 Jul 2023 · 1 min read मुस्कुराना चाहते हो ** गीतिका ** ~~ जिन्दगी में मुस्कुराना चाहते हो। और सब को आजमाना चाहते हो। तुम नहीं बदलोगे अपनी चाहतें। शर्त पर बाजी लगाना चाहते हो। तोड़ देते हैं सभी... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · गीतिका 5 3 166 Share Rajesh Kumar Arjun 1 Nov 2023 · 2 min read कविता: सजना है साजन के लिए कविता: सजना है साजन के लिए ************************** आज सुबह जब ऑंख खोली, चुपके से आकर वो मुझसे बोली। क्या मेरे साथ चलोगे? मैंने पूछा कहां? वह बोली- समुंदर के किनारे,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · दोहा · मुक्तक 5 1 1k Share लक्ष्मी सिंह 25 Aug 2019 · 1 min read कृष्ण जन्म विधाता छंद सृजन १२२२-१२२२-१२२२-१२२२ महीना नेक भादो का, दिवस बुधवार शुभकारी। अँधेरी रात काली थी, लिए जब जन्म वनवारी। कड़क कर बिजलियों ने , दीप राहों में जलाया था। बरसकर... Hindi · गीतिका · भजन · विधाता छंद · स्तुति 4 2 410 Share लक्ष्मी सिंह 25 Aug 2019 · 1 min read कृष्ण भक्ति इन्द्रवज्रा छंद 221 221 121 22 आओ मुरारी दर पे पड़ा हूँ। साथी सुदामा बन के खड़ा हूँ।। क्या मैं बताऊँ कह के सुनाऊँ। कैसे कहो मैं दुख को छुपाऊँ।।... Hindi · इन्द्रवज्रा छंद · गीतिका · भजन · वंदना 4 1 478 Share लक्ष्मी सिंह 8 Feb 2020 · 1 min read चपले तोटक छंद ११२-११२-११२-११२ चमके दमके नभ में चपले। दिखला कर रूप छटा मचले। यह बादल में छिपती रहती। बतियाँ उससे कितना करती। डरता रहता मन चंचल है। नभ से करती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · तोटक छंद · प्रेम 4 1 315 Share लक्ष्मी सिंह 3 Dec 2020 · 1 min read कभी चाहो मुझे भी तुम विधाता छंद 1222 1222 1222 1222 कभी चाहो मुझे भी तुम, कभी मेरे लिए सोचो । हमारा दिल बड़ा नाजुक ,इसे ऐसे नहीं नोचो। बिखर कर टूट जाती हूँ, सँभल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · प्रेम · विधाता छंद 4 4 226 Share डी. के. निवातिया 7 Jul 2022 · 1 min read आज नहीं तो कल होगा - डी के निवातिया आज नहीं तो कल होगा ! ज्यों ज्यों जग पाप बढ़ेगा कलयुग का प्रताप बढ़ेगा, अधर्म का युग भावी होगा, हैवान सर पर हावी होगा असत्य परिपूर्ण शिक्षा होगी सच... Hindi · कविता · गीतिका 4 6 1k Share surenderpal vaidya 23 May 2023 · 1 min read स्वप्न कुछ ** गीतिका ** ~~ स्वप्न कुछ सबको सलोने दीजिए। नव उमंगें कम न होने दीजिए। बोनसाई बन गया है पेड़ का। बेवजह मत बोझ ढोने दीजिए। खूब फलने फूलने की... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका 4 1 132 Share surenderpal vaidya 20 Mar 2024 · 1 min read * शक्ति है सत्य में * ** गीतिका ** ~~ शक्ति है सत्य में जब समाहित सदा। साथ देना जरूरी बहुत सर्वदा। ये पराजित नहीं है कभी भी हुआ। है हमेशा रहा साथ मंगल प्रदा। सत्य... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी 4 3 35 Share surenderpal vaidya 28 Mar 2024 · 1 min read * सत्य पथ पर * ** गीतिका ** ~~ बेकरारी में नहीं अब हाथ मलना चाहिए। जब जमाने में सभी को साथ चलना चाहिए। सत्य पथ पर कष्ट होंगे सब करेंगे हम सहन। अब स्वयं... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · गीतिका छंद 4 1 31 Share लक्ष्मी सिंह 7 Sep 2019 · 1 min read रोटी रूप माला छंद मापनी-21222122. 212221 एक रोटी फूल-सी, फूली हुई जो आग। आग में जिसको पकाने, से लगे कुछ दाग। एक रोटी गोल, थाली से रही है झाँक। चाँद-सी सूरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · रूपमाला छंद 3 3 201 Share लक्ष्मी सिंह 21 Sep 2019 · 1 min read कर्म गीतिका छन्द 2122,2122,2122,212 कर्म दैविक रूप है, तो कर्म ही आकार है। कर्म दैविक संपदा है ,मुक्तियों का द्वार है। कर्म जो भी श्रेष्ठ करता, ईश का अवतार है। कर्म... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · गीतिका छंद 3 1 336 Share लक्ष्मी सिंह 6 Feb 2020 · 1 min read विहान तोटक छंद मापिनी 112112 112112 जब सूरज नित्य विहान करे। चहके चिड़िया मधु गान करें। यह कोमल ,मंजुल-सी कलियाँ। खिलती तरु की सुमनावलियाँ। अवसाद मिटें भ्रम जाल कटे। नव सूर्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · तोटक छंद 3 1 353 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 6 Dec 2021 · 1 min read शिशिर ऋतु-३ भास्कर का तेज भी हुआ जैसे मध्यम-मध्यम दिनेश का दिन पहले ढलने लगा है। निशा उम्र हुई लम्बी बेंत-बेंत ठण्डी-ठण्डी देहाती अलाव तेज जलने लगा है। नीले-नीले नभ ऊपर धवल... Hindi · गीतिका 3 1 549 Share The_dk_poetry 2 Jul 2022 · 1 min read लाल में तुम ग़ुलाब लगती हो लाल में तुम ग़ुलाब लगती हो पीले में तुम मीठा आम लगती हो लड़की तुम खास दिखती हो दिल के मेरे बेहद पास रहती हो आँखे हैं चितचोरनी-सी चलती हो... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 3 235 Share डी. के. निवातिया 30 Jul 2022 · 1 min read कण कण तिरंगा हो, जनगण तिरंगा हो कण कण तिरंगा हो, जनगण तिरंगा हो हर मन तिरंगा हो, हर तन तिरंगा हो !! जवानो के खून की, रवानी कहती है, किसानो के खेत की हराली कहती है,... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत · गीतिका 3 2 781 Share rkchaudhary2012 11 Aug 2022 · 1 min read चलो प्रेम का दिया जलायें नफरत का अंधियार मिटायें। चलो प्रेम का दिया जलायें। आग स्वार्थ की लगी हुई है। संवेदना मरी हुई है। कोई किसी का हाल न पूछे, बेगैरत की हवा चली है।... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 3 1 199 Share VINOD CHAUHAN 6 Jan 2023 · 1 min read हर आईना मुझे ही दिखाता है हर आईना हमेशा मुझे ही दिखाता है जिसमें देखूँ मेरा अक्स नजर आता है कोई दिखाता है मुझको ये सूरत मेरी हाल-ए-दिल कोई कभी नहीं सुनाता है कोई दिखाता है... Hindi · V9द चौहान · गीतिका 3 1 571 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 24 Apr 2023 · 1 min read पग-पग पर हैं वर्जनाएँ.... पग-पग पर हैं वर्जनाएँ। सूखे घन- सी गर्जनाएँ। गति नियति की अद्भुत, अद्भुत उसकी सर्जनाएँ। पल भर के ही भ्रूभंग पर, टूटतीं लौह-अर्गलाएँ। साथिन हैं जीवन भर की, जीवन की... Hindi · गीतिका 3 2 142 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 20 May 2023 · 1 min read रोकोगे जो तुम... रोकोगे जो तुम प्यार से, कुछ पल को ठहर जाऊँगी। वरना आम मुसाफिर की तरह, मैं भी गुजर जाऊँगी। मैं एक क्षणिक झोंका हवा का, कोई बिसात न मेरी, ढूँढोगे... Poetry Writing Challenge · गीतिका 3 170 Share surenderpal vaidya 25 Jun 2023 · 1 min read सजाता कौन ** गीतिका ** ~~ होली का शुभ पर्व न आता, मुख पर रंग सजाता कौन। मधुर स्नेह के भाव हृदय में, खुलकर यहां जगाता कौन। कभी कभी ऐसा लगता है,... Hindi · कविता · गीतिका 3 120 Share Ram Krishan Rastogi 30 Jun 2023 · 1 min read इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आएगी इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आयेगी ************************* इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आयेगी। किए थे जो वादे उनकी याद आयेगी।। चांदनी रात में जब चांद चमेगा, देखकर उसको मेरा दिल... Hindi · गीतिका 3 3 439 Share surenderpal vaidya 5 Jul 2023 · 1 min read झील में प्रतिबिंब ** गीतिका ** ~~ झिलमिलाती कल्पनाओं का अजब संसार। झील में प्रतिबिंब बन ज्यों हो रही साकार। सुन रहे आहट कदम की हम सभी चुपचाप। पुल बनी हमको लिए है... Hindi · कविता · गीतिका 3 111 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 9 Jul 2023 · 1 min read जुनून डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त * जुनून * मेरी फितरत मरेगी तो मेरा जुनून भी जाएगा मर । तूझे प्यार करना होगा मुझसे इन्हीं... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 3 177 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Jul 2023 · 1 min read दूर चकोरी तक रही अकास... चाँदनी सोयी चाँद के पास। दूर चकोरी तक रही अकास। सुध भी चाँद ने ली न उसकी, बीते कितने दिन और मास। गुमसुम-गुमसुम खोई-खोई, भूली-बिसरी होशोहवास। घेरे बैठी बदली गम... Hindi · गीतिका 3 2 234 Share surenderpal vaidya 31 Oct 2023 · 1 min read * जिन्दगी * ** गीतिका ** ~ जिन्दगी है मुस्कुराने के लिए। गीत सुन्दर गुनगुनाने के लिए। अब कभी पीछे नहीं मुड़ देखना। हर कदम आगे बढ़ाने के लिए। याद रख लेना अधिक... Hindi · आनन्दवर्धक छंद · गीतिका 3 2 67 Share surenderpal vaidya 19 Feb 2024 · 1 min read * सुन्दर फूल * ** गीतिका ** ~~ सुन्दर फूल जगा देते हैं, मन में प्यार। लेकिन अल्प समय इनका है, जीवन सार। खिला खिला जीवन लाता प्रिय, मन में भाव। किंतु शूल हेतु... Poetry Writing Challenge · गीतिका · निश्चल छंद 3 1 57 Share surenderpal vaidya 19 Mar 2024 · 1 min read * सत्य एक है * ** गीतिका ** ~~ सत्य एक है जिनको ज्ञानी, अलग ढंग से कहते। ज्ञान सिंधु में सब मिल जाता, अविरल बढ़ते बढ़ते। सत्य भावनाओं से ऊपर, रौशन पथ करता है।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · छंद सार 3 1 39 Share surenderpal vaidya 22 Mar 2024 · 1 min read * मायने हैं * ** गीतिका ** ~~ आपसी मतभेद सारे पाटने हैं। तब कठिन होते समझने मायने हैं। सत्य क्या है और क्या मिथ्या यहां पर। जो हमें सब दिख रहा है सामने... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · सार्द्धमनोरम 3 1 38 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Mar 2024 · 2 min read अकेले आए हम अकेले है जाना अकेले , बहकाते हैं ये दुनियाँ के मेले कुछ भी नहीं है सच्चा यहाँ , सारे ही रिश्ते हैं मिथ्या यहाँ बालू के ढेर पर... Hindi · गीत · गीतिका 3 172 Share surenderpal vaidya 26 Mar 2024 · 1 min read * नाम रुकने का नहीं * ** गीतिका ** ~~ ज्ञान की शुभ रौशनी की ओर बढ़ना है हमें अब। है तमस अज्ञान का हर वक्त हरना है हमें अब। नाम रुकने का नहीं लेना कभी... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · माधव मालती छंद 3 33 Share लक्ष्मी सिंह 31 Mar 2024 · 1 min read सत्य ईश्वर ही परम सत्य है,शाश्वत है अविनाशी है। निराकार ज्योति-बिन्दु है,परम शक्ति विश्वासी है।। सत्य आनंद,शुभ,पवित्र,सतत्-शांति का गागर है। उच्चतम-कल्याणकारी,सुखद स्नेह का सागर है।। सच पर धूल नहीं चढ़ती, सत्य... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका 3 1 33 Share surenderpal vaidya 25 Apr 2024 · 1 min read * संवेदनाएं * ** गीतिका ** ~~ हर समय जीवित रहें संवेदनाएं। स्नेह की शुभ भावना मन में जगाएं। भूख से कोई तड़पता न रहे अब। पास हो कुछ बांट कर सबको खिलाएं।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · संवेदनाएं · सार्द्धमनोरम छंद 3 12 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 Nov 2018 · 1 min read गीतिका गीतिका (आधार छंद- मंगलवत्थू) ऐसा हुआ कमाल,चुनावी मौसम में । बदली सबकी चाल,चुनावी मौसम में।।1 खींचें नेता टाँग ,मढ़ें आरोप सभी , बहुत बुरा है हाल,चुनावी मौसम में ।।2 करता... Hindi · गीतिका 2 1 400 Share Page 1 Next