Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jan 2024 · 1 min read

मेरे कलाधर

श्यामल शस्य भू नीला अम्बर , शोभित मध्य मेरे कलाधर
शास्वत सत्य डारि बाघम्बर, गुंजित बम-बम और हर-हर स्वर
शोभित मध्य मेरे कलाधर …………….

अजानुबाहु आशीष को देते, मन निर्मल पावन कर देते
समस्त व्याकुलता हर लेते, मंद मुस्कान धरे अधर पर
शोभित मध्य मेरे कलाधर …………….

आये कोई भी असुर,सुर, मुनि जन, बन जाते भोले औ साधारण
न जाने क्या जादू कर देते तब , गुम हो जाये देखे रूप मनहोर
शोभित मध्य मेरे कलाधर …………….

हे मम स्वामी अन्तर्यामी, प्रायः मनुष्य करता नादानी
सर्वग्य नाथ तुम सर्वव्यापी, किया दूर तम ज्ञान को देकर
शोभित मध्य मेरे कलाधर …………….

विनती मेरी श्री चरणों में , रह पाऊं सदा तेरी ही शरण में
भूल सकूँ न तुम्हें भूलकर, जीऊँ सदा तेरी ही बनकर
शोभित मध्य मेरे कलाधर …………….
…………………………………………………………………………………..

9 Likes · 146 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr.Pratibha Prakash
View all
You may also like:
सीप से मोती चाहिए तो
सीप से मोती चाहिए तो
Harminder Kaur
मुहब्बत भी मिल जाती
मुहब्बत भी मिल जाती
Buddha Prakash
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
शेखर सिंह
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
सामाजिक न्याय
सामाजिक न्याय
Shekhar Chandra Mitra
କୁଟୀର ଘର
କୁଟୀର ଘର
Otteri Selvakumar
अश्क तन्हाई उदासी रह गई - संदीप ठाकुर
अश्क तन्हाई उदासी रह गई - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
एक तरफा दोस्ती की कीमत
एक तरफा दोस्ती की कीमत
SHAMA PARVEEN
*वही है धन्य जीवन शुभ, बॅंधी है जिससे मर्यादा (मुक्तक)*
*वही है धन्य जीवन शुभ, बॅंधी है जिससे मर्यादा (मुक्तक)*
Ravi Prakash
सफर
सफर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
खुद पर यकीन,
खुद पर यकीन,
manjula chauhan
"मेरा गलत फैसला"
Dr Meenu Poonia
#है_व्यथित_मन_जानने_को.........!!
#है_व्यथित_मन_जानने_को.........!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
नर को न कभी कार्य बिना
नर को न कभी कार्य बिना
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
महफिल में तनहा जले, खूब हुए बदनाम ।
महफिल में तनहा जले, खूब हुए बदनाम ।
sushil sarna
होली है!
होली है!
Dr. Shailendra Kumar Gupta
جستجو ءے عیش
جستجو ءے عیش
Ahtesham Ahmad
माता पिता नर नहीं नारायण हैं ? ❤️🙏🙏
माता पिता नर नहीं नारायण हैं ? ❤️🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
किरदार हो या
किरदार हो या
Mahender Singh
#आज_की_ग़ज़ल
#आज_की_ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
रेशम की डोरी का
रेशम की डोरी का
Dr fauzia Naseem shad
मूर्ती माँ तू ममता की
मूर्ती माँ तू ममता की
Basant Bhagawan Roy
खुले आँगन की खुशबू
खुले आँगन की खुशबू
Manisha Manjari
हम तुम्हारे साथ हैं
हम तुम्हारे साथ हैं
विक्रम कुमार
गर कभी आओ मेरे घर....
गर कभी आओ मेरे घर....
Santosh Soni
चक्रवृद्धि प्यार में
चक्रवृद्धि प्यार में
Pratibha Pandey
“गुरुर मत करो”
“गुरुर मत करो”
Virendra kumar
विजेता
विजेता
Sanjay ' शून्य'
2550.पूर्णिका
2550.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Loading...