आकाश महेशपुरी Tag: कविता 54 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आकाश महेशपुरी 4 Feb 2024 · 1 min read झाड़ू अउरी बेलन ई दर्द करेला केतना दिन झाड़ू भा बेलन के खाइल ऊ बड़ी भाव से पुछलें पर हमरा से उत्तर ना आइल पीठी में दर्द जियादे बा ई दवा अभिन कबले... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 90 Share आकाश महेशपुरी 18 Sep 2023 · 1 min read लंपी घातक रोग लंपी घातक रोग के चलते मनवा भइल पागल केतनी गइयन के अबहिं ले टीका नइखे लागल ख़बर गाइ कुल के मरले के कबले रोज सुनाई लखनऊ से चलल टीका गाँवें... Bhojpuri · कविता 137 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2023 · 1 min read तिलक-विआह के तेलउँस खाना तारल मछरी, मुर्गा, सब्जी छानल भात मिठाई शादिन के इ तेलउँस खाना तेल निकाले भाई पूँडी के आटा में खूबे डालल जात रिफाइन ऊपर से भरपेट खिआवे लो साढ़ू-सढ़ुआइन चाउर... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 342 Share आकाश महेशपुरी 12 Apr 2023 · 2 min read सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार गइल बारात रहे गंडक के पार होटल में रुके के रहे बेवस्था दरिये पर मिल गइल पानी आ नाश्ता गजबे के रहे ये भाई... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 3 1 444 Share आकाश महेशपुरी 6 Apr 2023 · 1 min read मउगी चला देले कुछउ उठा के मउगी त मरदे में खोजे खराबी एतने ह कमी कि हउवे शराबी खेलेला जुआ भा तास सुरिया के गहना ले बेचि देला मीट भात खा के कहेला चिंता का करेलू... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 2 375 Share आकाश महेशपुरी 10 Nov 2022 · 2 min read भूत अउर सोखा सोखा जब जब आवेला तऽ टाने बीयर, वाइन, झुठहूँ रोज उपाटेला ऊ चुरइल भूतिन डाइन। निमनो मनई झूमे लागे कूदे अउरी नाँचे, जब सोखा गाँवे में आके अंतर मंतर बाँचे।... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 510 Share आकाश महेशपुरी 5 Nov 2022 · 1 min read गाँव भइल आखाड़ा आजकाल तऽ बाति-बाति में, हल्ला हुल्लड़ होला। रात रात भर जागेला अब, गाँव-नगर आ टोला। मार-पीट आ गारी के हर, गाँव भइल आखाड़ा। मार-पीट के गिनती होला, अउरी रोज पहाड़ा।... Bhojpuri · कविता 4 1 237 Share आकाश महेशपुरी 3 Mar 2022 · 1 min read मित्रों है मतदान का... (षष्टपदी) मित्रों है मतदान का, मिला हमें अधिकार। हमसे ही यह देश है, हमसे ही सरकार। हमसे ही सरकार, इसे हम लोग बनाते। आ जाये गर खोट, हमीं हैं सबक सिखाते।... Hindi · कविता 3 2 399 Share आकाश महेशपुरी 10 Nov 2021 · 1 min read छठ के ई त्योहार (कुण्डलिया छंद) माई के ममता हवे, छठ के ई त्योहार। लइकन खातिर ही सहें, माई कष्ट हजार। माई कष्ट हजार, प्यार आ ममता देली। ना राखेली भेद, हमेशा समता देली। खुद के... Bhojpuri · कविता 4 439 Share आकाश महेशपुरी 23 Aug 2021 · 1 min read नहीं नहीं जी कभी नहीं हाय बुढ़ापे में क्या बचपन दोबारा पा सकते हैं? बीता है जो पल क्या उसमें हम वापस जा सकते हैं? नहीं नहीं जी कभी नहीं। पूरी उम्र किसी की खातिर... Hindi · कविता 2 3 396 Share आकाश महेशपुरी 21 Jul 2021 · 1 min read मउगी ओकर (हास्य कविता) मउगी ओकर (हास्य कविता) ■■■■■■■■■■■■■ ऊ तऽ हउवे बहुते भोला मउगी ओकर धधकत शोला छुवते ओकर जीव जरेला प्रेम करे तऽ बजर परेला जरे आँख बीखी के मारे खिसिआले तऽ... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 6 11 2k Share आकाश महेशपुरी 7 Jul 2021 · 1 min read बदबू से रोवेला गेंदा-गुलाब बदबू से रोवेला गेंदा-गुलाब ■■■■■■■■■■■■ होत सबेर चाहे होखे अबेरा सड़की प बदबू के बाटे बसेरा लोगवा के आदत बा अइसन खराब बदबू से रोवेला गेंदा-गुलाब खाली जगहि तबो सड़के... Bhojpuri · कविता 257 Share आकाश महेशपुरी 7 Jul 2021 · 1 min read दारू के खतिरा भागेला दारू के खतिरा भागेला ■■■■■■■■■■ कइले बा उ एतना देरी करत होई केनहो फेरी मित्र मण्डली मयखाना मेँ होइहेँ सँ चाहे थाना मेँ बाटे ओकर अजब कहानी कि सुनीँ सभे... Bhojpuri · कविता 1 462 Share आकाश महेशपुरी 5 Jul 2021 · 2 min read कइसन रोग कोरोना बा... कइसन रोग कोरोना बा... ■■■■■■■■■■■■ पहिले के दिन लौटी कबो बुझाते नइखे कइसन रोग कोरोना बा कि जाते नइखे पूजा गाँवे गाँवे भइल कसाई के माटी खोनि हलावल गइल मिठाई... Bhojpuri · कविता 6 4 881 Share आकाश महेशपुरी 5 Jul 2021 · 1 min read चुनाव नियराइल चारू ओर लागे कि जहर बोआइल कि देखअ ना भाई चुनाव नियराइल साड़ी बाटात कहीं मुर्गा काटाला दारू के बोतल प दुनिया के हाला बूझे ना लोग बाटे पासा फेकाइल-... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 3 533 Share आकाश महेशपुरी 5 Jul 2021 · 1 min read हमनी के बचपन हमनी के बचपन के सुनऽ कहानी, जवना के नइखे अब कवनो निशानी। मिले ना पिज़्ज़ा, ना बर्गर भा डोसा, डोसा के छोड़ऽ मिले ना समोसा। हाथे प आवे ना कहियो... Bhojpuri · कविता 5 8 536 Share आकाश महेशपुरी 4 Jul 2021 · 1 min read जहिया भरपेटा पी लेला पी के घुमे बाजार तऽ ओकर जोश जागेला गीरेला केतनो मार ना चढ़ल भूत भागेला पी के झगरा फरिआवेला हीक हीक भर गरिआवेला मानेक परी बाटे बूता डटल रहेला खा... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 491 Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 2 min read ये बाबू कायल हो जइबअ... ये बाबू कायल हो जइबअ... ■■■■■■■■■■■■■ दुनिया चली अइसन चाल ये बाबू कायल हो जइबअ सचको बतिया कहबअ सुन ल घायल हो जइबअ बाड़े सं रिश्वत खोर तबे त पोसेले... Bhojpuri · कविता 1 1 231 Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 1 min read दुख सहीले किसान हँईं दुख सहीले किसान हँईं (छंदमुक्त कविता) ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ जोगअवले हम ईमान हँईं, कर्ज से परेशान हँईं, दुख सहीले किसान हँईं। सबके बोझ उठाइले, घामें देहि जराईले, हम खाईं चाहें ना खाईं,... Bhojpuri · कविता 265 Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 1 min read बकरा जे कटवइबऽ तू बकरा जे कटवइबऽ तू ■■■■■■■■■■ हमरा से बोलीं समधी जी गलती कवन भइल जवना कारन कइले बानी रउवा मनवा मइल कहलें समधी सुन लीं कवनो बात न बाटे खास मास... Bhojpuri · कविता 1 1 332 Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 1 min read नवरातन में बकरा... नवरातन में बकरा... ... गइली दुर्गा अउरी उनकर बघवो भागि पराइल नवरातन में बकरा काटे जब लोग मन्दिर आइल कहलसि बघवा हे देवी हम त तहरे अंश हईँ बाघ तरे... Bhojpuri · कविता 328 Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 2 min read माल हवे सरकारी खा तू माल हवे सरकारी खा तू ॰ ॰ ॰ सुननी कुछ लो के बतिआवत दुखी के घरवा रहे दावत कुछ लोग रहे शोर मचावत मुखिया रहलेँ बात सुनावत बड़ी भागि से... Bhojpuri · कविता 281 Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 1 min read एतनो मति बनऽ तूँ भोला एतनो मति बनऽ तूँ भोला ॰॰॰ चढ़े कपारे अगर गरीबी दुख पहुँचावे पहिले बीबी गाँव-नगर के खूब टिभोली ऊपर से मेहरी के बोली राशन-पानी के परसानी याद करावे नाना-नानी पाँव... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 3 2 685 Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 1 min read कच कच कच कच बोले सन कच कच कच कच बोले सन ॰॰॰ अचरज बा कि तहिए मनई चार गोड़ के हो जाला शादी क के जहिए से घर के झंझट मेँ खो जाला दू गो... Bhojpuri · कविता 2 2 603 Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 1 min read दलीदर दलीदर ~~~ गइल रात बीतल दीवाली पीटल जाला सूपा खाली सुतले-सुतले कर दे बारे जागेला ऊहो भिनुसारे सूपा लेके फट फट फट फट बकरी जइसे पट पट पट पट खटर... Bhojpuri · कविता 3 3 540 Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 1 min read पढ़बअ ना पछतायेक परी पढ़बअ ना पछतायेक परी ---------------------------------- दर-दर ठोकर खायेक परी पढ़बअ ना पछतायेक परी पढ़ लिख के राजा के होई ई सोची जिनिगी भर रोई आइल बाटे नया जमाना भइल कहाउत... Bhojpuri · कविता 2 1 508 Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 2 min read रहे इहाँ जब छोटकी रेल देखल जा खूब ठेलम ठेल रहे इहाँ जब छोटकी रेल चढ़े लोग जत्था के जत्था छूटे सगरी देहि के बत्था चेन पुलिंग के तबो जमाना रुके ट्रेन तब कहाँ कहाँ... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 7 6 1k Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 1 min read दारू से का फायदा दारू से का फायदा . . . . . . . . . . दारू से का फायदा सोचनी आजु गिनावे के येही से परल हऽ हमरा कागज कलम उठावे... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 444 Share आकाश महेशपुरी 27 Jun 2021 · 1 min read हे ईश्वर! तू कहीं अगर है... हे ईश्वर! तू कहीं अगर है, कड़ी धूप में छाया देना। धन-दौलत कुछ कम ही देना, किंतु निरोगी काया देना। हे ईश्वर! तू कहीं अगर है, माता जैसी ममता देना।... Hindi · कविता 3 4 546 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2021 · 1 min read इंसानों से प्यारे गिद्ध इंसानों से प्यारे गिद्ध। आक्सीजन के साथ दवाई, ये बेंच रहे कई गुने पर। हैं इतने लालच में अन्धे, साँसों के कातिल सौदागर। इन इंसानों के जैसे क्या? होते हैं... Hindi · कविता 5 1 767 Share आकाश महेशपुरी 31 Dec 2020 · 1 min read शादी कोई खेल नहीं है शादी कोई खेल नहीं है ■■■■■■■■■■ शादी शादी रटते हो तुम शादी कोई खेल नहीं है उम्र कैद है सुन लो भाई कहने को बस जेल नहीं है शादी तो... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 4 5 808 Share आकाश महेशपुरी 7 May 2020 · 1 min read खुली हुई है मधुशाला खुली हुई है मधुशाला ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ कोरोना के डर से सारे बंद पड़े हैं विद्यालय, मिल-जुल कर मरने की शिक्षा देते अब तो मदिरालय। नहीं किताबें मिल पाएंगी, लगा दुकानों पर... Hindi · कविता 6 667 Share आकाश महेशपुरी 20 Mar 2020 · 1 min read मजहब और अस्पताल मजहब और अस्पताल ■■■■■■■■■ अस्पताल हैं हमें बचाते, मजहब करता है बटवारा। धर्म अनेकों हैं दुनिया में, ईश्वर के भी नाम कई हैं। जगह जगह पूजालय लाखों, इस धरती पर... Hindi · कविता 3 1 455 Share आकाश महेशपुरी 17 Aug 2019 · 1 min read कविता- हँसी ठिठोली कर लें आओ कविता- हँसी ठिठोली कर लें आओ □■■■□■■■□■■■□ दुनिया के कुछ लोग हमेशा, रहते हैं मुरझाए। हँसी-ठिठोली कर लें आओ, हर कोई मुस्काए।। बीवी जिसकी कद्दू जैसी, वह ककड़ी का भ्राता।... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 6 1 758 Share आकाश महेशपुरी 3 Apr 2019 · 1 min read हड़ताल और बीमार बेटा हड़ताल और बीमार बेटा ●●●●●●●●●● मन अनहोनी की शंका से थर-थर-थर-थर कांप रहा है आधी रात हुई है बेटा पल पल देखो हाफ रहा है अस्पताल जाना है लेकिन हड़ताल... Hindi · कविता 1 429 Share आकाश महेशपुरी 16 Feb 2019 · 1 min read पाक तुझे दहला देंगे रोज-रोज छिप-छिप कर चूहों आ जाते हो सरहद में बुजदिल तुम डरपोक भिखारी जल्दी आओगे ज़द में आग लगाकर बिल में घुसना और नहीं चलने देंगे घर में घुसकर मारेंगे... Hindi · कविता 6 4 1k Share आकाश महेशपुरी 13 Feb 2019 · 1 min read कुर्ता भले सफेद...जोगीरा सा रा रा रा कुर्ता भले सफेद...जोगीरा सा रा रा रा □■□■□■□■□■□■□■□■□ नेता नोटों की गड्डी से, खेल रहे हैं खेल। जीवन अपना फीका फीका, मिले नमक ना तेल- जोगीरा सा रा रा रा।।... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 7 4 1k Share आकाश महेशपुरी 2 Feb 2019 · 1 min read झूठा यार झूठा यार ◆◆◆◆◆◆◆◆◆ दिखता तो है मोम मगर वह धोखा केवल देता है ऑक्सीजन भी डर जाता जब लम्बी साँसे लेता है प्राण वायु पीता है लेकिन ज़हर उगलता है... Hindi · कविता 565 Share आकाश महेशपुरी 17 Jan 2019 · 1 min read जाड़ा जाड़ा ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ठिठुर ठिठुर कर जाड़े में हम क्या बतलाएँ भाई थर थर थर थर कांप रहे हैं जमने लगी रजाई जो जितना कमजोर उसे यह उतना ही तड़पाकर मार... Hindi · कविता 4 3 582 Share आकाश महेशपुरी 16 Jan 2019 · 1 min read रसोई गैस सिलेंडर की महँगाई रसोई गैस सिलेंडर की महँगाई ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ लगता है यूँ भूखे प्यासे रह जाएंगे बच्चे है राशन पर क्या हम इसको खा पाएंगे कच्चे आज हुए तुम खाली हो जब जेब... Hindi · कविता 5 2 1k Share आकाश महेशपुरी 8 Oct 2018 · 1 min read कलमकार कलमकार वेद व्यास ने कृष्ण सुदामा तुलसी जी ने राम को अमर बनाया इस दुनिया में देखो इनके काम को ग़ालिब की ग़ज़लें देखो तुम दोहे दास कबीर के ये... Hindi · कविता 2 489 Share आकाश महेशपुरी 21 Sep 2018 · 1 min read कितना भरमाया जाता है कितना भरमाया जाता है ◆◆◆◆◆◆◆◆◆ कितना भरमाया जाता है °°° पूर्व जन्म का कर्म बताकर स्वर्ग नर्क का मर्म बताकर जाल बनाकर पाखण्डों का कर्म-कांड को धर्म बताकर कितना धमकाया... Hindi · कविता 1 620 Share आकाश महेशपुरी 21 Feb 2018 · 1 min read शिक्षामित्रों पर उपकार... शिक्षामित्रों पर उपकार कर दो हे मोदी सरकार दुखियारों का अब उद्धार कर दो हे योगी सरकार इतना है माथे पर भार जीवन से जाएंगे हार अबतक इतने गये सिधार... Hindi · कविता 4 2 1k Share आकाश महेशपुरी 31 Dec 2017 · 1 min read फिर से इक नव वर्ष मिला है फिर से इक नव वर्ष मिला है ॰॰॰ फिर से इक नव वर्ष मिला है मानव मन को हर्ष मिला है और इसे आगे ले जायेँ अबतक जो उत्कर्ष मिला... Hindi · कविता 4 1 927 Share आकाश महेशपुरी 19 Dec 2017 · 2 min read नया वर्ष कुछ खास रहेगा नया वर्ष कुछ खास रहेगा ●●● धूमिल हैं आशाएं सारी बने हुए सब हैं व्यापारी दिल की दौलत बेंच रहे हैं कैसी है यह दुनियादारी माना अबतक कष्ट मिला है... Hindi · कविता 4 2 1k Share आकाश महेशपुरी 1 Apr 2017 · 1 min read दो कुण्डलिनी छंद दो कुण्डलिनी छंद 1- कितनी छोटी हो गयी, है मानव की सोच, आगे बढ़ने के लिए, रहा स्वयं को नोच। रहा स्वयं को नोच, बढ़ी लालच है इतनी, और-और का... Hindi · कविता 681 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read मूँछेँ (सिर्फ एक मजाक) मूँछेँ (सिर्फ एक मजाक) ... सच कहूँ तो शान हैँ मूँछेँ। मर्दों की पहचान हैँ मूँछेँ।। अब तो यह फैशन है आया। मूँछोँ का है हुआ सफाया।। यह फैशन मूँछोँ... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 376 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read बाल कविता- मेंढक और कछुवा बाल कविता- मेंढक और कछुवा ... बादल पर जा बैठे उछलकर मेंढक राजा मस्ती इतनी आई लगे बजाने बाजा पानी इतना बरसा बादल हो गया खाली गिर गये मेंढक राजा... Hindi · कविता · बाल कविता 717 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read बाल कविता- बस्ता बाल कविता- बस्ता ... खुद से भारी बस्ता ढोकर गिर जाते हैं बेसुध होकर आज दिवस छुट्टी का आया हम बच्चों के मन को भाया बस्ते को अब कर के... Hindi · कविता · बाल कविता 1 694 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read आऊँगा मैँ रंग लगाने आऊँगा मैँ रंग लगाने ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ अबकी नव रस धार बहाने मन की चाहत को भड़काने सोई आशा एक जगाने आऊँगा मैँ रंग लगाने हरदम तुमसे दूर... Hindi · कविता 194 Share Page 1 Next