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Tag: ग़ज़ल/गीतिका
193 posts
Page 2
घूँघट हटा के देखो
घूँघट हटा के देखो
कवि संजय कौशाम्बी
क्या लेना-देना
क्या लेना-देना
कवि संजय कौशाम्बी
तुझसे मोहब्बत हो गई है
तुझसे मोहब्बत हो गई है
कवि संजय कौशाम्बी
फुरसत में बैठा हूँ
फुरसत में बैठा हूँ
कवि संजय कौशाम्बी
दारू की बोतल में
दारू की बोतल में
कवि संजय कौशाम्बी
बनाकर चाँद को मामा
बनाकर चाँद को मामा
कवि संजय कौशाम्बी
तुम छत पे बुला लेना
तुम छत पे बुला लेना
कवि संजय कौशाम्बी
अभी बहरा नहीं हूँ
अभी बहरा नहीं हूँ
कवि संजय कौशाम्बी
राधिका ही न क्यों रुक्मणी हो गयी
राधिका ही न क्यों रुक्मणी हो गयी
कवि संजय कौशाम्बी
मौत भी लेकर कलण्डर आ गई
मौत भी लेकर कलण्डर आ गई
कवि संजय कौशाम्बी
नहीं रुकता बुलंदी पर
नहीं रुकता बुलंदी पर
कवि संजय कौशाम्बी
यूँ गहरी झील सी आँखों से...
यूँ गहरी झील सी आँखों से...
कवि संजय कौशाम्बी
तुम्हारा घर चलाने कौन आता है
तुम्हारा घर चलाने कौन आता है
कवि संजय कौशाम्बी
जरूरी तो नही
जरूरी तो नही
कवि संजय कौशाम्बी
.उन्हें चलना नहीं आया
.उन्हें चलना नहीं आया
कवि संजय कौशाम्बी
हम भी मशहूर हैं.....
हम भी मशहूर हैं.....
कवि संजय कौशाम्बी
पैरों में छाला चाहिए
पैरों में छाला चाहिए
कवि संजय कौशाम्बी
जिसे हम गुनगुना आये
जिसे हम गुनगुना आये
कवि संजय कौशाम्बी
पुरखों की निशानी बेच देते हैं
पुरखों की निशानी बेच देते हैं
कवि संजय कौशाम्बी
उलझन में रहता हूँ
उलझन में रहता हूँ
कवि संजय कौशाम्बी
मुझको इंसान बना दे मौला
मुझको इंसान बना दे मौला
कवि संजय कौशाम्बी
वो दे देगा तुम्हें घर..
वो दे देगा तुम्हें घर..
कवि संजय कौशाम्बी
पाँव धरने की इजाजत दो
पाँव धरने की इजाजत दो
कवि संजय कौशाम्बी
सताना छोड़ मत देना
सताना छोड़ मत देना
कवि संजय कौशाम्बी
बताऊँगा तुम्हें वो बात
बताऊँगा तुम्हें वो बात
कवि संजय कौशाम्बी
एक दिन राधिका ने कहा श्याम से
एक दिन राधिका ने कहा श्याम से
कवि संजय कौशाम्बी
तुम्हारी कनपटी पर
तुम्हारी कनपटी पर
कवि संजय कौशाम्बी
कभी-कभी यूँ भी
कभी-कभी यूँ भी
कवि संजय कौशाम्बी
दिल की लगी थी ...
दिल की लगी थी ...
कवि संजय कौशाम्बी
मिलें मुश्किल से जो पल
मिलें मुश्किल से जो पल
कवि संजय कौशाम्बी
पल भर का साथ
पल भर का साथ
कवि संजय कौशाम्बी
तारे सजे फ़लक पर ...
तारे सजे फ़लक पर ...
कवि संजय कौशाम्बी
तुम उस पार खतरे में
तुम उस पार खतरे में
कवि संजय कौशाम्बी
पुराने हैं घर
पुराने हैं घर
कवि संजय कौशाम्बी
हवाओं की सारी नमी बँट चुकी है
हवाओं की सारी नमी बँट चुकी है
कवि संजय कौशाम्बी
अक्सर टूट जाती है
अक्सर टूट जाती है
कवि संजय कौशाम्बी
घर आ चुके हैं
घर आ चुके हैं
कवि संजय कौशाम्बी
पसीना छूट जायेगा
पसीना छूट जायेगा
कवि संजय कौशाम्बी
हैं जख्म जरूरी ये
हैं जख्म जरूरी ये
कवि संजय कौशाम्बी
मेरी कहानी पढ़कर
मेरी कहानी पढ़कर
कवि संजय कौशाम्बी
शर्मो हया उड़ गई
शर्मो हया उड़ गई
कवि संजय कौशाम्बी
तुम्हारे हाथ की अब भी छुअन...
तुम्हारे हाथ की अब भी छुअन...
कवि संजय कौशाम्बी
बस किताबों में लिखी रह जाएँगी चौपाइयाँ
बस किताबों में लिखी रह जाएँगी चौपाइयाँ
कवि संजय कौशाम्बी
राधा दिवानी छोड़ जाऊँ क्या
राधा दिवानी छोड़ जाऊँ क्या
कवि संजय कौशाम्बी
हम चले आए हैं अपना घर छोड़कर
हम चले आए हैं अपना घर छोड़कर
कवि संजय कौशाम्बी
जिंदगी तुझसे मोहब्बत हो गई है
जिंदगी तुझसे मोहब्बत हो गई है
कवि संजय कौशाम्बी
मैं कहीं भी रहूँ तू कहीं भी रहे
मैं कहीं भी रहूँ तू कहीं भी रहे
कवि संजय कौशाम्बी
पर्दा हटा के देखो
पर्दा हटा के देखो
कवि संजय कौशाम्बी
ख़त का जवाब आने दो
ख़त का जवाब आने दो
कवि संजय कौशाम्बी
मजा आ जाए
मजा आ जाए
कवि संजय कौशाम्बी
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