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18 Mar 2020 · 1 min read

दारू की बोतल में

बेशर्मों के बीच हया क्यों रखते हो
दिल में अपने दर्द नया क्यों रखते हो

कर देंगे बदनाम तुम्हारी तबियत को
दारू की बोतल में दवा क्यों रखते हो

तनहा रह जाओगे इश्क़ की राहों में
तुम सबसे उम्मीदे वफ़ा क्यों रखते हो

खो जाओगे तो मुझको मिल जाओगे
खीसे में तुम मेरा पता क्यों रखते हो

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