Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2020 · 1 min read

ख़त का जवाब आने दो

जिंदगी क्या है ये लब्बोलुआब आने दो
बचपने में लिखे ख़त का जवाब आने दो

दूज के चाँद को बढ़ने दो पूर्णमासी तक
हुस्न निखरेगा ये इस पर शवाब आने दो

हाँ मैं बतलाऊँगा तासीर इश्क की लेकिन
मेरे हाथों में भी कोई गुलाब आने दो

करके जाऊँगा बेनकाब सबको शिद्दत से
छप के बाज़ार में मेरी किताब आने दो

दोस्त हट जाओ राह से है इल्तिजा मेरी
मेरे नसीब में कुछ तो ख़राब आने दो

चाय,कॉफ़ी में दही,दूध में मजा क्या है
नाश्ते में मिरे अब तो शराब आने दो

174 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कान्हा
कान्हा
Mamta Rani
ये ऊँचे-ऊँचे पर्वत शिखरें,
ये ऊँचे-ऊँचे पर्वत शिखरें,
Buddha Prakash
* वर्षा ऋतु *
* वर्षा ऋतु *
surenderpal vaidya
*लोकमैथिली_हाइकु*
*लोकमैथिली_हाइकु*
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
दशावतार
दशावतार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कविता की महत्ता।
कविता की महत्ता।
Rj Anand Prajapati
🪔🪔दीपमालिका सजाओ तुम।
🪔🪔दीपमालिका सजाओ तुम।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मउगी चला देले कुछउ उठा के
मउगी चला देले कुछउ उठा के
आकाश महेशपुरी
खुशियों की आँसू वाली सौगात
खुशियों की आँसू वाली सौगात
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बड़ा काफ़िर
बड़ा काफ़िर
हिमांशु Kulshrestha
टूट जाता कमजोर, लड़ता है हिम्मतवाला
टूट जाता कमजोर, लड़ता है हिम्मतवाला
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
Dr Archana Gupta
श्री कृष्ण भजन
श्री कृष्ण भजन
Khaimsingh Saini
तू है तो फिर क्या कमी है
तू है तो फिर क्या कमी है
Surinder blackpen
रास्ते पर कांटे बिछे हो चाहे, अपनी मंजिल का पता हम जानते है।
रास्ते पर कांटे बिछे हो चाहे, अपनी मंजिल का पता हम जानते है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
अधूरी प्रीत से....
अधूरी प्रीत से....
sushil sarna
बेरोजगारी
बेरोजगारी
साहित्य गौरव
शिक्षा
शिक्षा
Adha Deshwal
जब मैंने एक तिरंगा खरीदा
जब मैंने एक तिरंगा खरीदा
SURYA PRAKASH SHARMA
शक्तिहीनों का कोई संगठन नहीं होता।
शक्तिहीनों का कोई संगठन नहीं होता।
Sanjay ' शून्य'
खुशी की खुशी
खुशी की खुशी
चक्षिमा भारद्वाज"खुशी"
#भूली बिसरी यादे
#भूली बिसरी यादे
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
चिंतन और अनुप्रिया
चिंतन और अनुप्रिया
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
कवि रमेशराज
"इस पृथ्वी पर"
Dr. Kishan tandon kranti
"अश्क भरे नयना"
Ekta chitrangini
2330.पूर्णिका
2330.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सकारात्मक पुष्टि
सकारात्मक पुष्टि
पूर्वार्थ
एक ही तारनहारा
एक ही तारनहारा
Satish Srijan
Loading...