Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2020 · 1 min read

क्या लेना-देना

दिल के इस जज़्बात से क्या लेना-देना
बेमतलब की बात से क्या लेना-देना

देती है वो साथ उजाले साक्षी हैं
तनहाई का रात से क्या लेना-देना

आँखों को क्यों दोष दिया करते हो तुम
ख्वाबों का औकात से क्या लेना देना

आओ दारू बैठ पिएँ मयखाने में
दुनिया के हालात से क्या लेना-देना

औरों की वो प्यास बुझाता रहता है
बादल को बरसात से क्या लेना-देना

बाराती जो झूम रहे हैं मस्ती में
उनको भी बारात से क्या लेना-देना

वो जो छूकर रूह हमारी बैठा है
उसको मेरी जात से क्या लेना-देना

388 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दूसरी दुनिया का कोई
दूसरी दुनिया का कोई
Dr fauzia Naseem shad
हों कामयाबियों के किस्से कहाँ फिर...
हों कामयाबियों के किस्से कहाँ फिर...
सिद्धार्थ गोरखपुरी
घर हो तो ऐसा
घर हो तो ऐसा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
निगाहें के खेल में
निगाहें के खेल में
Surinder blackpen
"इंसानियत"
Dr. Kishan tandon kranti
पर्यावरण
पर्यावरण
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
हम उन्हें कितना भी मनाले
हम उन्हें कितना भी मनाले
The_dk_poetry
इल्तिजा
इल्तिजा
Bodhisatva kastooriya
हम किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले
हम किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले
himanshu mittra
ଚୋରାଇ ଖାଇଲେ ମିଠା
ଚୋରାଇ ଖାଇଲେ ମିଠା
Bidyadhar Mantry
तुम्हारी बातों में ही
तुम्हारी बातों में ही
हिमांशु Kulshrestha
संस्कारों और वीरों की धरा...!!!!
संस्कारों और वीरों की धरा...!!!!
Jyoti Khari
सरस्वती वंदना-6
सरस्वती वंदना-6
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आँख खुलते ही हमे उसकी सख़्त ज़रूरत होती है
आँख खुलते ही हमे उसकी सख़्त ज़रूरत होती है
KAJAL NAGAR
🙅आज पता चला🙅
🙅आज पता चला🙅
*Author प्रणय प्रभात*
मेरे दिल की गहराई में,
मेरे दिल की गहराई में,
Dr. Man Mohan Krishna
अकेले
अकेले
Dr.Pratibha Prakash
05/05/2024
05/05/2024
Satyaveer vaishnav
पहला अहसास
पहला अहसास
Falendra Sahu
कलियुग की संतानें
कलियुग की संतानें
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
श्री गणेश वंदना:
श्री गणेश वंदना:
जगदीश शर्मा सहज
* हो जाओ तैयार *
* हो जाओ तैयार *
surenderpal vaidya
" अधरों पर मधु बोल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
"हाथों की लकीरें"
Ekta chitrangini
फिर मिलेंगें
फिर मिलेंगें
साहित्य गौरव
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को समर्पित
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को समर्पित
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
मन में क्यों भरा रहे घमंड
मन में क्यों भरा रहे घमंड
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
2638.पूर्णिका
2638.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
A setback is,
A setback is,
Dhriti Mishra
*मर्यादा पुरूषोत्तम राम*
*मर्यादा पुरूषोत्तम राम*
Shashi kala vyas
Loading...