राकेश चौरसिया Language: Hindi 114 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "कब होगा मां सबेरा" कोख में है घर मेरा, कब होगा मां सबेरा? तुमसे ही सृष्टि चलती है, जग में ऊंची है तेरी शान, मुझसे क्या अपराध हुआ? मुझको नहीं जरा भी ज्ञान। तुम्हारे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 244 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "गंगा मैया" परे समझ से है विधिवेत्ता, विधि से बड़ा है, बैर क्यों! हस रहा है नचिकेता, हम सगे पर गैर क्यों? हालातों का है ये मंज़र, कि मिलते ही बंधन टूट... Poetry Writing Challenge · कविता 1 173 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "गांव की बुढ़िया मां" गांव के पावन मंदिर से, घंटे की मृदु ध्वनि गुंज रही, दूर क्षितिज को छूती देखो, नभ धरती को चूम रही, चित्त में ऐसी जगी जिज्ञासा, कैसी भीड़ लगी है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 121 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "मौत की अपनी पड़ी" बच्चों की देकर दुहाई, न जाने की कसमें खाई, रो-रो कर हृदय व्यथा, काल को हमनें सुनाई, मानी नहीं बात, मौत सामाने आकर खड़ी, मौत की अपनी पड़ी।।1 करके सीने... Poetry Writing Challenge · कविता 2 167 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "एक पुष्प का जीवन" कोई अहं नहीं छेड़े मुझको, कभी रंग नहीं मैं खोता हूं, कांटो बीच रह कर भी, दूसरों के लिए ही जीता हूं। भौंरो के गुंजन सुनता हूं, मारुत से बाते... Poetry Writing Challenge · कविता 1 75 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "चांद है पर्याय" हमें सुला लो ऐ! उपवन, अपने बेदाग साएं में। दाग लगा मुझ पर, चांद --- --- -- सा , बेदाग अपनी राहों में । इसलिए जल रहा ये चांद, देखकर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 70 Share राकेश चौरसिया 27 Mar 2023 · 3 min read आजादी का "अमृत महोत्सव" पक्षियां खुले आसमान में जो स्वतंत्रता महसूस करती है, हम उन्हें किसी पिंजरे में कैद कर दे, तब उसकी निजी स्वतंत्रता कैसे क्षीण होती है? उनके जीवन शैली पर क्या... Hindi · लेख 1 408 Share राकेश चौरसिया 24 Mar 2023 · 1 min read 5"गांव की बुढ़िया मां" 5"गांव की बुढ़िया मां" -------------------------------------- गांव के उस पावन मंदिर से, घंटे की मृदु ध्वनि गुंज रही, दूर क्षितिज को छूती देखो, नभ धरती को चूम रही। चित्त में ऐसी... Hindi · कविता 1 350 Share राकेश चौरसिया 8 Mar 2023 · 1 min read राम सिया की होली देख, अवध में हनुमंत लगे हर्षांने। राम सिया की होली देख अवध में, हनुमंत लगे हर्षांने। देखना हो तो जाकर देखो होली, गंभीरवन या बरसाने।। कबीरा सरा रा रा रा रा रा राकेश चौरसिया Hindi · Quote Writer 2 225 Share राकेश चौरसिया 7 Mar 2023 · 1 min read "मोहि मन भावै स्नेह की बोली" मोहि मन भावै स्नेह की बोली, सखी री! देखो आई होली। गोरी का रंग रेशमी चोली, लाल कपोल मिठी बोली, कोयल गान अति प्रिय लागै, गली-गली हुड़दंग मचाबै टोली, सखी... Hindi · कविता 2 106 Share राकेश चौरसिया 2 Mar 2023 · 1 min read मोहि मन भावै, स्नेह की बोली, मोहि मन भावै, स्नेह की बोली, सखी री! देखो आई होली। गोरी की रंग, रेशमी चोली, लाल कपोल, मीठी बोली, कोयल गान अति प्रिय लागै, गली-गली हुड़दंग मचावै टोली, सखी... Hindi · Quote Writer · कविता 1 208 Share राकेश चौरसिया 19 Feb 2023 · 2 min read कहानी संग्रह-अनकही कहानी संग्रह-अनकही कहानी- हंसुली लेखक-आदरणीय डॉ अखिलेश चन्द्र प्रकाशन-आयन प्रकाशन(महरौंला,नई दिल्ली) पृष्ठ-१२४ कुल कहानियां-११ कीमत-२६० समीक्षक -राकेश चौरसिया मो.-9120639958 "हंसुली" प्रोफेसर "डॉ अखिलेश चन्द्र" जी की एक बड़ी ही उत्कृष्ट... Hindi · पुस्तक समीक्षा 1 471 Share राकेश चौरसिया 5 Feb 2023 · 12 min read कहानी संग्रह-अनकही कहानी संग्रह-अनकही लेखक-आदरणीय डॉ अखिलेश चन्द्र प्रकाशन-आयन प्रकाशन(महरौंला,नई दिल्ली) पृष्ठ-१२४ कुल कहानियां-११ कीमत-२६० समीक्षक -राकेश चौरसिया मो.-9120639958 प्रस्तुत "कहानी संग्रह "अनकही" के माध्यम से लेखक आदरणीय "डॉ.अखिलेश चंद्र" जी ने... Hindi · पुस्तक समीक्षा 2 1 299 Share राकेश चौरसिया 25 Jan 2023 · 1 min read "काश! लौट आता मेरा बचपन" ए खुदा छिन लिया बचपन मेरा,मुझको कोई राह दिखा दे तू, हो गया हूं बहुत नर्वस मै, मुझको मेरा बचपन लौटा दे तू। बड़ा उपकार होगा तेरा, तुझसे आस लगाता... Hindi · कविता 1 127 Share राकेश चौरसिया 23 Jan 2023 · 5 min read पुस्तक समीक्षा-प्रेम कलश पुस्तक समीक्षा-प्रेम कलश रचनाकार-आदरणीय रूद्र नाथ चौबे "रूद्र" समीक्षक-राकेश चौरसिया मो-9120639958 प्रस्तुत पुस्तक "प्रेम कलश"एक "काव्य संग्रह" नहीं,बल्कि यह प्रतिष्ठित कवि श्री रूद्र नाथ चौबे "रूद्र"जी के द्वारा लिखा गया... Hindi · पुस्तक समीक्षा 1 229 Share राकेश चौरसिया 4 Jan 2023 · 3 min read पुस्तक समीक्षा----- पुस्तक समीक्षा----- पुस्तक-"आँसू से मुस्कान लिखेगें" रचना- आदरणीय लालबहादुर चौरसिया "लाल" समीक्षक- राकेश चौरसिया हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में आदरणीय लालबहादुर चौरसिया "लाल "जी का बड़ा योगदान है, आप अपने... Hindi 3 1 422 Share राकेश चौरसिया 31 Dec 2022 · 1 min read "नव वर्ष मंगलमय हो" "नव वर्ष मंगलमय हो" """"""""""""""""""'''"""""""""""" नवल हर्षमय, नवल वर्ष में, नवल प्रभा धरती पर छाएं, नवल रंग, नव किरण बिखेरे, नव अग्रिम पथ का उपहार लाएं।।१ छूले गगन को हाथ... Hindi · कविता 2 193 Share राकेश चौरसिया 26 Dec 2022 · 1 min read "कब होगा मां सबेरा" "कब होगा मां सबेरा" ------------------------------ कोख में है घर मेरा, कब होगा, माँ सबेरा? तुमसे ही सृष्टि चलती है, जग में ऊँची है तेरी शान, मुझसे क्या अपराध हुआ? मुझको... Hindi · कविता 1 113 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "नन्हीं सी तितली" "नन्हीं सी तितली" =============== नन्हीं सी तितली, जब मेरे आंगन में आती है, दौड़ मैं भी साथ उसके, दूर चला जाता हूं । कभी हाथ नहीं आती मेरे, डाल- डाल... Hindi · बाल कविता 1 110 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "पुष्प की वेदना" "पुष्प की वेदना" ================ कलियों से बनते पुष्प, जीने की अभिलाषा लिए हुए, कंटको मध्य मुस्कुराना सीखा, कांटों से चोट खाकर, जब सर-सर तेज हवा चली, डालियां मदमस्त झूमने लगी,... Hindi · कविता 1 149 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "हमें अन्नदान देती हो" "हमें अन्नदान देती हो" ======================== हे धरती मां! तेरा ह्रदय कितना विशाल है? हम अनगिनत चोट पहुंचाते हैं, पर कुछ नहीं करती हो, हम कुछ भी डाल देते है गर्भगृह... Hindi · कविता 1 165 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "फिर उठकर चलना होगा" "फिर उठकर चलना होगा" ================= तुम्हें अकेला ही चलना होगा, हालातो से लड़ना होगा, गिर-गिर कर संभलना होगा, फिर उठकर चलना होगा। स्वार्थ में उलझा है जग, उछालते है कीचड़... Hindi · कविता 1 184 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "मर्यादा" "मर्यादा" =============== पुष्प सदा बनकर जीएं, कांटों का भी न अपमान हो, मर्यादा सबकी होती है, उस मर्यादा का सम्मान हो। जग में ऐसा काम करें, जीवन का श्रृंगार बनें,... Hindi · कविता 1 77 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "पुरखों के जमाने के हो बाबा" "पुरखों के जमाने के हो बाबा" ======================= तुम तो पुरखों के जमाने के हो बाबा। साथ खेले खाएं, बचपन बिताए हो बाबा, प्यार, तकरार, वाद-विवाद, सब निभाए हो बाबा, तुम... Hindi · कविता 1 105 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "उत्पन्न कैसी बिमारी है" "उत्पन्न कैसी बिमारी है" =================== एक प्रश्नचिन्ह खड़ा किया तू, जीने का ढंग तलाश रहा युग, आज विश्व पर पड़ता भारी है, ये विनाशकारी महामारी है। उत्पन्न कैसी बिमारी है?... Hindi · कविता 1 77 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "जवानी" "जवानी" ================= सूरज ढला, रात्रि हुई, सुबह नई किरणें निकलेंगी, यदि हो गया सर्वस्व नष्ट, ऐ वीर पुरूष ना अधीर हो, फिर से सजा लो सपने अनमोल, है कठिन परिस्थिति... Hindi · कविता 1 105 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "अंधियारा मिटा न सके" "अंधियारा मिटा न सके" ================= अंधियारा मिटा न सके, एक ज्योति उर में जला न सके, ध्येय है कि कुछ कर जाएं, मुश्किलें, निज को तपा न सके।1 अब खिलते... Hindi · कविता 1 81 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "देशभक्ति की अलख" "देशभक्ति की अलख" ------------------------------ देशभक्ति की अलख, ह्रदय में जलाकर देख। तब तूं भी वतन का रखवाला,देशभक्त कहलायेगा। राष्ट्रप्रेंम की भावना, अंतर में जगा कर देख। अपने अन्दर भी एक,... Hindi · कविता 1 152 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "शौक से सारी दुनिया" "शौक से सारी दुनिया" ============== शौक से सारी दुनिया, खड़ी है तलवार की धार पर। विनाश काले, विपरीत बुद्धि , सुई नहीं काल है, अटल है माथे की रेखा, नाच... Hindi · कविता 1 148 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "जरूर कोई बात है" "जरूर कोई बात है" ============= बादल की ओट में, छूप रहा चांद है, विकल चांदनी उदास है, जरूर कोई बात है । बीत गया श्रेष्ठ मास, बुझ गई धरती की... Hindi · कविता 1 76 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "आतंकवाद मिटाना है" "आतंकवाद मिटाना है" ================ आतंकवाद मिटाना है, यह अभियान जन-जन तक पहुंचाना हैं। विश्व की जिम्मेदारी है, हम पर संकट भारी है, हमे अभियान चलाकर, मुक्ति मार्ग अपनाना है। त्रस्त... Hindi 1 144 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "मेरा बचपन" "मेरा बचपन" ================ मन क्यों विचलित होता है, याद कर मेरा वो दिन, काश!लौट आता फिर से, बीत गया है, जो बचपन। बचपन की यादें सारी, अनंत टीस पहुंचाती है,... Hindi · कविता 1 111 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "बढ़ अकेला, चल अकेला" "बढ़ अकेला, चल अकेला" ================ बढ़ अकेला, चल अकेला, आया है जग में तू अकेला , बढ़ अकेला, चल अकेला। तू वांट ना देख किसी का, पांव नित्य आगे बढ़ा,... Hindi · कविता 1 187 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "अल्प मति पुरुषों की जीवन शैली" "अल्प मति पुरुषों की जीवन शैली" ====================== अल्प मति पुरुषों की जीवन शैली! स्वयं को देवता समझने लगे हैं, मच्छरों सा भिन-भिना कर, गर्व से चलने लगे हैं, बेशर्मी की... Hindi · कविता 1 134 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "क्या खोया-पाया" "क्या खोया-पाया" ================= कई बार सोचा, बैठकर अकेले में, क्या खोया-पाया, अब तक जीवन में? हमने अपना बचपन खोया, खोया बचपन के खेल-खिलौने, प्यार-दुलार औ सपने खोए, सर से मां... Hindi · कविता 1 61 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "जीवन की स्मृतियां" जीवन की स्मृतियां "”""""""""""""""""""""""""""""" ओह! न हो सके सपने पूरे, रह गए सब अधूरे, अब अटपटा रही जुबान, जा रहें जग छोड़े। बचपन बीता, बीती जवानी, बीत गया चौथा पन... Hindi · कविता 1 107 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "दुर्दिन" दुर्दिन """""""""""""""""""""""""""""" वक्त के गुलाम है यहां, फिर कौन,किसको व्यथा सुनाएगा? लगता है कब ह्रदय गति! क्षणिक है रुक जाएगा। अंत काल अब शेष नहीं, तन पंचतत्व में विलीन हो... Hindi · कविता 1 80 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "बचपन" बचपन """""""""""""""""""""""""""""""" एक अद्भुत कहानी जीवन की, कैसे तुम्हें बता पाऊंगा? हृदय में उदित असीम पीड़ा, नहीं भुला पाऊंगा। भयभीत है मन अब, अपनी ही परछाई से, जो बीत गया... Hindi · कविता 1 75 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "टूटते सपने" जब किसी के अनमोल सपने टूट जाते हैं, रिश्तों के बाबत,आंखों से सागर छूट जाते हैं, जब प्रतिष्ठायें, राह विमुख हो जाती हैं, तब अपना ही जीवन, बोझ से लगते... Hindi · कविता 1 137 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "दुःख के साये अच्छे थे" वो दु:ख के साए अच्छे थे, जिस वक्त ने तेरा साथ निभाया, उस सुख की कल्पना व्यर्थ है जीवन में, जिसने तेरे नयनों की प्यास बढ़ाया। वो आंखें कितने व्याकुल... Hindi 1 42 Share राकेश चौरसिया 24 Dec 2022 · 1 min read "मुट्ठी भर खुशियां" मुठ्ठी भर खुशियां लेकर, निकल पड़े बांटने को। पीड़ा अपनी दे दो सारा, सुख, चैन मेरा ले लो, साध लगाए नयनों में, निकल पड़े खोजने को। मन में न अहंकार,... Hindi · कविता 1 76 Share राकेश चौरसिया 23 Dec 2022 · 1 min read "प्रेंम" आवाज मन्द हो रहें, हृदय में पीड़ा पनप रही, जीने का राह तलाश रहा, प्रेम सौन्दर्य क्यों हार रहा? अनंत टीस उफान हृदय में, जीने का हक छीन रहा, निकलते... Hindi · कविता 1 101 Share राकेश चौरसिया 13 Aug 2022 · 3 min read आजादी का"अमृत महोत्सव" वे पक्षियां खुले आसमान में जो स्वतंत्रता महसूस करती हैं, हम उसे किसी पिंजरे में कैद कर दे, तब उसकी स्वतंत्रता कैसे क्षीण होती है? उसके जीवन शैली पर क्या... Hindi · लेख 1 143 Share राकेश चौरसिया 12 Aug 2022 · 1 min read "अमृत महोत्सव" हम आंखों से कुछ देख नहीं पा रहे हैं, मेरे इन आंखों में खून कहां से आ रहे हैं। हिमालय तेरे शीश को कोई झुका रहा है, बीच में एक... Hindi · कविता 1 167 Share राकेश चौरसिया 20 May 2022 · 1 min read "चंदा मामा, चंदा मामा" चंदा मामा,चंदा मामा, घर जल्दी आओ ना, फैला है अंधियारा , देखो! दूर भगाओ ना, खूबसूरत वादियों में अपने, हमें भ्रमण कराओ ना, चंदा मामा, चंदा मामा, घर जल्दी आओ... Hindi · बाल कविता 2 769 Share राकेश चौरसिया 12 May 2022 · 1 min read "पैसे का मोल" नमक औ चीनी के लिए भी पैकेट में पैसे नहीं है, दूध का भी पैसा बाकी है,घी का भी पैसा बाकी है, ये कैसा नाजुक घड़ी आया है, देखो आज... Hindi · मुक्तक 1 185 Share राकेश चौरसिया 23 Apr 2022 · 1 min read "दीप जलाओ प्यार का" दीप जलाओ प्यार का, सद्भभावना, सदाचार का, न हो किसी का अन भला, न साथ किसी के अत्याचार। वक्त के शिकंजे में , हर कोई बंधा है यहां, दिन-रात सबका... Hindi · कविता 1 145 Share राकेश चौरसिया 13 Apr 2022 · 1 min read "घड़ी" टिक-टिक-टिक घड़ी चलती, भाग्य पर नित ताने कसती मेहनत करना हमें सिखाती, रोज हमें सुबह जगाती। एक लक्ष्य लिए दौड़ती, प्रति सेकेंड मोल समझती, कभी नहीं राह भटकती, अविराम पथिक... Hindi · बाल कविता 1 173 Share राकेश चौरसिया 11 Apr 2022 · 1 min read "हमें इश्क़ ना मिला" हमें वो "इश्क़" ना मिला, हमें वो "प्यार" ना मिला, इस झूठे "संसार" में, हमें वो "यार" ना मिला। शायद हम, उस काबिल नहीं, चमकते "चांद" सा, कोई हमें दीदार... Hindi · कविता 1 124 Share राकेश चौरसिया 2 Apr 2022 · 1 min read "कटी पतंग हूं डोर से" बंधे प्रेम के सूत्र से, कटे स्वार्थ की चोट से, वृक्ष डाल पर लटका, चीरे वस्त्र लाज के, बंधन भाव के टूटे, दूर कहीं धरातल से, मिले एक कोण से,... Hindi · कविता 1 292 Share Previous Page 2 Next