Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2022 · 1 min read

“दुःख के साये अच्छे थे”

वो दु:ख के साए अच्छे थे,
जिस वक्त ने तेरा साथ निभाया,
उस सुख की कल्पना व्यर्थ है जीवन में,
जिसने तेरे नयनों की प्यास बढ़ाया।

वो आंखें कितने व्याकुल होंगी?
जिन्होंने अनगिनत,अनमोल स्वप्न संजोए,
अस्त हो गई ममता की किरण,
जिनके हिस्से स्वप्न अधूरे आए।

वो चित्त कितने मजबूर होंगे,
जिन्होंने जन्म दिए, पाल-पोस बड़ा किए,
अपनी लहू से,नन्हीं कलियों को सींचे,
वात्सल्य बीच अपनी,खूबसूरत दुनिया खोए।

तड़प रही होगी वो मां,
पाने को अधूरे सुख के साए,
आज भी सामने से भटकती होगी,
थामने को अपने लाल की बाहें।।

वर्षा (एक काव्य संग्रह)से/ राकेश चौरसिया

Language: Hindi
1 Like · 42 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from राकेश चौरसिया
View all
You may also like:
25. *पलभर में*
25. *पलभर में*
Dr Shweta sood
भाग्य
भाग्य
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
जब तुम हारने लग जाना,तो ध्यान करना कि,
जब तुम हारने लग जाना,तो ध्यान करना कि,
पूर्वार्थ
गांव की बात निराली
गांव की बात निराली
जगदीश लववंशी
किसी के दर्द
किसी के दर्द
Dr fauzia Naseem shad
शिखर पर पहुंचेगा तू
शिखर पर पहुंचेगा तू
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
प्रभु हैं खेवैया
प्रभु हैं खेवैया
Dr. Upasana Pandey
रिश्ते
रिश्ते
Ram Krishan Rastogi
प्रेम की साधना (एक सच्ची प्रेमकथा पर आधारित)
प्रेम की साधना (एक सच्ची प्रेमकथा पर आधारित)
गुमनाम 'बाबा'
मुस्कराते हुए गुजरी वो शामे।
मुस्कराते हुए गुजरी वो शामे।
कुमार
" चुस्की चाय की संग बारिश की फुहार
Dr Meenu Poonia
जो ना कहता है
जो ना कहता है
Otteri Selvakumar
चल पनघट की ओर सखी।
चल पनघट की ओर सखी।
Anil Mishra Prahari
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दिव्य ज्योति मुखरित भेल ,ह्रदय जुड़ायल मन हर्षित भेल !पाबि ले
दिव्य ज्योति मुखरित भेल ,ह्रदय जुड़ायल मन हर्षित भेल !पाबि ले
DrLakshman Jha Parimal
*हिंदी*
*हिंदी*
Dr. Priya Gupta
#एक_सबक़-
#एक_सबक़-
*प्रणय प्रभात*
सफलता का सोपान
सफलता का सोपान
Sandeep Pande
उलझते रिश्तो में मत उलझिये
उलझते रिश्तो में मत उलझिये
Harminder Kaur
लिये मनुज अवतार प्रकट हुये हरि जेलों में।
लिये मनुज अवतार प्रकट हुये हरि जेलों में।
कार्तिक नितिन शर्मा
हुई नैन की नैन से,
हुई नैन की नैन से,
sushil sarna
कहीं फूलों की बारिश है कहीं पत्थर बरसते हैं
कहीं फूलों की बारिश है कहीं पत्थर बरसते हैं
Phool gufran
3214.*पूर्णिका*
3214.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जीवन की बेल पर, सभी फल मीठे नहीं होते
जीवन की बेल पर, सभी फल मीठे नहीं होते
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मैं भी तुम्हारी परवाह, अब क्यों करुँ
मैं भी तुम्हारी परवाह, अब क्यों करुँ
gurudeenverma198
मैं उनकी ज़फाएं सहे जा रहा हूॅं।
मैं उनकी ज़फाएं सहे जा रहा हूॅं।
सत्य कुमार प्रेमी
धमकियाँ देना काम है उनका,
धमकियाँ देना काम है उनका,
Dr. Man Mohan Krishna
कुत्ते की व्यथा
कुत्ते की व्यथा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
गुरु दक्षिणा
गुरु दक्षिणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
फुटपाथ
फुटपाथ
Prakash Chandra
Loading...