Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2023 · 1 min read

“चांद है पर्याय”

हमें सुला लो ऐ! उपवन,
अपने बेदाग साएं में।
दाग लगा मुझ पर,
चांद — — — सा ,
बेदाग अपनी राहों में ।
इसलिए जल रहा ये चांद,
देखकर उस चांद को,
चांद हैं पर्याय हमारा,
जीभर के छुड़ा लें,
अपने दाग को।।

राकेश चौरसिया

Language: Hindi
1 Like · 67 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from राकेश चौरसिया
View all
You may also like:
चाय में इलायची सा है आपकी
चाय में इलायची सा है आपकी
शेखर सिंह
ठगी
ठगी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
2740. *पूर्णिका*
2740. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
■ आज का मुक्तक
■ आज का मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
एक सांप तब तक किसी को मित्र बनाकर रखता है जब तक वह भूखा न हो
एक सांप तब तक किसी को मित्र बनाकर रखता है जब तक वह भूखा न हो
Rj Anand Prajapati
भतीजी (लाड़ो)
भतीजी (लाड़ो)
Kanchan Alok Malu
*घर में बैठे रह गए , नेता गड़बड़ दास* (हास्य कुंडलिया
*घर में बैठे रह गए , नेता गड़बड़ दास* (हास्य कुंडलिया
Ravi Prakash
रे मन
रे मन
Dr. Meenakshi Sharma
*जब से मुझे पता चला है कि*
*जब से मुझे पता चला है कि*
Manoj Kushwaha PS
माँ
माँ
Harminder Kaur
*जादू – टोना : वैज्ञानिक समीकरण*
*जादू – टोना : वैज्ञानिक समीकरण*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
World Dance Day
World Dance Day
Tushar Jagawat
नौकरी वाली बीबी
नौकरी वाली बीबी
Rajni kapoor
*गुड़िया प्यारी राज दुलारी*
*गुड़िया प्यारी राज दुलारी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*मधु मालती*
*मधु मालती*
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
तुम कौन हो
तुम कौन हो
Dr.Pratibha Prakash
रोटी से फूले नहीं, मानव हो या मूस
रोटी से फूले नहीं, मानव हो या मूस
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ये जीवन किसी का भी,
ये जीवन किसी का भी,
Dr. Man Mohan Krishna
My Precious Gems
My Precious Gems
Natasha Stephen
खुद को भी
खुद को भी
Dr fauzia Naseem shad
डरने कि क्या बात
डरने कि क्या बात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मेरा फलसफा
मेरा फलसफा
umesh mehra
"अगर हो वक़्त अच्छा तो सभी अपने हुआ करते
आर.एस. 'प्रीतम'
आईना मुझसे मेरी पहली सी सूरत  माँगे ।
आईना मुझसे मेरी पहली सी सूरत माँगे ।
Neelam Sharma
जब तू मिलती है
जब तू मिलती है
gurudeenverma198
प्रेरणा
प्रेरणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पहला सुख निरोगी काया
पहला सुख निरोगी काया
जगदीश लववंशी
HAPPINESS!
HAPPINESS!
Sridevi Sridhar
कबीरा यह मूर्दों का गांव
कबीरा यह मूर्दों का गांव
Shekhar Chandra Mitra
"प्रथम साहित्य सृजेता"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...