नूरफातिमा खातून नूरी 278 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next नूरफातिमा खातून नूरी 14 Jun 2023 · 1 min read लोवर टी शर्ट पहिन खेल तारी गोली अंग्रेजी एक्शन से बोल तारी बोली लोवर टी शर्ट पहिन खेल तारी गोली आठ बजे सुत के उठे ली बिहाने कुछ कहला पर लाठी डंडा ताने खाना ना बनैहे लकड़ी... Poetry Writing Challenge · कविता 153 Share नूरफातिमा खातून नूरी 11 Jun 2023 · 1 min read कवि का दिल बंजारा है हर सू हसीन नजारा है, कवि का दिल बंजारा है । चेहरे का दर्द पढ़ता है गंगा-यमुना सा बहता है हर जगह एहसास है वो हर शय समझता है खाये... Hindi · कविता 2 460 Share नूरफातिमा खातून नूरी 10 Jun 2023 · 1 min read बिना मोबाइल रिचार्ज के हो जाली बोर आधी रात ले जागेली उठे नाही भोर, बिना मोबाइल रिचार्ज के हो जाली बोर। नल , सिल -बट्टा नाही चला वेली, बाल्टी भरल पानी नाही उठा वेली, मिक्सर, मोटर चलाके... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 242 Share नूरफातिमा खातून नूरी 7 Jun 2023 · 1 min read झोली फैलाए शामों सहर कर दे रहम रब्बा इक नज़र झोली फैलाए शामों सहर टूट जाता है दिल मेरा ज़माने की बातों से रोते बिलखते तड़पते हैं हम न सो सके रातों से रक्खे... Hindi · गीत 468 Share नूरफातिमा खातून नूरी 23 May 2023 · 1 min read प्यार भरी चांदनी रात खामोशी में तो कुछ बात है प्यार भरी चांदनी रात है मदहोश करती खुशबू है रंगीन फ़ज़ाएं हर- सू है तेरा मेरा हाथ में हाथ है प्यार भरी चांदनी रात... Hindi · गीत 1 1 501 Share नूरफातिमा खातून नूरी 21 May 2023 · 1 min read बहुत मशरूफ जमाना है ना मिलने का बहाना है बहुत मशरूफ जमाना है इक शाम सुहानी है नदियों की रवानी है जगमगाते हैं जुगनू रातों की जवानी है बुलबुल का तराना है बहुत मशरूफ... Hindi · गीत 426 Share नूरफातिमा खातून नूरी 20 Apr 2023 · 1 min read धरती करें पुकार हरियाली से ढका रहे संसार धरती की बस यही पुकार न काटें पेड़ों को बेरहमी से देता राहत तपती गर्मी से देते हैं ये फूल,फल रसीले हरे पत्ते सुंदर व... Hindi · कविता 718 Share नूरफातिमा खातून नूरी 14 Apr 2023 · 1 min read डॉ भीमराव अम्बेडकर कर दिया आपने उद्धार इंसान का क्या -क्या लिखूं ऐसे बाबा महान का अपने मां बाप की चौदहवीं संतान थे महार जाति उछूत शब्द से परेशान थे पिताजी का नाम... Hindi · कविता 1 2 485 Share नूरफातिमा खातून नूरी 21 Feb 2023 · 1 min read अनुप्रास अलंकार सुख, समृद्धि, शांति है सूरज सुप्रभात,सुनहरा,सहज है सूरज साकारात्मक, सजगता है सूरज सम्यक, सहजता,समता है सूरज। नूर फातिमा खातून नूरी जिला कुशीनगर Hindi · कविता 474 Share नूरफातिमा खातून नूरी 8 Feb 2023 · 1 min read बसंत उमंग लेकर आता है बसंत ऋतुराज कहलाता है बसंत सरसो के फूल पीले-पीले अलसी के फूल नीले- नीले बकला के फूल सफेद काले अरहर मटर लगते मतवाले सेमल फूल खिलाता... Hindi · कविता 1 226 Share नूरफातिमा खातून नूरी 2 Feb 2023 · 1 min read हम भी अगर बच्चे होते खिलौनों से भरे बस्ते होते हम भी अगर बच्चे होते शाम को ही सो जाते हम सुबह को रात लगती कम खेलते रहते शामों सहर पाने का ना खोने का... Hindi · कविता 1 307 Share नूरफातिमा खातून नूरी 7 Jan 2023 · 1 min read आओ सर्दी की बाहों में खो जाएं सेम, सीताफल,लौकी की लताएं आओ सर्दी की बांहों में खो जाए लहलहाते दूर तक गेहूं की फसल धनिया,तीसी,मसूर,बकला,मटर मन मोहित देख सरसो के फूल गेंदा, गुलाब, पर भौंरे रहे झूल... Hindi · कविता 247 Share नूरफातिमा खातून नूरी 6 Jan 2023 · 1 min read न दिल किसी का दुखाना चाहिए हर वक्त मुस्कुराना चाहिए न दिल किसी का दुखाना चाहिए जिंदगी का सफर आसान कहां खुशी देने वाला सामान कहां मंजिल के पिछे सुबह शाम कहां चलते जाना है आराम... Hindi · कविता 182 Share नूरफातिमा खातून नूरी 31 Dec 2022 · 1 min read अहा!नव सृजन की भोर है हर्ष , उल्लास चहुंओर है अहा!नव सृजन की भोर है कोहरे में डूबती फिजाएं बदली और ये सर्द हवाएं शर्माकर जलते हुए आग मक्के की रोटी और साग चमकता सूरज... Hindi · कविता 1 397 Share नूरफातिमा खातून नूरी 15 Dec 2022 · 1 min read नायक देवेन्द्र प्रताप सिंह छोड़ते हैं घरबार देश के लिए, करतें जान निसार देश के लिए। बर्फ़ ओले चाहे बौछार हो तपती रेत ,भंवर, मझधार हो घंटों - घंटों खड़े रह जाते हैं कैसी... Hindi · कविता 254 Share नूरफातिमा खातून नूरी 10 Nov 2022 · 1 min read तेरी धरती का खा रहे हैं हम कितनी नेअमते उगा रहे हैं हम तेरी धरती का खा रहें हैं हम। मस्ती में झूमकर चली पुरवाई चिलचिलाती धूप छांव सुखदाई कटहल,नाशपाती,जामुन,अमराई मेवे देता शुद्ध हवा जीवन दायी फूलों... Hindi · कविता 2 273 Share नूरफातिमा खातून नूरी 23 Oct 2022 · 1 min read अन्नदाता किसान कैसे हो सूखी धरती धान कैसे हो, अन्नदाता किसान कैसे हो। चेहरे पर मेहनत की लकीर कितना बेबस बना अधीर धूप में झुलसता ये शरीर खाली झोली जैसे फकीर घर में गेहूं... Hindi · कविता 3 2 463 Share नूरफातिमा खातून नूरी 6 Oct 2022 · 1 min read अब तो कश्ती बना ही लिया जाय कब तक रहना दुखों की दरिया में अब तो कश्ती बना ही लिया जाय । बहुत सुन लिया ज़माने वालों की बातें ज़बाब के लिए सर उठा लिया जाय ।... Hindi · कविता 285 Share नूरफातिमा खातून नूरी 9 Sep 2022 · 1 min read आप सा मीत कौन है सुख में साथ रहे दुःख में पास रहे नज़रों में ख़ास रहे हर पल एहसास रहे आप सा मीत कौन है चेहरे को पढ़ने वाला हो बिन कहे समझने वाला... Hindi · कविता 1 216 Share नूरफातिमा खातून नूरी 29 Aug 2022 · 1 min read चेहरा पढ़ना सबको नहीं आता चेहरा पढ़ना सबको नहीं आता, दिल में उतरना सबको नहीं आता । सितारों की तरह सभी बन सकते है , सूरज सा जलना सबको नहीं आता । कोशिश तो सब... Hindi · कविता 303 Share नूरफातिमा खातून नूरी 11 Aug 2022 · 1 min read अमृत महोत्सव मनायेंगे घर -घर तिरंगा फहराएंगे, अमृत महोत्सव मनायेंगे। पचहत्तर साल पूरा हुआ, ना भूलें वक्त गुजरा हुआ। दो सौ साल कैसे कटे, देश के लिए फांसी पर चढ़े। देश हित में... Hindi 3 399 Share नूरफातिमा खातून नूरी 7 Aug 2022 · 1 min read दिलों का हाल तु खूब समझता है ख़ुशबू सा चारों ओर महकता है दिलों का हाल तु खूब समझता है। आंसुओ का तु हिसाब रखता है पूरे जीवन का किताब रखता है एक -एक पल की खबर... Hindi 269 Share नूरफातिमा खातून नूरी 19 Jul 2022 · 1 min read मुक्तक जुबान को खंजर न बना धरती को बंजर न बना कुछ महसूस तो किया कर दिलों को पत्थर न बना गिर कर सम्भलना सीखो तनाव से निकलना सीखो चमक तो... Hindi 265 Share नूरफातिमा खातून नूरी 29 Jun 2022 · 1 min read बारिश की ये पहली फुहार है हर तरफ माहौल खुशगवार है बारिश की ये पहली फुहार है होने लगा है धान की रोपाई गा रहीं गीत भाभी चाची ताई सोंधी - सोंधी सी मिट्टी महके खेत... Hindi · कविता 4 2 884 Share नूरफातिमा खातून नूरी 23 Jun 2022 · 1 min read रब तेरा आदमी बड़ा झूठा है मन मेरा हज़ारों बार टूटा है रब तेरा आदमी बड़ा झूठा है आदमी विराने में खो जाता है सच पर झूठ हावी हो जाता है सच आने में देर हो... Hindi · Poem 2 1 277 Share नूरफातिमा खातून नूरी 14 Jun 2022 · 1 min read ऐ बादल अब तो बरस जाओ ना तपती धरती पर तरस खाओ ना ऐ बादल अब तो बरस जाओ ना सुख रहें हैं सारे खेत खलिहान है भीषण गर्मी शाम चाहें बिहान पशु- पक्षी प्यासे फड़फड़ा रहे... Hindi · कविता 6 4 842 Share नूरफातिमा खातून नूरी 24 May 2022 · 1 min read तु दिख जाता है मोर के पंखों में उगते सूरज में, ढलती शाम में, तु महसूस होता है हर नाम में। चटकती कलियां,महकते फूल, तेरे नाम से है कण - कण धूल। चमकती बिजली,गरजते बादल हर जगह ढूंढती... Hindi · कविता 1 226 Share नूरफातिमा खातून नूरी 11 May 2022 · 1 min read दिल में उदासी चेहरे पर मुस्कान है दिल में उदासी चेहरे पर मुस्कान है, छोटे से दिल में हजारों अरमान है। जाति,धर्म,भाषा,सम्प्रदाय से बढ़कर, संस्कृति,एकता,मानवता पहचान है। तु सबको सुनता, समझता,देता है, हम इंसानो की हजारों जुबान... Hindi · कविता 2 1 282 Share नूरफातिमा खातून नूरी 7 May 2022 · 1 min read रसीले आम बागों की शोभा पीले आम सुंदर लगते रसीले आम पेड़ों पर मस्त लटकते हैं मीठे चहुओर महकते हैं हवाओं में यूं लहराते हैं देखकर मन ललचाते है मनमोहक खिले आम... Hindi · कविता 466 Share नूरफातिमा खातून नूरी 29 Apr 2022 · 1 min read सागर जग का खारा जल रखता है दिन -रात एक सा बहता है कभी घमंड नहीं करता है वो ज्वार -भाटा में रहता है वो ना रखता किसी से बैर वो... Hindi · कविता 1 2 300 Share नूरफातिमा खातून नूरी 28 Apr 2022 · 1 min read यादें आंखों में झिलमिलाती यादें सपनों में मुस्कुराती यादें बचपन पिछे हम छोड़ दिये कैसी बेबस पुकारती यादें रात का कोई भी हो पहर वक्त बेवक्त जगाती यादें लता, रफी को... Hindi · कविता 332 Share नूरफातिमा खातून नूरी 17 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता जिन्दगी में हर पल सुकून पाया है मां हरियाली है तो पिता घना साया है। पिता के कन्धे पर बैठ जग घूम लिया, देखा हमे ज़मीं पर तो उठा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 9 196 Share नूरफातिमा खातून नूरी 17 Apr 2022 · 1 min read मुस्कुराते टिकोलो को तोड़ देती है कब तक समय का इंतजार करें वो मन को चोटिल हर बार करें खुद की इज्जत करना सीखिए आइए अपनी ही जयकार करें। जीवन के सफर मे दुश्वारियां बढ़ी उम्र... Hindi · कविता 209 Share नूरफातिमा खातून नूरी 12 Mar 2022 · 2 min read औरत वो महिला (मंजू)मेरे स्कूल के ठीक सामने रहती है।एकदम फिट रहती है ।मुझे लगा कि वो गांव की बेटी है क्योंकि मैंने उसे सर पे कभी पल्लू रखते नहीं देखा... Hindi · लघु कथा 617 Share नूरफातिमा खातून नूरी 7 Mar 2022 · 1 min read बात रिश्ते नातों में अलगाव होता है, बातों का अपना प्रभाव होता है। बने हुए रिश्ते टूट जाते हैं बिगड़े हुए रिश्ते जुट जाते हैं बातें दिल में घाव बना देती... Hindi · कविता 392 Share नूरफातिमा खातून नूरी 26 Feb 2022 · 1 min read भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलें कौन अपना छोटा मुंह खोले कौन, भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलें कौन। पीठ पीछे सब ही बोलते हैं सामने बस हाथ जोड़ते हैं ईमानदारी का दिखावा करते हैं पीछे तो सब छलावा... Hindi · कविता 1 370 Share नूरफातिमा खातून नूरी 16 Feb 2022 · 1 min read काट लिया हमने रात कैसे-कैसे तुने बनाये हैं हालात कैसे-कैसे, आदमी रखते जज़्बात कैसे-कैसे। जीवन के अंतिम पड़ाव में सोचा, काट लिया हमने रात कैसे-कैसे। मां की लाडली पापा के आंखों का तारा, सुनती हूं... Hindi · कविता 2 226 Share नूरफातिमा खातून नूरी 16 Feb 2022 · 1 min read हालात मैंने कक्षा 4 के बच्चों की उपस्थिति दर्ज करते हुए पाया कि नंदिनी आज स्कूल नहीं आयी है। मैंने स्कूल न आने का कारण उसकी छोटी बहन चांदनी से पूछा।... Hindi · लघु कथा 1 1 331 Share नूरफातिमा खातून नूरी 15 Feb 2022 · 1 min read मेरे हर दर्द का हिसाब तुझे रखना होगा मेरे हर दर्द का हिसाब तुझे रखना होगा मेरे हालात क्यूं ऐसे तुझे समझना होगा। आंखें छम-छम बरसती रहती हैं जुल्मों सितम से सिसकती रहतीं हैं मन पर लगी चोट... Hindi · कविता 332 Share नूरफातिमा खातून नूरी 11 Feb 2022 · 1 min read बेहतर सरकार का चुनाव होना चाहिए समय-समय पर बदलाव होना चाहिए बेहतर सरकार का चुनाव होना चाहिए बेहतर शिक्षा, रोजगार मिलना चाहिए युवाओं को अवसर हजार मिलना चाहिए ना धर्म जाति की कोई कड़वाहट हो आपसी... Hindi · कविता 1 358 Share नूरफातिमा खातून नूरी 30 Jan 2022 · 1 min read नदी पहाड़ों के हृदय से निकली नदी कोसों दूर तक है फैली नदी बीच सफर में कहीं रूकती नहीं बहती रहती कभी थकती नहीं तेज रफ्तार है उसकी धारा मिलते नहीं... Hindi · कविता 2 1 492 Share नूरफातिमा खातून नूरी 30 Jan 2022 · 1 min read जीवन में उदासी के बादल छा जाते हैं जीवन में उदासी के बादल छा जाते हैं सुख दुःख एक के बाद एक आ जाते हैं। दुःख भरी बातों को भुलना ही बेहतर हंसते खेलते मन को ये चुभा... Hindi · कविता 1 1 472 Share नूरफातिमा खातून नूरी 23 Jan 2022 · 1 min read नेताजी के बड़े-बड़े वादे भेजेंगे रूपये खोलो खाते नेताजी के बड़े-बड़े वादे पैदल चले थे जब मजदूर पांवों में छाले थक कर चूर नोटबन्दी से क्या फायदा नेताजी कब होगा जायज़ा जाने क्या- क्या... Hindi · कविता 1 2 363 Share नूरफातिमा खातून नूरी 5 Jan 2022 · 1 min read सपने देखने से क्या होगा मेहनत कीजिए भला होगा सपने देखने से क्या होगा पांव में छाले हो जाते हैं चेहरे काले हो जाते हैं हाथ रूखा हो जाता है होंठ सूखा हो जाता है... Hindi · कविता 1 377 Share नूरफातिमा खातून नूरी 5 Jan 2022 · 1 min read चिट्ठियां तो बोलती हैं चिट्ठियां तो बोलती हैं अंतर्मन को खोलती हैं अक्षरों का मेल सारा शब्दों का खेल सारा पंखुड़ियां गुलाब का दिलकश ख्वाब का हर लफ्ज़ तोलती हैं चिट्ठियां तो बोलती है... Hindi · कविता 806 Share नूरफातिमा खातून नूरी 26 Dec 2021 · 1 min read लड़कर के हक़ मांगना सीखो लड़कर के हक मांगना सीखो सीने में गोली उतारना सीखो जो काम आयें कभी वक्त पर उनके लिए सदा हारना सीखो मुश्किलें आती रहेंगी जीवन में खुद को हालात से... Hindi · कविता 287 Share नूरफातिमा खातून नूरी 24 Dec 2021 · 1 min read पंडित मदनमोहन मालवीय सबके बने रहे आत्मीय पंडित मदनमोहन मालवीय सत्य,दया, न्याय, धर्मवीर संयमी,उत्साही,त्यागी,वीर रेल, जेल और जलयान में हर जगह रहे प्रभु ध्यान में शास्त्रीय संगीत,व्यायाम शिक्षा न रही कभी धन की... Hindi · कविता 434 Share नूरफातिमा खातून नूरी 4 Dec 2021 · 1 min read दिल से सबर करना सीख लो(मुक्तक) दिल से सबर करना सीख लो वक्त से ज़ख्म भरना सीख लो गुनाह कभी हो नहीं सकता अल्लाह से डरना सीख लो एक मुस्कुराहट भरी शाम हो दिल में छुपाए... Hindi · मुक्तक 301 Share नूरफातिमा खातून नूरी 30 Nov 2021 · 1 min read सूरज अब उदास रह रहा है सूरज अब उदास रह रहा है आ गया जाड़ा कह रहा है। गेंदा, डहेलिया खिलने लगे शकरकंद ,बेर, मिलने लगे साग खेतों में उगने लगे हैं पीले सरसों झूमने लगे... Hindi · कविता 2 3 384 Share नूरफातिमा खातून नूरी 14 Nov 2021 · 1 min read ईर्ष्या जन-जन में ईर्ष्या बसती है समय-समय पर डसती है। रातों को नींद नहीं आती मन में आग सी लगाती हर पल बेचैन रहते हैं बेमतलब पीड़ा सहते हैं बिना पानी... Hindi · कविता 4 3 581 Share Previous Page 2 Next