जीवन में उदासी के बादल छा जाते हैं
जीवन में उदासी के बादल छा जाते हैं
सुख दुःख एक के बाद एक आ जाते हैं।
दुःख भरी बातों को भुलना ही बेहतर
हंसते खेलते मन को ये चुभा जाते ह
हर वक्त इबादत करना जरूरी नहीं
रहमदिली, माफी रहमान को भा जाते हैं।
एक नाफरमानी इबलीश बना देता है
लाखों नेकी को चन्द गुनाह खा जाते हैैं।
दिल छोटा नहीं किया करते ऐ लोगों
जीवन के चन्द लम्हों में लोग छा जाते हैं।
नूर फातिमा खातून नूरी
जिला कुशीनगर