Lalita Kashyap 265 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Lalita Kashyap 30 Nov 2021 · 1 min read प्राकृतिक सौन्दर्य आज की चित्राधारित रचना इस सौंदर्यपूर्ण धरा का, कौन है सृजनहार। कहीं बिखेरी केसर कलियां, कहीं शिखरों की कतार। कहीं चहचाती प्यारी चिड़िया, कहीं भयानक पशुओं का नाद। कहीं खड़कते... Hindi · कविता 3 2 388 Share Lalita Kashyap 20 Dec 2021 · 1 min read हिमालय रूप घनाक्षरी हिमालय बाधाओं का पथ रोके, अटल अडिग होके, आंधियों के तेज झोंके, भागताहै रिपु रोके। हरियाली खूब देता ,बादल भी खूब लाता, धौलाधार चोटी लिए, रहता है खुश... Hindi · घनाक्षरी 3 2 216 Share Lalita Kashyap 20 Dec 2021 · 1 min read श्री हरि श्री हरी हे हरि हे लक्ष्मी प्रिय करवद्ध नमन करो स्वीकार , लोचन प्यासे दरस तिहारे है नैन पटल के खुले द्वार । मैं अज्ञानी मूढ़ मति अति दूर प्रभु... Hindi · कविता 3 3 444 Share Lalita Kashyap 8 Mar 2022 · 1 min read नारी शक्ति नारी शक्ति जहां -जहां तेरा बास है नारी, गलियां सदा मनभावन रहे। जिस घर तेरी पूजा होवे, नारियां सदा सुहागन रहे। रोग -शोक निकट न आवे, जहां तेरा गुणगान होवे।... Hindi · कविता 3 2 205 Share Lalita Kashyap 2 Nov 2022 · 1 min read शिखर सभी वर्ण लघु सृजन शब्द शिखर वर्ण गनणा 8,8,8,8 अनुप्रास अलंकृत बदल-बदल छव, नित नित जलधर, फिरत-फिरत नित,शिखर-शिखर पर, दमक-दमक अरु, गरज-गरज कर, छम-छम बरसत, रिमझिम महि पर। पवन सहित... Hindi · कविता 3 1 124 Share Lalita Kashyap 23 Nov 2021 · 1 min read दोहे दोहे भोर सुहानी छा गई ,मिट रहा अंधकार। रवि रश्मि संग आ गए, फैल रहा उजियार।। पत्ता पूछे शाख से, कब तक हूं मैं संग । मिल जाऊंगा धूल से,... Hindi · दोहा 2 189 Share Lalita Kashyap 28 Nov 2021 · 1 min read प्राकृतिक सौंदर्य डमरु घनाक्षरी 8,8,8,8 प्रत्येक लघु वर्ण अरुण उदय रवि ,पत गत नभ चर, बहत पवन फिर ,सर सर सर सर, फिरत_फिरत नभ ,मनहर जलधर, हरित- हरित गिरी, नयनन भर भर।... Hindi · घनाक्षरी 2 395 Share Lalita Kashyap 2 Dec 2021 · 1 min read मातृ भूमि मातृभूमि अपनी मातृभूमि की संस्कृति मित्रों विश्व में प्रख्यात है सब धर्मो का मान यहाँ देश -विदेश मे विख्यात है । सब त्योहारों को मना कर खुशियाँ यहाँ मनाते है... Hindi · कविता 2 2 572 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read बूंद,बारिश,बादल,बिजली,नाव , हाइकू विधा सृजन शब्द बूंद,बारिश,बादल,बिजली,नाव , तुफान बूंद-- बूंदे बरसी, रिमझिम गिरती, बरसात है। बादल-- सूर्य छुपता, बादल बरसता, सावन आया। बिजली-- १-घन गरजे, बिजली कड़कती, घोर नाद है। २-मेघराज... Hindi · हाइकु 2 339 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read शूल, अलक , लाल दोहे शूल, अलक, लाल यौवन छलका जा रहा, हिरनी जैसी चाल। मादकता बरसा रही, मुख पर अलकें जाल।। सरपट भागी जा रही, भू पर उड़ती धूल। हाथ कमर में गागरी... Hindi · दोहा 2 2 187 Share Lalita Kashyap 15 Dec 2021 · 2 min read वचन भंग वचन भंग लघुकथा बुढ़ी मां की अनेकों झुर्रियों के बीच धंसी आंखें प्रतिदिन बेटे की राह देखती, इस आशा से कि वह अनेक वर्षों के बाद आज शायद आ जाए... Hindi · लघु कथा 2 2 368 Share Lalita Kashyap 20 Dec 2021 · 1 min read गीत गीत पूर्णिमा पर कैसा धरा उजाला छाया, आज चंद्र सह चंद्रिका के, झूम- झूम के नील गगन पर नाच -नाच देखो मुस्काया। रात सुहावन सर सलिल में, कमल कमलिनी खूब... Hindi · गीत 2 1 282 Share Lalita Kashyap 21 Dec 2021 · 1 min read नार नवेली नार नवेली मात्रा भार १६ निशा सुशोभित तरुण कलाधर ज्वार तरंगे खेले सागर ऊपर नाचे नार नवेली हो मदमस्त सुरनार अकेली। सौम्या देह छाई तरुणाई है चंद्रमुखी कटि बलखाई भौहें... Hindi · कविता 2 1 202 Share Lalita Kashyap 8 Jan 2022 · 1 min read देश मनहर घनाक्षरी देश तन-मन वारते हैं, प्रेम से पुकारते हैं, भारत है देश मेरा, गर्व तो कीजिए। भाल हिमालय खड़ा, विपिन- विटप जड़ा, हिम शिखरों के रूप, भेंट कर लीजिए।... Hindi · घनाक्षरी 2 1 469 Share Lalita Kashyap 18 Jan 2022 · 4 min read उत्तराखंड और हिमाचल का नाम क्या था आज से ढाई हजार साल पहले? Lalita Kashyap: उत्तराखंड और हिमाचल का नाम क्या था, आज से ढाई हजार साल पहले? ढाई हजार साल पहले आपके क्षेत्र का नाम क्या था जानिए पाणिनि कालीन हिमालयी जनपद।... Hindi · लेख 2 2 524 Share Lalita Kashyap 20 Jan 2022 · 1 min read तितली तितली विधा चौपाई उपवन मटके तितली रानी। फर- फर उड़ती कर मनमानी।। सुंदर पंख , रंग रंगीले। कुछ गहरे हैं कुछ चटकीले।। दूर ही उड़े हाथ न आती। पीछे -पीछे... Hindi · कविता 2 217 Share Lalita Kashyap 11 Mar 2022 · 1 min read माहिए माहिए पाणी दी टांकी है, पहाड़ दी नारां, सबना तो बांकी है। रुत बसंत आई है, आके मिल मित्रा, दिल प्रीत समाई है। अख जब से लाई है, दिल का... Hindi · शेर 2 1 184 Share Lalita Kashyap 2 Dec 2021 · 1 min read ओस मनहरण घनाक्षरी ओस वार्णिक छंद। विधान 8,8,8,7 यति16,15, पदान्त गुरु सम तुकांत । नभ से उतर आई, बूंद रूप मन भायी, हीरे जैसी चमक की, लड़ियों की तार है। आते-... Maithili · कविता 2 2 280 Share Lalita Kashyap 10 Apr 2022 · 1 min read राम जन्मोत्सव राम जन्मोत्सव अवध में जन्मे श्री राम बधाई होवे। अयोध्या के हुए बड़े भाग बधाई होवे। पहली बधाई राजा दशरथ को होवे, जिनका बड़े परिवार ,बधाई होवे। नगरी मे बांटे... Hindi · गीत 2 158 Share Lalita Kashyap 15 Jun 2022 · 1 min read टूटे पंखों से लिख दूं मैं, बना लेखनी ऐसी कविता। गीत प्रदत पंक्तियां- टूटे पंखों से लिख दूं मैं, बना लेखनी ऐसी कविता। मात्रा भार 16/14 मधुर-मधुर हिय उठे कामना, मन का भाव सुहावन हो। उर में उष्मित वैरभाव का,... Hindi · कविता 2 1 114 Share Lalita Kashyap 7 Jul 2023 · 1 min read सावन पावन मंच को नमन विधा -दोहा छंद विषय-सावन घिर-घिर सावन की घटा, बरसत करती शोर। झूम- झूम के बावरी, करती तम अति घोर।। चम- चम चमके दामिनी, घटता तम घनघोर।... Hindi · दोहा 2 1 115 Share Lalita Kashyap 18 Nov 2021 · 1 min read कली मनहरण घनाक्षरी कली रुत बेकरार आई, पवन सवार आई, कलियों ने आंखें खोली, बागों में बहार है। सांवला- सलोना पिया, हाय भरमाए जिया, उड़- उड़ कली पर, करता पुकार है।... Hindi · घनाक्षरी 1 6 366 Share Lalita Kashyap 18 Nov 2021 · 1 min read तुम दिखते चांद सितारों में तुम दिखते चांद सितारों में मेरी प्रीत ,मेरे मीत, ओ मेरे अंतर्मन के गीत। मेरी आवाज, मेरे साज, तुम सुहागिन सर के ताज। तुम नैनो के नूर हो, मैं देखूं... Hindi · गीत 1 1 141 Share Lalita Kashyap 21 Nov 2021 · 1 min read कवि की दुनिया न्यारी कवि की दुनिया न्यारी अपनी धुन में रमा रहता, विचारों की धारा में बहता। शब्दों के जालों में उलझता, तव भावों का महल बनता। अति छोटी वस्तु शस्त्र, उसे जान... Hindi · कविता 1 1 341 Share Lalita Kashyap 23 Nov 2021 · 1 min read लक्ष्मीबाई लक्ष्मीबाई मनहरणघनाक्षरी मोरोपंत जी की सुता, भविष्य का न था पता, बालपन शस्त्रों से, खेल में बिताई थी। तांत्या नाना संग खेली, आयुधो के वार झेली, मनु रानी झांसी बनी,... Hindi · घनाक्षरी 1 225 Share Lalita Kashyap 23 Nov 2021 · 1 min read बेटियां बेटियां विधा चौपाई है बिटिया बहु जग लुभाविनी। बहु -बेटी बन घर सुहाविनी।। सभी प्रकार पूर्ण कामा। जग में जा उच्च आसन थामा।। है अति विकट काम कर डाले। आ... Hindi · कविता 1 264 Share Lalita Kashyap 23 Nov 2021 · 1 min read जल चक्र डमरु घनाक्षरी सभी वर्ण लघु 16,16पर यति 8,8,8,8 जल चक्र सर- सर उड़-उड़, नगर नगर नभ। छम- छम बरसत ,घनन -घनन घन। कड़ ,कड़ कड़ ,कड़, गरज गरज कर। बरस... Hindi · घनाक्षरी 1 2 461 Share Lalita Kashyap 25 Nov 2021 · 1 min read मनहरणघनाक्षरी मनहरणघनाक्षरी चंद्रमुखी सी सूरत, मन मोहिनी मूरत, श्याम-श्याम अलकों का, सिर पर जाल है। कमसिन कामिनी है, चन्द्रमा की चांदनी है, काली-काली पलकें है, मुख लाल-लाल है। सोलह शिंगार किए,... Hindi · कविता 1 2 305 Share Lalita Kashyap 26 Nov 2021 · 1 min read राधा-कृष्ण चित्राधारित रचना राधा-कृष्ण मात्रा भार 16-12 शरद पूर्णिमा रात सुहानी, गिरधर मदन गोपाल। अपनी राधा संग नाचते, दे-दे पग- कर ताल।। काया लचक रही राधा की, झूमती बेला डाल। अलकें... Hindi · कविता 1 443 Share Lalita Kashyap 27 Nov 2021 · 1 min read गीत गीत सज धज के मैं आ गई प्रीतम, करके सोलह शिंगार। अब मेरे प्रीतम ले चल दुनिया के पार। छोड़कर जग को आ गई ,मैं शरण तेरे अब अलकापुरी लागे... Hindi · गीत 1 1 414 Share Lalita Kashyap 8 Dec 2021 · 1 min read जीह्वा और वाणी जिह्वाऔर वाणी मीठी मधुर माधुर्या लिए, बानी बोलिए तोल- तोल। कर्कश कटुता न घोलिए , सदैव संयमित वाणी बोल। सुधि सुलझी वाणी से, जग सारा अपना होय। सदैव कड़वे बोलों... Hindi · कविता 1 232 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read अधुर हसरतें अधुरी हसरतें हसरतें तमाम दिल की खत्म हुई जीवन को सुकून आधा ही मिला है। हम औरों से क्या शिकवा करें हमें अपने सितारों से गिला है। मेहनत तो लाख... Hindi · कविता 1 178 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 5 min read स्त्री पुरुष की जातियों के प्रकार व उनके स्वभाव स्त्री पुरुष की जातियों के प्रकार व उनके स्वभाव शास्त्रों में स्त्री- पुरुष की मुखिया 4 - 4 जातियां बताई गई है और किन्हीं- किन्हीं में पुरुषों की 6 और... Hindi · लेख 1 6k Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read मेरी विशेषताएं मेरी विशेषताएं अपने लिए न जी करके, औरों के लिए जीती हूं। औरों को सुख पहुंचाने को, स्वयं कड़वा घूंट पीती हूं। उलझने बहुत है जीवन में, औरों की सुलझाती... Hindi · कविता 1 1k Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read रिश्ते अजनवी से रिश्ते अजनवी से जीवन के लंबे सफर में, कुछ ऐसे मिल जाते हैं। जब अपनों में अपना न मिले, वे अपने हो जाते हैं। दबी हुई दिल में कुछ बातें,... Hindi · कविता 1 1 256 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read सुन्दरी मनहरणघनाक्षरी सुन्दरी चंद्रमुखी सी सूरत, मन मोहिनी मूरत, श्याम-श्याम अलकों का, सिर पर जाल है। कमसिन कामिनी है, चन्द्रमा की चांदनी है, काली-काली पलकें है, मुख लाल-लाल है। सोलह शिंगार... Hindi · घनाक्षरी 1 433 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read धोखा धोखा धोखा कभी न दीजिए धोखा दुख की खान धोखा हृदय घाव दे मर -मर मुकती जान। धोखा अति कलंकित है कभी न हो विश्वास तिमिर जीवन बन जाए कभी... Hindi · कविता 1 168 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read नवयौवना चित्राधारित रचना नवयौवना विधा मनहरण घनाक्षरी गौर छवि मन भायी, यौवन के संग आई, मुदित मंद मुस्काई, देखो कोई हूर है। कोमल सुंदर तन, आई देखो बन- ठन, देख-देख वेशभूषा,... Hindi · घनाक्षरी 1 866 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read लक्ष्मीबाई लक्ष्मीबाई मनहरणघनाक्षरी मोरोपंत जी की सुता, भविष्य का न था पता, बालपन शस्त्रों से, खेल में बिताई थी। तांत्या नाना संग खेली, आयुधो के वार झेली, मनु रानी झांसी बनी,... Hindi · घनाक्षरी 1 215 Share Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read प्रेम के चेहरे प्रेम के की चेहरे रहता जिस घर आदर सम्मान बन सुमन सुगंध फैलाती हूं बनदल बादलों के में नित्य स्नेह जलधारा बरसाती हूं। मैं स्त्री हूं , मैं नारी हूं... Hindi · कविता 1 227 Share Lalita Kashyap 15 Dec 2021 · 2 min read बेचारी चिड़िया लघु कथा बेचारी चिड़िया एक चिड़िया प्रतिदिन मेरे आंगन में आकर दाना चुगती इधर-उधर फुदकती कुछ संगीत सुनाती और उड़ जाती । मुझे भी प्रति सुबह उसके आने की प्रतीक्षा... Hindi · लघु कथा 1 1 422 Share Lalita Kashyap 16 Dec 2021 · 1 min read बसंत ऋतु मनहरण घनाक्षरी बसंत ऋतु ओढ़े पितांबर धरा, खिल उठी यौवनाई लाल पलाश गुलाब, झूमती अंबराई। हरे वर्ण पर्ण झूमे, तरुवर बेला छाई, रंग बिरंगे खग, लालिमा अंबर छाई। सुनहरी दामिनी... Hindi · घनाक्षरी 1 261 Share Lalita Kashyap 17 Dec 2021 · 1 min read सुर सुन्दरी जलहरण घनाक्षरी चारों चरणों में 8,8,8,8वर्ण अंत दो लघु सुर सुन्दरी लोचन चंचल सोहे, काया कंचन सोहे, लोचे वाणी अधरों की, मधुरम मधुरम। है चाल गजगामिनी, चमक मुख दामिनी, अलकों... Hindi · घनाक्षरी 1 275 Share Lalita Kashyap 21 Dec 2021 · 1 min read राधेश्याम राधे श्याम हे राधे तू बड़भागिनी मिला जो कान्हा का साथ मुरली मोर मुकुट से अधिक स्नेह रखते हैं त्रिलोकीनाथ । कभी रूठते कभी मनाते ना करते दृष्टि से ।दूर... Hindi · कविता 1 1 197 Share Lalita Kashyap 23 Dec 2021 · 1 min read रोला छंद रोल छंद सुबकती रही रैन, यह कैसी घड़ी आई। खो रहा है चैन, अमा यह कैसी छाई।। हुई सुनहरी भोर, ऊषा ले अंगड़ाई। पंछी करते शोर, चली ठंडी पुरवाई।। गिरती... Hindi · दोहा 1 427 Share Lalita Kashyap 24 Dec 2021 · 1 min read बनी माता जब पहली बार बनी जब माता पहली बार गई सब अठखेलियां और, यौवन का सब अल्हड़पन। नदी से बहती जा रही, भूल गया मधुर बचपन। मैं उस डार की चिड़िया थी, जो दूर... Hindi · कविता 1 349 Share Lalita Kashyap 25 Dec 2021 · 1 min read गीत त तीन लोक के स्वामी ने, मथुरा में आ अवतार लिया। वसुदेव और देवकी का जेल में आ उद्धार किया। जब -जब विपदा आई जगत में, तब- तब आप सहाई हुए।... Hindi · गीत 1 1 601 Share Lalita Kashyap 26 Dec 2021 · 2 min read हिंदी भाषा हिन्दी भाषा की उत्पत्ति भाषा की उत्पत्ति संस्कृत के भाष् धातु से भाषा का अर्थ है कहना हिन्दी फारसी का एक शब्द है जो है संस्कृत भाषा का गहना। विश्व... Hindi · लेख 1 448 Share Lalita Kashyap 1 Jan 2022 · 1 min read नववर्ष नववर्ष जाने वाला साल तो मित्रों, दे गया हमें विभिन्न स्वाद। कुछ खट्टा -मीठा ,तिक्त ,क्षारिय और दे गया कई अवसाद। नूतन वर्ष का क्या भरोसा, 2021का भी किया था।... Hindi · कविता 1 224 Share Lalita Kashyap 6 Jan 2022 · 1 min read कृष्ण भजन कृष्ण भजन सुन री सखी, कोई रास्ता बताओ मोहे जाना गोकुल की नगरिया हो, मोहे जाना गोकुल की नगरिया। चुनचुन बगिया से फूल ले आऊं आ................। चुनचुन बगिया से फूल... Hindi · गीत 1 273 Share Page 1 Next