Kavita Chouhan 231 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kavita Chouhan 9 Oct 2022 · 1 min read मैं तुमसे प्रेम करती हूँ मैं तुमसे प्रेम करती हूँ मैं तुमसे प्रेम करती हूँ तुम्हारे लिये सँवरती हूँ प्रियतम मेरी श्वास तुम्हारे लिये सपने नित नये बुनती हूँ न आता नजर तुम्हारे सिवा दिल... Hindi · कविता 6 240 Share Kavita Chouhan 15 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत हर जन की बहु जरूरत मालिक परखता नियत सत्कर्म से मिले बरकत कौन जानता फितरत। बुरे समय हो पहचान राह न ये आसान वक्त की प्रतिपल करवट कौन जानता फितरत... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · फितरत · बदलती फितरत · हिंदी कविताएं 5 209 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read वह तोड़ती पत्थर नए तोड़ती रहती हर रोज वो पत्थर नए सिर पर थामे बोझ हाथों में फावड़ा कुदाली लिए निकल पड़ती निज भोर होते ही न मौसम की सुध न सांझ की ख़बर... Hindi · कविता 3 4 512 Share Kavita Chouhan 27 Aug 2021 · 1 min read चल दिया मुसाफिर चल दिया मुसाफिर चल दिया मुसाफिर खाली मकान रह गया राहें पूछती रही जाने कहां चल दिया कल तक जो लगते अपने से थे वो अब बेगाने हो चले लग... Hindi · कविता 3 206 Share Kavita Chouhan 31 Aug 2021 · 1 min read हांथो में कुदाली हांथो में कुदाली फावड़ा ले चल पड़ा है वो पसीने से तर बतर अपनी थकान कभी न देखता है जो फ़टे मेले कुचैले वस्त्र पहनकर भी बेपरवाह चलता है वो... Hindi · कविता 3 2 334 Share Kavita Chouhan 10 Sep 2021 · 1 min read अब न आऊंगी कभी तेरी गली अब न आऊंगी कभी तेरी गली ले तुझसे अब दूर बहोत दूर हो चली रूठा तो मनाया तुझको रोया तो हंसाया तुझको अब मैं कभी हंसी न करूंगी कोई ठिठोली... Hindi · कविता 3 2 462 Share Kavita Chouhan 18 Sep 2021 · 1 min read फिर नई बात फिर एक नई बात होगी फिर कभी मुलाकात होगी माना अनजान है इक दूजे के वास्ते हम आएगा फिर कल नया सुबह की नई सौगात होगी।। Hindi · शेर 3 1 497 Share Kavita Chouhan 19 Sep 2021 · 1 min read टूट गया दिल टूट गया दिल आवाज़ भी न आई मुझको मोहब्बत रास न आई न लो नाम मोहब्बत का मिल न जाये कहीं फिर बेवफाई Hindi · शेर 3 2 220 Share Kavita Chouhan 5 Oct 2022 · 1 min read सबके मन मे राम हो जब सत्य प्रकाशमय हो अंधकार पर लगा विराम हो द्वेष ,जलन ,ईर्ष्या से परे सब मन मे प्रेम ,स्नेह भरा हो उँच नीच भेदभाव भुलाकर सबके लिये सदभाव हो झूठ... Hindi · कविता · दशहरा कविता 3 2 211 Share Kavita Chouhan 20 Nov 2022 · 1 min read खुद को पुनः बनाना खुद को पुनः बनाना ! बिखर गया जो कतरा-कतरा उसको फिर से आज सजाना ! फेक दिया जो टुकड़े करके उसे जोड़कर फिर अपनाना ! बचपन मे जैसे फूलों को... Hindi · Hindi Kavita · Poem 3 4 190 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read बाबूजी घर की बुनियादें ,घर की एक नींव थे बाबूजी कुछ नही कहते न कभी ज्यादा हंसते चुप ही रहते बाबूजी माँ का गुस्सा,हंसी ओर खनक थे बाबूजी।। हमेशा काम मे... Hindi · कविता 2 579 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read राहें वफ़ा की राहें वफ़ा की आसान नही होती यूँ ही हर दिल की पहचान नही होती बन जाता कोई गर दिल का अपना तो किसी की मोहब्बत यूँ नीलाम न होती।। Hindi · शेर 2 217 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read मेरा प्यार तुम हो मेरा प्यार तुम हो मेरा प्यार तुम हो पूछे जो कोई मुझसे मेरे दिलदार तुम हो हर शब्द में मेरे तुम शामिल एक गीत एक झंकार तुम हो रोज नया... Hindi · कविता 2 261 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read दिल कहता है दिल कहता है तुम मेरे हो बस मेरे दिल कहता है आज बहुत है बेकरार तुम्हारे लिए ना माने कोई बात ना संभलता है बेकरार है हर पल बेचैन है... Hindi · कविता 2 210 Share Kavita Chouhan 30 Aug 2021 · 1 min read दोस्त दोस्त ही दोस्त पर जान दिया करते है दोस्त ही दोस्त की परवाह किया करते है कभी कभी कुछ पल ऐसे भी आते है जिंदगी में जब दोस्त ही दोस्त... Hindi · शेर 2 275 Share Kavita Chouhan 31 Aug 2021 · 1 min read तुम कब आओगे बरसों से कर रही तुम्हारा इंतजार कि तुम कब आओगे सांसे मेरी कर रही पुकार कि तुम कब आओगे पल-पल तरसता है दिल मेरा आखिर कब तक मुझे डर जाओगे... Hindi · कविता 2 2 853 Share Kavita Chouhan 5 Sep 2021 · 1 min read गुरू गुरु मार्गदर्शक है राह नई दिखलाता है गुरु से है नव निर्माण ,एक पथपदर्शक भी बन जाता है जलकर स्वयं दीप सा ओरो को रोशन कर जाता है गुरु के... Hindi · कविता 2 2 439 Share Kavita Chouhan 6 Sep 2021 · 1 min read एक मरी हुई बेटी एक मरी हुई बेटी से तलाक़शुदा ज्यादा अच्छी है एक रोती हुई विवाहिता से अकेली बैठी ज्यादा अच्छी है कदर नही जिसके मन सम्मान की जहां ऐसी जगह से वो... Hindi · कविता 2 6 436 Share Kavita Chouhan 6 Sep 2021 · 1 min read थक गई थी थक गई थी सबकी परवाह करते करते जब से बेपरवाह हुई एक आराम सा है भीड़ बहोत है तेरे शहर में फिर भी हर एक शक़्स तन्हा सा है लाख... Hindi · शेर 2 2 300 Share Kavita Chouhan 10 Sep 2021 · 1 min read दिल क्यूं दिल क्यूं तोड़ दिया बस इतना बता दे क्या कमी थी जो तू मुझको ये सज़ा दे बेवफाई तो तेरी फितरत में थी कोई इस दिल को ये समझा दे।। Hindi · शेर 2 2 394 Share Kavita Chouhan 10 Sep 2021 · 1 min read कभी खुद के लिए भी जी लिया करो कभी खुद के लिए भी जी लिया करो ज़िंदगी है कुछ उलझी सी कभी कभी खुशहाल तो गमगीन भी है ज़ख़्म है हर दिल में कहीं न कहीं ज़ख़्म भी... Hindi · मुक्तक 2 4 622 Share Kavita Chouhan 12 Sep 2021 · 1 min read फिर से एक मासूम कली फिर से एक मासूम कली मसलाई होगी किस ने ये सजा दिलाई होगी अनजान सी जा रही होगी उसकी राह किसीने रोक ली होगी बेशर्मी से फिर अस्मत उसकी लुटाई... Hindi · कविता 2 294 Share Kavita Chouhan 26 Sep 2021 · 1 min read कभी बेवजह ही मुस्कुरा दीजिये कभी बेवजह ही मुस्कुरा दीजिये बिना बात के भी खिलखिला दीजिये। हर पल है जिंदगी में कुछ खास ऐसे वैसे नही हर लम्हे को खास बना दीजिये माना कि काम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 10 218 Share Kavita Chouhan 1 Oct 2021 · 1 min read आओ पितरों का स्मरण करें आओ पितरों का स्मरण करें विदा हुए जो इस संसार से देकर स्नेह आशीष हमें उनके लिए तर्पण करें न आएंगे लौटकर फिर कभी वे देते थे जो प्रेम पोषण... Hindi · कविता 2 4 555 Share Kavita Chouhan 28 Oct 2021 · 1 min read औरतें बहोत जल्दी रो देती है लोग कहते है औरतें बहोत जल्दी रो देती है। सच है वो अपने सारे गम अपने आँचल में समेट लेती है। किसी से कुछ कहतीं नही बस चुप हो लेती... Hindi · कविता 2 6 237 Share Kavita Chouhan 20 Nov 2021 · 1 min read हे नारी अब तुम कठोर बन जाना हे नारी तुम अब कठोर बन जाना रूप एक नया सबको दिखलाना कोमल काया से शीला सी जड़ हो जाना।। त्याग ममता प्यार की मूरत हो तुम माँ पत्नी बहन... Hindi · कविता 2 2 291 Share Kavita Chouhan 21 Nov 2021 · 1 min read -----पिता---- पिता धरोहर है एक आधारशिला नींव है पिता जीवन रूपी तपती धूप में शीतल छाया है पिता कर्तव्यों को निभाता एक स्वरुप है पिता कभी प्रसन्नचित्त तो कभी चिंतित दीखते... Hindi · कविता 2 4 423 Share Kavita Chouhan 11 Jan 2022 · 1 min read ---ए दिल--- ए दिल तू भी कभी मुस्कुरा दिया कर न ऐसे यूं रूठ जाया कर बैठ कर यूं हताश उदास क्या होगा कोई तो अपना होगा जो तुझसे जुड़ा होगा अपनी... Hindi · कविता 2 4 412 Share Kavita Chouhan 30 Jan 2022 · 1 min read संत था वो एक महान संत था वो एक महान दिया जिसने देश की खातिर बलिदान चलता था लाठी को ले पहनकर धोती बुनता चरखे से वस्त्रों को एक साथ करके आंदोलन ढेर सारे बचाया... Hindi · कविता 2 202 Share Kavita Chouhan 19 Jul 2022 · 1 min read चल रहा वो चल रहा वो निडर होकर भागता सरपट सड़क पर एक पल रुकता नहीं वो है न रंजिश और दहशत है उठा अरुणाभ मस्तक ! देखता चिरकाल परिवर्तन मगर रुकता नहीं... Hindi · कविता 2 4 274 Share Kavita Chouhan 2 Aug 2022 · 1 min read देह मिलन देह मिलन क्या शाश्वत प्रेम ? सहमी इच्छाओं को जगाता हो निश्छल झरनें सा बहता खीचता प्रेम आलिंगन हो स्वच्छन्द सा क्षणिक बन्धन बिलख रहा भीतर अंतर्द्वंद इक दूजे के... Hindi · Hindi Poem · Love · कविता 2 971 Share Kavita Chouhan 8 Dec 2022 · 1 min read मेरे हृदय में तुम मेरे हदय में तुम मेरी हर साँस में नित इक मधुर संगीत आनंद अपरिचित नसों में रूधिर बन अविरल सा बहता प्रेम शीतल मृदुल गूँजता उर में इक कर्णप्रिय वो... Hindi · Humour · प्रेम 2 179 Share Kavita Chouhan 25 Sep 2023 · 1 min read चुन लेना राह से काँटे चुन लेना राह से काँटे.... चुन लेना राह से काँटे हवायें भी हिलोर देना द्वारे चंदा भी चमचमायेगा प्रेम छवि हिय में उकेर देना क्षीण हुई कंटिल पथ पर चलते... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 2 164 Share Kavita Chouhan 9 Oct 2023 · 1 min read *****जीवन रंग***** जीवन ये हर रंग दिखलाता हर्ष तो कभी दर्द दे जाता पाठशाला ये है अनोखी सबकी धैर्य परीक्षा होती। है सफल वही गुणीजन बड़ा परिश्रम जिसके हाथों जड़ा थककर कभी... Hindi · कविता · हिंदी कविताएं 2 168 Share Kavita Chouhan 10 Nov 2023 · 1 min read ****उज्जवल रवि**** उज्जवल रवि यूँ पुकारता अलंकृत रश्मियाँ निहारता बिछते पथ सैकड़ों सितारें उदीप्त जुगनू कितने सारे। श्वेत चाँदनी झिलमिलाई आस की नव किरण सजाई महक से आच्छादित फुलवारी सरसर बह रही... Hindi · कविता · चौपाइयाँ 2 2 183 Share Kavita Chouhan 6 Apr 2024 · 1 min read ****हमारे मोदी**** भारत माँ का सपूत प्यारा कर्मपथ पर बढ़ता जाये देख अचंभित नभ भी उसको कर्म निरंतर करता ही जाये। देशप्रेम की चाह थी इतनी गृह,आराम सब छोड़ आये चल पड़े... Hindi · कविता · चौपाइयाँ · नरेंद मोदी · सहित्यपिडिया 2 47 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read कैसी नादान है तू कैसी नादान है तू मोहब्बत को न समझ पाई मैंने की वफ़ा फिर भी मुझे रास ना आई जलकर ख़ाक हुआ दिल अपना मिली इश्क़ में बस तन्हाई।। Hindi · शेर 1 463 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read ख़त्म हुआ सिलसिला खत्म हुआ सिलसिला अब मुलाकातों का भी छोड़ गई उनकी याद भी दामन मेरी सुनी रातों का भी।। Hindi · शेर 1 352 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read कल फिर एक नया सूरज आएगा कल फिर एक नया सूरज आएगा नई उजियारी दिखलायेगा फिर से फूल महकेंगे राहों में नई किरण जगमगाएगी हर कली खिल जाएगी फिर से फिर से नवप्रभात होगा इक नवजीवन... Hindi · कविता 1 703 Share Kavita Chouhan 21 Aug 2021 · 1 min read इस बार जरूर आना भईया इस बार जरूर आ जाना भईया ये राखी मेरे साथ मनाना भईया करती हूं इंतज़ार साल भर इस उत्सव का तुम्ही से तो है रंग मेरे इस त्यौहार का इसे... Hindi · कविता 1 268 Share Kavita Chouhan 21 Aug 2021 · 1 min read उनके बिना उनके बिना जीने की आदत न थी उनके बिना रहने की हसरत न थी कैसे रोक लेते उनको दूर जाने से भला उनको हमारी जरूरत ही न थी।। Hindi · शेर 1 242 Share Kavita Chouhan 21 Aug 2021 · 1 min read बोझिल है बोझिल है धरती आज आसमां भी घबराया है हवायें भी है परेशां ये कैसा मौसम आया है बदल रहा मंजर पलपल हर तरफ दुख दर्द का साया है।। Hindi · कविता 1 441 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read ऊँगली पकड़ के ऊँगली पकड़के तूने चलना सिखलाया कांटों भरी इस राह में इसलिए दौड़ पाया शुक्रगुजार उस ईश्वर का जिसने तुझसे मिलाया जिंदगी की इस तपती धूप में मिला मुझे पिता का... Hindi · कविता 1 2 366 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read आ कहीं दूर चले आ कहीं दूर चले सात समंदर दूर नगरी नगरी पार चलें आ कहीं दूर चले जहां प्यार हो , उठती लहरें सूरज की किरण दीदार करें आ कहीं दूर चले... Hindi · कविता 1 2 258 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read सब कुछ नया है सब कुछ नया है बदल गया सब कुछ आज अचानक देखते-देखते खिल गया फूल जिंदगी की कहानी का लगने लगा जैसे आज सब कुछ नया है यकीन नहीं हो रहा... Hindi · कविता 1 4 243 Share Kavita Chouhan 30 Aug 2021 · 1 min read थाम लो हाथ मेरा थाम लो हाथ मेरा थाम लो हाथ मेरा बिखर ना जाऊं कहीं राहें हैं बहुत पथरीली गिर ना जाऊं कहीं दूर-दूर तक खामोश है ये रास्ते आज भी चलते चलते... Hindi · शेर 1 2 444 Share Kavita Chouhan 30 Aug 2021 · 1 min read मेरा प्यार तुम हो मेरा प्यार तुम हो मेरा प्यार तुम हो पूछे जो कोई मुझसे मेरे दिलदार तुम हो हर शब्द में मेरे तुम शामिल एक गीत एक झंकार तुम हो रोज नया... Hindi · कविता 1 268 Share Kavita Chouhan 30 Aug 2021 · 1 min read बहुत खूबसूरत हो तुम बहुत खूबसूरत हो तुम सुबह की पहली किरण रात की बिखरी चांदनी हो तुम बहुत खूबसूरत हो तुम देखता हूं जो ख़्वाब नींद में उस ख़्वाब की हकीकत हो तुम... Hindi · कविता 1 2 1k Share Kavita Chouhan 30 Aug 2021 · 1 min read कितना तन्हा है कितना तन्हा है दिल दुनिया की इस भीड़ में न कोई सुन सका न देख सका दर्द इस दिल का कभी जो मिल सके कोई हमदर्द समझ सके जो दर्द... Hindi · शेर 1 1 497 Share Kavita Chouhan 31 Aug 2021 · 1 min read माँ ईश्वर ने एक सुंदर रचना बनाई वो स्वयं न आ सका धरती पर इसलिए उसने ये कृति भिजवाई ये कोई और नही माँ कहलाई ममता की मूरत हमने अपनी ज़िंदगी... Hindi · कविता 1 348 Share Page 1 Next