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27 Sep 2021 12:48 AM

कविता खिलखिला रही है !
बिना बात के ही हॅंसा रही है !
लम्हे को रूमानी बना रही है !
सचमुच, जटिल से जीवन को…
बहुत ही आसान बना रही है !
बातों बातों में ही ये बेजोड़ बन पड़ी है !!

28 Sep 2021 09:25 PM

जी, आजकल हँसी गायब होती जा रही है इस जटिल जीवन से।सबके पास अपने अपने दुख चिंताए है। प्रशंसा के लिए हार्दिक आभार जी।।

वाह ! लाजवाब है रचना

26 Sep 2021 11:06 PM

बहोत धन्यवाद जी ।।

अति सुन्दर

26 Sep 2021 07:35 PM

शुक्रिया जी।।

26 Sep 2021 07:02 PM

सुन्दर भाव,✍️✍️✍️

26 Sep 2021 07:35 PM

हार्दिक आभार।।

26 Sep 2021 07:34 PM

धन्यवाद जी।।

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