Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Sep 2021 · 1 min read

कभी बेवजह ही मुस्कुरा दीजिये

कभी बेवजह ही मुस्कुरा दीजिये
बिना बात के भी खिलखिला दीजिये।

हर पल है जिंदगी में कुछ खास
ऐसे वैसे नही हर लम्हे को खास बना दीजिये

माना कि काम आसान नही ये इतना
कुछ कठिनाइयों को भूलकर रास्ते आसान
बना लीजिए।।

गम है हर इक किस्से में दर्द है हर इक कहानी में
भूलकर कुछ पल के लिए ही सही
लम्हा रूमानी बना दीजिये

हँसकर चलने से राहें हो जाएंगी कुछ आसान शायद
न इंतज़ार कल का आज ही खुद को ये हसीन तोहफा दीजिये।।

कभी बेवजह ही मुस्कुरा दीजिये
बिना बात के भी खिलखिला दीजिये।

“कविता चौहान”
स्वरचित

2 Likes · 10 Comments · 217 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आलोचक-गुर्गा नेक्सस वंदना / मुसाफ़िर बैठा
आलोचक-गुर्गा नेक्सस वंदना / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
Bad in good
Bad in good
Bidyadhar Mantry
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Neelam Sharma
महात्मा गांधी
महात्मा गांधी
Rajesh
राजनीति अब धुत्त पड़ी है (नवगीत)
राजनीति अब धुत्त पड़ी है (नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
जीने की ख़्वाहिशों में
जीने की ख़्वाहिशों में
Dr fauzia Naseem shad
😊न्यूज़ वर्ल्ड😊
😊न्यूज़ वर्ल्ड😊
*Author प्रणय प्रभात*
सजाया जायेगा तुझे
सजाया जायेगा तुझे
Vishal babu (vishu)
जनता के हिस्से सिर्फ हलाहल
जनता के हिस्से सिर्फ हलाहल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
"जिंदगी"
Yogendra Chaturwedi
मुझे नहीं नभ छूने का अभिलाष।
मुझे नहीं नभ छूने का अभिलाष।
Anil Mishra Prahari
प्यारी बहना
प्यारी बहना
Astuti Kumari
तुम मेरे बादल हो, मै तुम्हारी काली घटा हूं
तुम मेरे बादल हो, मै तुम्हारी काली घटा हूं
Ram Krishan Rastogi
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
छल ......
छल ......
sushil sarna
"तुम भी काश चले आते"
Dr. Kishan tandon kranti
रमेशराज की 11 तेवरियाँ
रमेशराज की 11 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
खड़ा चुनावों में है जो उसमें  , शरीफ- गुंडे का मेल देखो   (म
खड़ा चुनावों में है जो उसमें , शरीफ- गुंडे का मेल देखो (म
Ravi Prakash
प्यार करोगे तो तकलीफ मिलेगी
प्यार करोगे तो तकलीफ मिलेगी
Harminder Kaur
धरा और हरियाली
धरा और हरियाली
Buddha Prakash
जीवन की धूल ..
जीवन की धूल ..
Shubham Pandey (S P)
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
।।  अपनी ही कीमत।।
।। अपनी ही कीमत।।
Madhu Mundhra Mull
गहरी हो बुनियादी जिसकी
गहरी हो बुनियादी जिसकी
कवि दीपक बवेजा
We just dream to  be rich
We just dream to be rich
Bhupendra Rawat
इधर उधर न देख तू
इधर उधर न देख तू
Shivkumar Bilagrami
हिम्मत है तो मेरे साथ चलो!
हिम्मत है तो मेरे साथ चलो!
विमला महरिया मौज
बेटियों ने
बेटियों ने
ruby kumari
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
☄️💤 यादें 💤☄️
☄️💤 यादें 💤☄️
Dr Manju Saini
Loading...