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20 Aug 2021 05:56 PM
श्रमिकों के दर्द की अनुभूति कराती सुन्दर भावनात्मक सृजन
Kavita Chouhan
Author
20 Aug 2021 06:32 PM
हार्दिक आभार, शुभ संध्या।।
एक महिला श्रमिक के दु:ख-दर्द के हर पहलू का खूबसूरती से चित्रण करती, कितनी कठिन परिस्थितियों में वो , खुद के एवं बाल-बच्चों की भरण-पोषण की खतिर अपनी शारीरिक दशा के विरूद्ध जाकर कठिन कार्य को अंज़ाम देती रहती हैं और उनके ऐसे हालातों की किसी को फ़िक्र नहीं ! निश्चय ही ऐसी गरीब महिलाओं के हितार्थ सरकार को बहुत जल्द ही कोई ठोस कानून लाना चाहिए ताकि इन महिलाओं की स्थिति में सुधार लाते हुए उनका भविष्य संवारा जा सके ! बहुत ही सुंदर विषय पर लाज़वाब व मर्मस्पर्शी सृजन करते हुए आपने पाठकों एवं समाज का ध्यान आकृष्ट कराया है वो भी इस पटल पर अपनी शुरुआत में ही ! जो काबिले तारीफ है ! इसी तरह महत्वपूर्ण विषयों पर आपकी रचना की प्रतीक्षा रहेगी ! बहुत बहुत धन्यवाद एवं शुभकामनाएं…. ??
जी ,बहोत शुक्रिया । आपको रचना पसन्द आई जानकर बहोत प्रसन्नता हुई। आपके इस प्रकार वर्णन से प्रोत्साहन मिलेगा।हार्दिक आभार अभिनन्दन।।