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30 Aug 2021 · 1 min read

बहुत खूबसूरत हो तुम

बहुत खूबसूरत हो तुम

सुबह की पहली किरण रात की बिखरी चांदनी हो तुम बहुत खूबसूरत हो तुम

देखता हूं जो ख़्वाब नींद में उस ख़्वाब की हकीकत हो तुम

हवा में गूंजता संगीत हो भोले की गुनगुनाहट हो तुम

सुबह की लालिमा दोपहर की तपती धूप रात की खिली चांदनी हो तुम

सूरज लेता है तुमसे उजाला खिलता हुआ है यौवन

जैसे प्रकृति का रूपनिराला इक चमचमाती सुनहरी धुप हो तुम

कुदरत का दिया हुआ अनमोल उपहार हो तुम

छाई घनघोर काली घटा बादलों की तेज गर्जना हो तुम

बरखा की रिमझिम बरसती मदमस्त फुहार हो तुम

पत्ता पत्ता तुम्हारा नाम लेता इक अधखिली कली हो तुम
है चमन में बहार तुमसे है राग की रागिनी तुमसे इक

कर्णप्रिय मधुर संगीत हो तुम झरनों की कल कल सब

दिशाओं का कोलाहल पर्वतोंके लिए आरोही हो तुम

हीरे सी झिलमिलाहट सोने से चमचमाहट पक्षियों की

सुगबुगाहटहो तुम ,हर रंग तुमसे बना ऐसी रागिनी हो तुम
चंदन सी काया तुम्हारी बहती रूप की धारा

काम मोह तुममें बसा ऐसी कामिनी हो तुम

ईश्वर की एक सुंदर अनोखी रचना हो तुम

बहुत खूबसूरत हो तुम ||

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 1424 Views
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