रंजिश हीं अब दिल में रखिए
सुरसा-सी नित बढ़ रही, लालच-वृत्ति दुरंत।
एक अच्छे मुख्यमंत्री में क्या गुण होने चाहिए ?
अंधेरा कभी प्रकाश को नष्ट नहीं करता
23/122.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
"शीशा और रिश्ता बड़े ही नाजुक होते हैं
मत कुरेदो, उँगलियाँ जल जायेंगीं
साहित्य क्षेत्रे तेल मालिश का चलन / MUSAFIR BAITHA
मनुष्य जीवन - एक अनसुलझा यक्ष प्रश्न
आज़ाद पैदा हुआ आज़ाद था और आज भी आजाद है।मौत के घाट उतार कर
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !