Dr fauzia Naseem shad Tag: ग़ज़ल 119 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Dr fauzia Naseem shad 2 Jun 2023 · 1 min read तेरा एहसास तेरा एहसास गर नहीं होता । दामन इतना भी तर नहीं होता।। तुम समझ लेते मेरी ख़ामोशी। कोई शिकवा भी फिर नहीं होता।। ख़ौफ खाते अगर गुनाहों से। मौत का... Hindi · ग़ज़ल 12 593 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read ज़िक्र तेरा लबों पर क्या आया (25) ज़िक्र तेरा लबों पे क्या आया । चैन दिल को फिर नहीं आया ॥ खुद से बिछड़े न हम मिले खुद से । लौट कर वक़्त फिर नहीं आया... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 741 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read तुम मुझे दिल से (24) सुकूं पल-भर का भी न पाओगे। तुम मुझे दिल से गर भुलाओगे ।। मुझको खो दोगे तुम कभी एक दिन । इतना मुझको जो आज़माओगे ।। तुम करके प्यार... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 515 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read मेरा दामन भी तार-तार रहा (23) शिद्तों में जो बेशुमार रहा। मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा ।। भूल हमको कभी नहीं सकता । दिल में बाक़ी ये एतबार रहा ।। पूंछ कर ज़िंदगी बता देना... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 602 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हम कहां तुम से (22) बस शिद्दत में शुमार करते हैं । हम कहां तुम से प्यार करते हैं ।। छीन लेते हैं चैन भी दिल का । लोग ऐसे दुलार करते हैं ।।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 142 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read इतना तो अधिकार हो (21) जीवन का जीवन पर तेरे ये उपकार हो । केवल सफलता ही नहीं हार भी स्वीकार हो।। वाणी तेरी मीठी-मीठी उच्च तेरे विचार हो। मित्र बने शत्रु भी तेरे... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 429 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read शांत सा जीवन (20) शांत सा जीवन जी कर देखो। हंस कर क्रोध को पी कर देखो।। रब को अपना करके देखो। उसकी इच्छा से जी कर देखो।। जीवन कितना शेष है इनमें... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 449 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read (19) (19) मन में रक्खें बैर की भावना । दुष्ट है वो, संत नहीं है ।। सीमित रखिये विषय-वासना । इच्छाओं का अंत नहीं है ।। व्यर्थ है फिर ज्ञान तुम्हारा।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 330 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हम ये कैसा मलाल कर बैठे (18) हम ये कैसा मलाल कर बैठे। दिल का तुम से सवाल कर बैठे ।। प्यार करना हमें न आया मगर। इश्क में हम कमाल कर बैठे।। खोये थे हम... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 650 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हमने माना अभी अंधेरा है (17) हमने माना अभी अंधेरा है। पास लेकिन बहुत सवेरा है।। मैल दिल में कोई नहीं रखना। दिल में रब का अगर बसेरा है ।। छीन लेता है साथ अपनों... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 704 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हमें प्यार ऐसे कभी तुम जताना (16) हमें प्यार ऐसे कभी तुम जताना। अशआर कोई मेरा गुनगुनाना ।। फक्त एक तमन्ना यही है हमारी। ख़फ़ा होके हमसे न तुम दूर जाना ।। बिना शर्त तुमको चाहा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 625 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हर जगह तुझको मैंने पाया है (15) इश्क़ मुझको कहां पर लाया है। हर जगह तुझको मैंने पाया है।। जानते हैं. यह हो नहीं सकता । भूल जाने की ज़िद तो ज़ाया है ।। खुद पर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 276 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read दिल में हमारे ( 14) मुकरते हैं आप, क्या ज़ालिम नहीं हैं। दिल में हमारे क्या शामिल नहीं हैं ।। धड़कते नहीं क्या दिल में तुम्हारे । धड़कन में तेरी क्या शामिल नहीं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 536 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो (13) ज़िन्दगी बे'जवाब रहने दो। मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो।। खुद की इस्लाह कर सकूं मैं भी । मुझको कुछ तो खराब रहने दो ।। इतने ज़यादा गुनाह नहीं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 438 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read वो पढ़ लेगा मुझको (12) सफ़र इश्क का मुश्किल बहुत है । कुछ तो नहीं, दर्द हासिल बहुत है । इज़हार-ए-उल्फ़त कर न सके जो । दिल ये हमारा बुज़दिल बहुत है ।। तरसती... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 365 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read बिछड़ा हो खुद से (11) बिछड़ा हो खुद से, वो मिलता कहां है। पत्थर हो दिल से, वो पिघलता कहां हैं।। किसी हाल में इसको खोने न देना। सिरा जिंदगी का मिलता कहां हैं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 12 212 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read तुम्हारे हमारे एहसासात की है (10)) तुम्हारे हमारे एहसासात की है। ज़िंदगी मौत के सवालात की है ।। कहानी के अंदर नया कुछ नहीं है। ये बात बस दिल-ए-जज़्बात की है।। वाकिफ़ है इससे तू... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 12 648 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read अजनबी जैसा हमसे (9) अजनबी जैसा हम से मिलता है। दर्द आँखों से तब पिघलता है ।। जान जाती है उस के जाने से । ख़्वाहिशों का भी दम निकलता है ।। टूटता... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 11 397 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read वो तुम्हीं तो हो (8) मेरी जिंदगी वो तुम्ही तो हो मेरी हर खुशी वो तुम्ही तो हो मेरी उम्मीद वो तुम्हीं तो हो दिल की धड़कने वो तुम्हीं तो हो मेरे हमनवां वो... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 11 605 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read कभी हक़ किसी पर (7) कभी हक़ किसी पर जताया नहीं है। ख़्वाहिश है क्या ये बताया नहीं है।। नाराज हो कर भी देखा है हमने। किसी ने भी हमको मनाया नहीं है।। कसमों... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 12 453 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read एक है ईश्वर (6) एक है ईश्वर एक है दुनिया । भेद क्यों फिर सारे हुए हैं ।। जीत वो कैसे सकते हैं। खुद से जो हारे हुए हैं ।। आसमां उनसे भरा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 425 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read सच तो यह है (4) सच तो यह है कि प्यार तुमसे है। बेहद और बे'शुमार तुमसे है ।। दिल का तुम पर एतमाद क्या कहिये। मेरा मुझे पर एतबार तुमसे है ॥ लौट... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 256 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read दिल में भी (3) दिल में भी इत्मिनान रक्खेंगे। फासला दर्मियान रक्खेंगे ।। आप की सोच मुखल्लिफ हम से। हम भी इस का ध्यान रक्खेंगे ।। वार तुम पर तो कर नहीं सकते।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 346 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read मेरी ख़्वाहिश ने (2) मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है। ख्वाब देखा जो मैंने, झूठा है ।। यूँ ही तुम से खफा नहीं हैं हम। दिल नहीं, ऐतबार टूटा है।। कुछ नहीं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 379 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read तुम से मिलना था (1) फूल से हम जो खिल नहीं पाये। तुम से मिलना था मिल नहीं पाये ।। दर्द रिसता है आज भी उन से। ज़ख्म दिल के जो सिल नहीं पाये।।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 692 Share Dr fauzia Naseem shad 24 May 2023 · 14 min read गज़ले 1, कुछ नमी अपने साथ लाता है । जब भी तेरा ख़याल आता है।। देख कर ही सुकून मिलता है । तेरा चेहरा नज़र को भाता है ।। कुछ भी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 16 4 260 Share Dr fauzia Naseem shad 21 May 2023 · 1 min read कुछ नमी कुछ नमी अपने साथ लाता है । जब भी तेरा ख़याल आता है।। देख कर ही सुकून मिलता है । तेरा चेहरा नज़र को भाता है ।। कुछ भी रहता... Hindi · ग़ज़ल 12 2 611 Share Dr fauzia Naseem shad 25 Mar 2023 · 1 min read दुश्मनी इस तरह निभायेगा । दुश्मनी इस तरह निभायेगा । वो तेरी हाँ में हाँ मिलायेगा ।। पहचान उसको तू न पायेगा । वो तुझे मात दे ही जायेगा ।। कर गई घर जो दूरियाँ... Hindi · ग़ज़ल 7 612 Share Dr fauzia Naseem shad 25 Mar 2023 · 1 min read फ़ासला दरमियान दिल में भी इत्मिनान रक्खेंगे । फासला दर्मियान रक्खेंगे ॥ आप की सोच मुखल्लिफ हम से। हम भी इस का ध्यान रक्खेंगे ।। वार तुम पर तो कर नहीं सकते... Hindi · ग़ज़ल 7 188 Share Dr fauzia Naseem shad 10 Jan 2023 · 1 min read आप मे आपका नहीं कुछ भी इससे बढ़ कर समझ नहीं कुछ भी । आप में आपका नहीं कुछ भी ।। कौन कब अलविदा कह जाए । ज़िन्दगी का यकीं नहीं कुछ भी ।। ढूंढती हूं... Hindi · ग़ज़ल 11 606 Share Dr fauzia Naseem shad 5 Jan 2023 · 1 min read ज़िंदगी मुझको गर बनाओगे सुकूं पल-भर का भी न पाओगे । मुझे तुम दिल से गर भुलाओगे ।। मुझको खो दोगे तुम एक दिन । इतना मुझको जो आज़माओगे ।। प्यार शर्तों में हमसे... Hindi · ग़ज़ल 10 489 Share Dr fauzia Naseem shad 31 Dec 2022 · 1 min read मिट्टी की खुशबू शिकायत लबों पर कभी तुम न लाना । हो हालात कैसे, तुम सदा मुस्कुराना ।। मिट्टी की खुशबू भी दिल जीत लेगी । कभी बारिशों में, तुम भीग जाना ।।... Hindi · ग़ज़ल 10 724 Share Dr fauzia Naseem shad 23 Dec 2022 · 1 min read ज़िंदगी का सवाल ज़िंदगी का सवाल आया है । मुझको मेरा ख़्याल आया है ।। झूठ ने सच को मार डाला है । वक़्त कैसा कमाल आया है ।। आईना सामने जब आया... Hindi · ग़ज़ल 10 203 Share Dr fauzia Naseem shad 6 Nov 2022 · 1 min read हर खुशी तुम पे हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे। जी लो तुम हम हार जायेंगे ।। एक ही ज़िन्दगी मिली है हमें । कौन सा बार-बार आयेंगे ।। सोच की गर कमी रही... Hindi · ग़ज़ल 15 375 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Nov 2022 · 1 min read खुद को ज़रा तुम खुद को ज़रा तुम बदल कर तो देखो। कमियों से अपनी लड़ कर तो देखो।। कितने कदम तुम मेरा साथ दोगे। दो कदम साथ मेरे चल कर तो ।। आसान... Hindi · ग़ज़ल 18 153 Share Dr fauzia Naseem shad 31 Oct 2022 · 1 min read जीवन की विफलता जीवन की विफलता बनती है सफलता । योग्यता के साथ अनुभव अगर होता है ।। जिसका स्वभाव शान्त सरल होता है । उसके व्यक्तित्व का प्रभाव अमिट होता है ।... Hindi · ग़ज़ल 20 415 Share Dr fauzia Naseem shad 23 Oct 2022 · 1 min read हर जगह तुझको मैंने पाया है इश्क़ मुझको कहां पर लाया है । हर जगह तुझको मैंने पाया है ।। जानते हैं, यह हो नहीं सकता । भूल जाने की ज़िद तो ज़ाया है ।। खुद... Hindi · ग़ज़ल 20 204 Share Dr fauzia Naseem shad 23 Oct 2022 · 1 min read आप हमको जो पढ़ गये होते हौसलों का पता नहीं चलता । वक़्त से हम जो डर गये होते ।। समझ एहसास तुम गये होते । दर्द लफ़्ज़ों में गढ़ गये होते ।। ज़िंदगी तेरा हक़... Hindi · ग़ज़ल 20 263 Share Dr fauzia Naseem shad 23 Oct 2022 · 1 min read कौन बता क्या खोया क्या पाया है । मिट्टी राख़ बस काया है ।। तेरा हो या मेरा जीवन । अंतर क्या कर पाया है ।। डोर है कच्ची सांसों की ।... Hindi · ग़ज़ल 17 375 Share Dr fauzia Naseem shad 23 Oct 2022 · 1 min read एक मुलाकात पैदा हालात कर ही लेते हैं । आंखों में रात कर ही लेते हैं ।। लेकर लफ़्ज़ों के ताने-बाने को। ज़ाहिर जज़्बात कर ही लेते हैं ।। न-न करके भी... Hindi · ग़ज़ल 17 435 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Oct 2022 · 1 min read भलाई में सबकी अपना भला है। भलाई में सबकी अपना भला है। हमने भी खुद को कितना छला है।। ताबीर उसने फिर पाई है अपनी । आंखों में ख़्वाब जितना पला है।। इज़्ज़त के क़ाबिल इंसान... Hindi · ग़ज़ल 16 357 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Oct 2022 · 1 min read तुम यादों के सारे सिरे तोड़ देते तुम यादों के सारे सिरे तोड़ देते । कहानी को कोई नया मोड़ देते ।। तुमसे हमारा सांसों का रिश्ता । कैसे तुम्हें हम भला छोड़ देते ।। अपनी नज़र... Hindi · ग़ज़ल 17 143 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Oct 2022 · 1 min read तेरे दिल को मैं छुआ करूं तेरे दिल को मैं छुआ करूं । मैं रात-दिन ये दुआ करूं ।। जो कहे वो रस्मे अदा करूं। तुझे खुद से मैं न जुदा करूं।। हम बिछड़ के जी... Hindi · ग़ज़ल 15 186 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Oct 2022 · 1 min read दिल की हक़ीक़त दिल की हक़ीक़त लिखते कहां हैं। टूटे ना जब तक बिख़रते कहां हैं ।। खुद को समेटे हैं खुद के ही अंदर । खुद से भी बाहर निकलते कहां हैं।।... Hindi · ग़ज़ल 15 331 Share Dr fauzia Naseem shad 17 Oct 2022 · 1 min read कुछ दर्द भी बे'मिसाल है कुछ ज़ब्त भी कमाल है। कुछ दर्द भी बेमिसाल है ।। कुछ जिस्म की है ज़रूरतें । कुछ रुह का भी सवाल है ।। कुछ ख़्वाहिशों की है बेबसी ।... Hindi · ग़ज़ल 14 2 380 Share Dr fauzia Naseem shad 16 Oct 2022 · 1 min read दिल किसी से अगर लगायेगा दुश्मनी इस तरह निभायेगा । वो तेरी हां में हां मिलायेगा ।। पहचान उसको तू न पायेगा । वो तुझे मात दे ही जायेगा ।। कर गई घर जो दूरियाँ... Hindi · ग़ज़ल 15 195 Share Dr fauzia Naseem shad 16 Oct 2022 · 1 min read जीवन की विफलता जीवन की विफलता बनती है सफलता । योग्यता के साथ अनुभव अगर होता है ।। जिसका स्वभाव शान्त सरल होता है । उसके व्यक्तित्व का प्रभाव अमिट होता है ।।... Hindi · ग़ज़ल 17 275 Share Dr fauzia Naseem shad 15 Oct 2022 · 1 min read हर जगह तुझको मैंने पाया है इश्क़ मुझको कहां पर लाया है । हर जगह तुझको मैंने पाया है ।। जानते हैं, यह हो नहीं सकता । भूल जाने की ज़िद तो ज़ाया है ।। खुद... Hindi · ग़ज़ल 16 657 Share Dr fauzia Naseem shad 15 Oct 2022 · 1 min read मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा शिद्तों में जो बे'शुमार रहा । मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा ।। भूल हमको कभी नहीं सकता । दिल में बाक़ी ये ए'तिबार रहा ।। पूंछ कर ज़िंदगी बता देना... Hindi · ग़ज़ल 17 225 Share Dr fauzia Naseem shad 15 Oct 2022 · 1 min read तुम से मिलना था मिल नही पाये फूल से हम जो खिल नहीं पाये। तुम से मिलना था मिल नहीं पाये ।। दर्द रिसता है आज भी उन से । ज़ख्म दिल के जो सिल नहीं पाये।।... Hindi · ग़ज़ल 16 250 Share Previous Page 2 Next