kumar ashok3 152 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read सस्ती क़ीमत पे मेरे बाज़ार में सस्ती कीमत पे मेरे बाजार में बिकने के चर्चे बड़े माहौल बदला देखकर मेरे खरीददार सोच में खड़े बेशक हमारे पुराने चित्र के संग चरित्र पुराना नहीं हमारे माथे पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 248 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read ए जिंदगी तू कठपुतली सी ए जिंदगी तू कठपुतली सी नचाती क्यो है जिंदगी में प्यार दे नफरतें, फैलाती क्यो है जब चाहती नहीं कि तू अरमां पूरे हो मेरे तो सपनों को मेरे हमेशा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 203 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read जिंदगी भी बिखरी पड़ी नहीं कोई यहाँ अपनी डगर कोई मौत का भी नहीं हमकों डर कोई औरों की ख़ुशीयों पे ख़ुश हो लोग ऐसे हालात ऐसे रह गये शहर नहीं कभी मौत से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 268 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read देख लेते तेरी भक्ति में चल आज उतार देता हूँ शराफ़त का लबादा।। देख लेते तेरी भक्ति में मज़ा कितना ज़्यादा।। ज़िंदगी की बिसात में मैं तेरी कठपुतली ठहरा तू बादशाह बनकर जैसा चलाये चलता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 212 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read सूखकर भी कमज़ोर पत्ता इस छोटी सी जिंदगी में तो हम हमेशा से भाग्यवान रहें तस्लीम ऐ मोहब्बत हमकों देने वाले आप बागवान रहें तस्लीम ऐ मोहब्बत प्रेम की श्रद्धा मरके जाना इस दुनियां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 220 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read सोया देश जगाने को मैं हम हिन्द के वासी रखतें इसका ध्यान हम बुलबुले इसके ये हमारा गुलिस्तान हम तीन रँग तिरंगे के समझ लेना तुम थल जल वायु से हम इसके निगेहबान ऐसी आग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 255 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read इक छोटा सा पुलिसवाला हाँ जी साहब मैं हूँ इक छोटा सा वो पुलिसवाला जिसकी नोकरी ने उसका सब कुछ छीन डाला माना कि अब पढ़ लेते चेहरे मिजाज देखकर के पर कुछ अपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 314 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read ये रात वो रात नहीं ? *छोड़ दिया चाँद का साथ हमने ये सोचकर*.. *जो रात का ना हुआ वो हमारा क्या होगा...* उसके बिना एक पल भी जीना मेरा यारा... इस ज़ालिम जमाने को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 290 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read मन की तू बात न पूछ हो सके तो मेरे मन की तू बात मत पूछ कितने सहें है मैंने यहाँ आघात मत पूछ माना की मुसीबत अब छंट गई मेरे मित्र दुर्घटना में कत्ल के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 290 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read हमारी रौशनी पर पहरा क्यों मेरे हिस्से का तुम सब मुझे सिर्फ इतवार दे दों गम बांट सकूँ मैं जिनके संग वो परिवार दे दों मैं भी चाहता हूँ पंख लगा के उड़ना आसमाँ में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 377 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read सरहदों ने परिंदों को गर तूने मुझे आज आँखों से पिलाया ना होता मैंने भी कसम से सब को बताया ना होता डूब रहा हूँ मैं साहिल पर आज देख लेना काश तूने इश्क करना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 183 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read शब्द नाग बनकर डस लेते है शब्द नाग बन कर डस लेते समझलो जुबाँ से इतना तो कोई घायल नहीं करता तीरों कमान से कहने को सारा सारा संसार अपना सा लगता है बेपनाह आखँ में... Hindi · कविता 242 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read सबका आज ज़मीर दिखाने आया हूँ महफ़िल में सबका आज ज़मीर दिखाने किस तरह सब खालीपन से तन्हा है पीर दिखाने छूते नहीं हमारे पाँव आजकल जमीं को देखिये दिल रियासत हम इश्कवालो की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 262 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 2 min read शोक पथ पे ये अशोक महान जा अशोक सम्राट का जवाब की क्यों वो अखण्ड भारत छोड़ के चला गया एक बार फिर से अशोक बनकर कोशिश माँ भारती का बेटा बनकर मिला मुझकों बहुत प्यार पर... Hindi · कविता 195 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read जुबां का ज़ायका आएगा गर दे दो हमें रविवार दिल भी मेरा रोया ख्वाईशें रोती जार जार बदहवास जिंदगी में खो गया मेरा रविवार सीने में दफ़न चाहतें कहै,कैसे शुक्रिया करूँ स्वहित हेतु काट काट खाये है हमारे त्यौहार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 247 Share kumar ashok3 27 Jan 2021 · 1 min read हम भी कोई एलियन नहीं हम भी कोई एलीयन नहीं हम तो है एक इंसान गलतियों का पुतला ठहरा माटी का यह जवान राष्ट्रधर्म का अरमान रखकर दिल मे फिरते हम पर हम में भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 237 Share kumar ashok3 26 Jan 2021 · 1 min read सरहदों पर आया हूँ आज उनसे करके मैं आँखें यूँ चार सरहदों पर आया हूँ मौत तू करें न बेक़रारी से इंतज़ार सरहदों पर आया हूँ मै भी तो भारत माता का लाल ठहरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 198 Share kumar ashok3 26 Jan 2021 · 1 min read बुझे मेरे नैनो की प्यास आप सभी मित्रों को भारतीय गणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभ कामना हमदर्द दिल्ली से बात दिल की दिल से दिल में कुछ अपने ये फ़ांस है स्वतन्त्र हुए थे हम... Hindi · कविता 1 344 Share kumar ashok3 23 Jan 2021 · 1 min read वक़्त के पास भी वक़्त न रहा कविता बस कुछ ऐसे ही कोई अन्यथा ना ले मैं शिर्डी के रूट पर कुछ दोस्तो से मिलना चाहता था जो कहतें आप आओ पर अब किसी वजह से मुलाकात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 225 Share kumar ashok3 23 Jan 2021 · 1 min read हम पुलिस वालों का ये कैसा हम पुलिस वालों का यह कैसा है रोज़गार क्यों हमसे बेरुखी रखती रोजाना अख़बार हम पुलिस वालों का..... ? दिल की दौलत लूटाकर भी देख ली हमनें पर ठुकराते अपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 250 Share kumar ashok3 21 Jan 2021 · 1 min read क़लम कश्मीर की ज़ुबान होगी नागरिक बिल जो कि अभी आया ही नहीं पर मेरी यह कविता जब भी बात होगी तो सुनो,यहाँ ये हिंदुस्तान होगी बात दंगो की है तो ,क़लम कश्मीर की जुबान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 221 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read जाने क्यो हम कवियों का जाने क्यों हम कवियों का ऐसा काम नहीं होता बगल में छुरी रख मुंह में तो राम राम नहीं होता महफूज रखते है अपना वतन अपनी कलम से वतन बेच... Hindi · कविता 328 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read दिल मे आग लगी सोचा उससे मिलकर पूछूँगा कहा ये बाग़ लगी खंजर बोये थे पर ये ,तो सरसों की साग है लगी आँखों पर चश्मा था तो हरा हरा ही दिखता था पर... Hindi · कविता 270 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read खून सस्ता हुआ खून सस्ता महंगा हुआ अब पानी दुनिया देखि यहाँ दारु की दीवानी दो रूपये ले मार डालो किसी को नशा लेकर उड़ रही देश में जवानी अशोक सपड़ा की कलम... Hindi · मुक्तक 341 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read मांगती माटी कुर्बानी मांगती माटी कुरबांनी कौन होगा देश पर कुर्बान फ़िज़ां ऐ दिल में हरसू रहता सबके मेरा हिन्दुस्तां भारत माँ की आँखों बहते अश्को कहते मेरे वीरों सौ सौ बार मरकर... Hindi · मुक्तक 195 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read मुझे चाहिए बेटी कल्पना सी मुझे चाहिए फिर से बेटी कल्पना और बेटा कलाम जलजला बनकर तो आये फिर से राम और रहमान आदेश दे दो हम रावलपिंडी तक तिरंगा लहरा देंगे कदमो में जमाना... Hindi · मुक्तक 244 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read अपनी क़लम से मैं लोगों की जुबां अक्सर अपनी कलम से मैं लोगो की जुबाँ रखता हूँ जाकर कहदो दुश्मनों से दिल में हिन्दुस्तां रखता हूँ जिस दिन दिल चाहेगा जा तिरंगा लहौर लहरा दूंगा नाम आज... Hindi · मुक्तक 228 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read अपने ख्वाबों को खुद जाकर अपने ख्वाबो को खुद जाकर के मैं सजाऊंगा जिंदगी मिली है तो इसको जन्नत मैं बनाऊंगा तिरंगा क्या हाथ में लेना जब दिल में हिन्दुतां है नामुमकिन को मुमकिन कर... Hindi · मुक्तक 430 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read अशोक नाम है मेरा अशोक नाम है मेरा अशोक महां कहलाऊंगा अपने सपनो का अलग हिन्दुस्तां मैं बनाऊंगा दीपक बनकर तुफानो से लड़ना सीखा माँ से तिरंगा दे दो हाथ में रावलपिंडी जा फिराऊंगा... Hindi · मुक्तक 1 231 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read रोता हूँ भारत मां के लिये मेरे गीत गज़लों में मेरी इतनी तो शान देखिये रोता हूँ भारत माँ के लिये मुझे परेशान देखिये अब नहीं आती कभी सपनों में किसी के माता टुकडों में बंटा... Hindi · कविता 1 248 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read जिंदगी जीने के सिर्फ़ जिंदगी जीने के सिर्फ इतने जज़्बात वापिस सौलह वाले हो जाये लम्हात बुढ़ापे में तो दांत भी नहीं चलते यारों दुश्मन की जरूरत नहीं बुढ़ापा जो साथ काश वो बचपन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 302 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 2 min read कान खोल सुन लो मोदी जी कान खोल सुनलो मोदी जी इतनी बात खत्म कर डालो राजनीति जात ओ पात राम देव बाबा फिर से नहीं आएंगे रे यार पेट हिला देने वाले ने हिला डाली... Hindi · कविता 380 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read फोन मत काटना केजरीवाल बोल रहा हूं हाँ जी मैँ 10 रुपये की बस टिकट फ्री करके के चुनाव की टिकट 10 करोड़ की बोली बोल रहा हूँ. फोन मत काटना मैं महापुरुष केजरीवाल बोल रहा हूं...... Hindi · कविता 419 Share kumar ashok3 18 Jan 2021 · 1 min read कैसे कहे कितने कैसे कहें कितने मजबूर हुए है हम बेरोजगार नीचता की हद से भी निचे गिरा अपना किरदार आईना देखते ही शर्मिंदा करने लगा हमें मियां मौत से पहले जिस्म छोड़... Hindi · कविता 282 Share kumar ashok3 18 Jan 2021 · 1 min read कैसे कहें कितने मजबूर कैसे कहें कितने मजबूर हुए है हम बेरोजगार नीचता की हद से भी निचे गिरा अपना किरदार आईना देखते ही शर्मिंदा करने लगा हमें मियां मौत से पहले जिस्म छोड़... Hindi · कविता 279 Share kumar ashok3 18 Jan 2021 · 1 min read आज मेरी बदतमीज़ी भरी जुबां आज मेरी बदतमीजी भरी जुबान देखिये टुकड़ों में सही भारत की आन बान देखिये दुनियाँ भर को पंचशील का पाठ पढ़ाने वाले भारत में दबे दबे कुछ मध्यवर्गी इंसान देखिये... Hindi · कविता 218 Share kumar ashok3 18 Jan 2021 · 1 min read मेरी क़लम तू अंगार मेरी क़लम तू अंगार लिखेगी पत्थरबाजों को गद्दार लिखेगी भागों गद्दारो हमारे आगे आगे पेलेटगन से गोली चलेगी आगे शाबाश मेजर लो हमसे शाबाश जीप पर बांधो रोज नए बदमाश... Hindi · कविता 231 Share kumar ashok3 18 Jan 2021 · 1 min read हम कवि न जाने क्यो ये हम कवि ना जाने क्यों ये काम कर देते है आम के आम गुठलियों के दाम कर देते हैं पीते एक घूँट नहीं है हलक से अपनी पर महफ़िलों में... Hindi · कविता 257 Share kumar ashok3 18 Jan 2021 · 2 min read घोड़े का जिक्र आते ही घोड़े का जिक्र आते राणा प्रताप का चेतक याद आता है वैसे ही गधे का जिक्र आते ही कौन तुमको याद आता है एक हिंट देता तुमको गौर फरमाइए जरा... Hindi · कविता 243 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read उसका चाँद सा चेहरा उसका चाँद सा रोशन चेहरा और कोयल सा गाना उस पर यौवन का श्रृंगार देख आईना देखते जाना वो स्वप्निल नैनो की सुरमई मधुशाला से भरें जाम उसे देखने के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 248 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read अश्कों के मोती एक शेर के साथ ये मेरा नहीं है लेकिन खत लिखते रहें फाड़ते रहे पर भेजते तक नहीं कोई भी नाम देदो इस दीवानगी को तुम जरा *******×**************************** यादें तेरी... Hindi · कविता 2 458 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read मेरी तरफ से जय श्री राम निकला जब जब साँस में उसका नाम निकला मेरी तरफ से तो जय श्री राम निकला ईद बनालो गले मिलकर सब साथियों अब यह चाँद रोज सरेबाम आ निकला इतना कठिन... Hindi · कविता 1 421 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read मत बांधो सरहदे मेरी मत बाँधों सरहदें मेरी, मुझे पसंद है ऊँची उड़ान अपना तो कोई धर्म नही ,कैसा फिर कोई भगवाँ * मस्त जिंदगी हो खुशियों भरी और हसीं ख्याल गुमसुम जिंदगी को... Hindi · कविता 1 438 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read लाल हिन्दू हरा मुस्लमान लाल हिन्दू हरा मुसलमान देखिये आज मेरी महजबी जुबान देखिये मानवता को रखा अपने पांव तले इंसानियत को रोंद्ता इंसान देखिये हर पल कांटें बिछाता राहों मेँ सबके गुनाह की... Hindi · कविता 1 1 373 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read एक रविवार जिंदगी में काश कि कोई हमकों भी समझ पाए एक रविवार जिंदगी में हमें दिलवाए प्रेम प्यार से कोई हमारा सम्मान करें कुछ हमारी सुने कुछ अपनी कह पाए कोई तो बने... Hindi · कविता 1 367 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read हमको अपनी बेटियो में दिखता हिंदुस्तान हम भारत माँ के लाल कैसे सह लेंगे अपमान हमकों अपनी बेटियों में भी दिखता हिंदुस्तान यादें कहती हमकों की चितौड़ हमारा सदा से पंजाबी शौर्य गाथा गाते गुरु गोविंद... Hindi · कविता 1 254 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read ए काली रात ए काली रात तुझे जुगनू बन अपनी कीमत बता देंगे मुमकिन नहीं खतां होना हमसे ये हकीकत बता देंगे तू जिंदा है हम जैसे दिलवालों की वजह से सुनले खुद... Hindi · कविता 1 291 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read क्यो ले वो अवतार हिन्दू इस चाय पर चर्चाओं की चर्चा यही जनाब कि हम साले मक्कार पैदावार हुए है क्या हिन्दू,? क्यों ना झुकेगी फ़िर तुम्हारी ये सरकार हिन्दू? जय चन्द अम्बी को कैसे... Hindi · कविता 1 286 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read जो वंदे मातरम गा नहीं सकते जिसको मेरा हिन्द पसन्द नहीं, वो साला गद्दार है जो बंदेमातरम गा नहीं सकते ,वो सुवर मक्कार है जो देते इनका साथ उनके लिये कह दें हम कवि खाते इस... Hindi · कविता 1 240 Share kumar ashok3 16 Jan 2021 · 1 min read सड़े गले दहेज़ कानूनों की आड़ में मैं भाई अगर उसकी साज़िशों का मारा नहीं होता सच कहता हूँ हम दोनों में कोई बंटवारा नहीं होता अच्छी नहीं लगती मां की आँखों में ये नमी मुझकों जाकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 222 Share Previous Page 2 Next