Ashok Sharma Tag: कविता 128 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Ashok Sharma 1 Oct 2021 · 1 min read पायल एक एक दाने घुँघरू के, जुड़कर बन जाती है पायल। कुछ कहते हैं छम-2 इसकी, कर देती है मुझको घायल। हमें आगमन की सुधि देती, पाँव की सुन्दर प्यारी पायल।... Hindi · कविता 2 4 289 Share Ashok Sharma 1 Oct 2021 · 1 min read थकी कहाँ है जिन्दगी थकी कहाँ है जिंदगी, दुर्गम पथों के रार से, कदम कहाँ थके भी हैं, चलके नग खाई पार से। ये जिंदगी है आस की, रुकी कहाँ है जिंदगी। ले भार... Hindi · कविता 1 325 Share Ashok Sharma 29 Sep 2021 · 1 min read व्याकरण सुंदरी* घुँघरू तेरे छन्द सुनाए, हैं होठ तेरे मधुशाला। नाम अनेकों संज्ञा लेके, वर्णों की पहनी माला। ध्वनि करधन के शब्द बने, तू सौंदर्य की पर्यायवाची। लचक कमर से रस बरसे,... Hindi · कविता 3 2 327 Share Ashok Sharma 29 Sep 2021 · 1 min read प्रकृति (सजल) तेरी आगोश, पलता जीवन ये। सुख सागर, चर अचर सब, सबसे ऊँचा रब। धूप छाँव, नदी नाले सागर। सूरज चाँद, कलकल ये झरने, मन्द सागर बहने। हरे गहने, समृद्धि के... Hindi · कविता 404 Share Ashok Sharma 24 Sep 2021 · 1 min read दर्द-ए-बेवफाई क्यों कुरेदते हो हमें, क्या दर्द जगाने के लिए? या फिर वफ़ा दिखा, उल्फत में फँसाने के लिए। रिश्तों को शर्मसार कर, फिर भरमाने के लिए। दोस्त निकला विश्वासघाती, ये... Hindi · कविता 419 Share Ashok Sharma 14 Sep 2021 · 1 min read हमारी हिंदी जननी जन्म भूमिश्च , स्वर्गादपि गरीयसी। संस्कृति संस्कृत से बना, हिंदी है देश की प्रेयसी। हिंदी गौरव हमारी है, है जान भारत महान की। बाग अनेकों पुष्प हैं महके, हिंदी... Hindi · कविता 201 Share Ashok Sharma 9 Sep 2021 · 1 min read मैं जुगनू हूँ मैं एक छोटा तुच्छ अकिंचन, देखूँ मुझसे क्या हो पायेगा? मैं जुगनू हूँ मुझे चाँद, नहीं समझा जाए तो अच्छा है। हमसे सूरज का कोई भी , एहसान नहीं लिया... Hindi · कविता 1 292 Share Ashok Sharma 4 Sep 2021 · 1 min read आस बिखर रहे कलयुग की इस भाग दौड़ में, आधुनिकता की पड़ी होड़ में, जीवन का मूल्य न देखे कोई, बस आय नोटों के शिखर रहे। स्वस्थ सुंदर और सुघर काया, नहीं रही... Hindi · कविता 221 Share Ashok Sharma 30 Aug 2021 · 1 min read नव भारत में मेरे कान्हा नवभारत में मेरे कान्हा, एक बार तो आना होगा। मटकी लस्सी नहीं है तो क्या? अमूल का दही खाना होगा। नव भारत में मेरे कान्हा, एक बार तो आना होगा।... Hindi · कविता 230 Share Ashok Sharma 23 Aug 2021 · 1 min read आजादी से आबादी तक देश दासता के चंगुल में, फँसा रहा कई वर्षों तक। अनगिनत कुर्बानियाँ देकर, मिली आजादी अपने हक। सिन्दुर गया किसी युवती का, किसी माँ के गये हैं लाल। तो किसी... Hindi · कविता 2 214 Share Ashok Sharma 22 Aug 2021 · 1 min read रक्षाबंधन कबीर छन्द/सरसी छन्द(16-11) सावन में चहुँ ओर दिखे हरि, प्रेम मिलन की रीति। वैदिक संस्कारों में ऊँची , भाई बहन की प्रीति। भाई छुए बहन के चरना, चरित्र से होते... Hindi · कविता 243 Share Ashok Sharma 20 Aug 2021 · 1 min read प्यार है कोई खेल नहीं जब कोई दिल की सुन जाए, मन उसे अपना चुन जाए। मन की भाषा आंखें बोले, जुबाँ का ताला बांछें खोलें। तब होता है प्रीत कहीं, प्यार है कोई खेल... Hindi · कविता 476 Share Ashok Sharma 20 Aug 2021 · 1 min read मिलन की रात (रक्ता छंद) मापनी:-2121212 ********************** साथ आप ही रहें, प्रीत भी सही गहें। मीत ही तुझे चुना, ख्वाब भाव से बुना। छाँव प्रेम के तले, खूब झूमते चले। याद प्रीत की... Hindi · कविता 3 277 Share Ashok Sharma 15 Aug 2021 · 1 min read स्वतंत्रता/आजादी आजादी का बिगुल बजाकर, दे दी अपनी जान रे, तब जाकर के मिली है हमको, स्वतंत्रता की शान रे। मेरे प्यारे वतन के वीरों, से है देश की शान रे,... Hindi · कविता 337 Share Ashok Sharma 13 Aug 2021 · 1 min read खेल कराते मेल व्यस्तता की गहरी खाई में, भौतिकता की अंगड़ाई में, जहाँ अपना कोई न समझे, हो रहा जहाँ पर ठेलमठेल, देखो तब खेल कराते मेल। मानव को मानव से जोड़े, हाथ... Hindi · कविता 2 1 232 Share Ashok Sharma 12 Aug 2021 · 1 min read युवा दिवस युवाओं तुम महान बनो, अमिट देश की शान बनो। दूर दुश्मन सब भागें तुमसे, ऐसी तुम पहचान बनो। जब हो जाये काले बादल, तुम जुगनू बन जगमगाना। जब अम्बर अगन... Hindi · कविता 2 503 Share Ashok Sharma 11 Aug 2021 · 1 min read ज्ञानदीप तम की क्या औकात है प्यारे, अब उसको बतलाना है। ज्ञानदीप बनकर हर जीवन, अंधेर धरा से मिटाना है। माना है बरसात का मौसम, भर गए गड्ढे गंदे पानी, अब... Hindi · कविता 3 3 702 Share Ashok Sharma 10 Aug 2021 · 1 min read अब आलोचक नहीं है बनना सबको सदमार्ग पर चलना, सीखना है कर्तव्य से पलना, भला बुरा तो निरेख लिया, अब आलोचक नहीं है बनना। अपने खुद आदर्श में ढलना, सत्य धर्म का पालन करना, मानवता... Hindi · कविता 2 4 261 Share Ashok Sharma 8 Aug 2021 · 1 min read बम बनाकर, बम हो गए अपने भौतिक विचारों से, और कलुषित व्यभिचारों से, देखो ना हम क्या हो गए? बम बनाकर, बम हो गए। मानव का ही सोचा विस्तार, मानवता पर ना किया विचार, जमीन... Hindi · कविता 2 215 Share Ashok Sharma 6 Aug 2021 · 1 min read एक किताब सी हूँ मैं दबे हो सीने में मेरे, प्यार में समर्पित। शब्दों की माला बन, वाक्यों को अर्पित। अपने अस्तित्व से ही , तूने दिया हमें बुन। एक किताब सी मैं, और एक... Hindi · कविता 2 4 305 Share Ashok Sharma 1 Aug 2021 · 1 min read ■किसे कहोगे तुम सुदामा■ जग में अब ऐसा यार कहाँ, चावल दानों में प्यार कहाँ, मित्रता की लघु हुई पैजामा, अब किसे कहोगे तुम सुदामा। जो स्वार्थ सिद्धि में सकुचाये, अपना रूखा प्रभु को... Hindi · कविता 2 2 215 Share Ashok Sharma 26 Jul 2021 · 1 min read मैं बादल, तू सावन मैं तो हूँ आवरा बादल, तुम मेरी सावन की घटा। शाश्वत होगा मिलान हमारा, बिखरी जुल्फ़ों को तो हटा। उमड़ घुमड़ निहारूँ तुझको, फिर मुँह क्यूँ बिजकाती हो? रूप नमीं... Hindi · कविता 1 319 Share Ashok Sharma 25 Jul 2021 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ घर की फुलवारी हैं, परिवार की शोभा न्यारी हैं। बहुत ज्यादा वफादार हैं बेटियाँ, हर कामों में मददगार हैं बेटियाँ, पिता के सीने लग खुशियाँ बाँटें, समझ इनकी बड़ी... Hindi · कविता 2 460 Share Ashok Sharma 25 Jul 2021 · 1 min read दान/धर्म/भ्रष्टाचार दान धर्म का चारो ओर, बढ़ ही रहा बड़ बोला। इसलिए हमने भी देखो , अपना कलम आज खोला। धर्म मानव जीवन खातिर, होता ही है बरदान । एक दान... Hindi · कविता 2 230 Share Ashok Sharma 25 Jul 2021 · 1 min read यादों के झरोखे ★★★★★★★★★★ सहसा याद तुम्हारी आयी, मन को तेरी प्रीत है भायी। स्वप्न गगन का धारा मिलन का, मन में क्षितिज का रूप ले आयी। श्वेत वर्ण मृदु चरण तुम्हारे, हम... Hindi · कविता 2 232 Share Ashok Sharma 24 Jul 2021 · 1 min read माँ, सीखा दो। ऊँगली पकड़कर चलना सिखा दो, कुछ तो हमें भी संभालना सीखा दो। जमाने की राहें बहुत ही कठिन हैं, उन पथरीले रास्तों को भी दिखा दो। प्रीत की छाया हो... Hindi · कविता 2 2 299 Share Ashok Sharma 23 Jul 2021 · 1 min read सावन आया झूमकर मदिरा सवैया में रचित •••••••••••••••••••••• सावन में मन डोल रहा, अब बूँद पड़े महके अंगना। लाल कपोल हुए मुख पे, अब पायल चाह रही बजना। भींग रहा तन आज पिया,मन... Hindi · कविता 1 241 Share Ashok Sharma 21 Jul 2021 · 1 min read युद्ध:धार छन्द (चार वर्ण-सात मात्रा-2221) *********************** सीमा पार। वैरी चार। अत्याचार। हाहाकार। चारो ओर। मानो खोर। नाता तोड़। माथा फोड़। भागे लोग। बिना जोग। ऐसी होड़। खाना छोड़। ना है आस। कोई... Hindi · कविता 1 414 Share Ashok Sharma 21 Jul 2021 · 1 min read धरती: सायली छन्द धरती अपनी माता आश्रय देती सबको सूर्यधूप छाँव हरियाली। माता जैसी सहती कुकृत्य हमारे जब मिलाते हम विष। खोदना जोतना जलाना सब सहकर भी अन्न~ देती सबको। भार सहती बहुत... Hindi · कविता 1 323 Share Ashok Sharma 21 Jul 2021 · 1 min read प्रकृति से खिलवाड़ ★★★★★★★★★ बिना भेद भाव देखो, सबको गले लगाती है। धूप छाँव वर्षा नमीं, सबको ही पहुँचाती है। हम जिसकी आगोश में पलते, वह है मेरी जीवनदाती। सुखमय स्वस्थ जीवन देने... Hindi · कविता 1 290 Share Ashok Sharma 20 Jul 2021 · 1 min read गरिमा जिनको अपनी गरिमा प्यारी, वही तो बस महान हैं। तुच्छ कर्मों को कहाँ, जग में मिला सम्मान है। सच्चे कर्म से गरिमा बढ़ती, जगत में मिलता मान। गाँव समाज देश... Hindi · कविता 191 Share Ashok Sharma 20 Jul 2021 · 1 min read मेघा जल बरसा दे सार छन्द (16-12) में रचित ********************** तपी धरा है,आज बहुत ही, मन इसका बहला दे। लगन लगी ह,खूब भींगन की, मेघा जल बरसा दे।। बागन में झूले पड़ जाये, मन... Hindi · कविता 1 2 290 Share Ashok Sharma 18 Jul 2021 · 1 min read आया है बरसात आया है बरसात का मौसम, धोने सब पर जमीं जो धूल। चाहे ऊंचे बाग वृक्ष हों , या हों छोटे नन्हें फूल। चमक रही अट्टालिकाएं, परत चढ़ी है मैल की... Hindi · कविता 3 6 207 Share Ashok Sharma 17 Jul 2021 · 1 min read कर्मफल ★★★★★★★★★★ मानव जीवन मिला भाग्य से, मानव हित में कुछ कर ले । सूरज ना बन सके तो क्या, जुग्नू का ही रूप धर ले। कर्मों का बड़ा ही नाता... Hindi · कविता 1 290 Share Ashok Sharma 17 Jul 2021 · 1 min read रथ यात्रा रथ यात्रा की महिमा महान, सब भक्त करते गुणगान। अबसे आगे बलराम बैठकर, कहते खूब बनो महान। बहन सुभद्रा की छटा निराली, फूल मालाएं चढ़ाते माली। मर्यादा की चादर ओढ़,... Hindi · कविता 176 Share Ashok Sharma 17 Jul 2021 · 1 min read अधूरी कहानी °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° दिल की लगी आंखों में आये, अधरों से कुछ ना बोल सके। मुस्काकर इठलाकर आना, प्रीत हिया ना तोल सके। सुबह शाम नैनन दर्पण में, नूर मोहब्बत चमक रहा,... Hindi · कविता 353 Share Ashok Sharma 14 Jul 2021 · 1 min read अ'शोक :धनुषीपिरामिड मैं रहा अशोक पंचवटी का एक सीधा वृक्ष वायु वेग से झूमता खुशियों संग संग घूमता हरदम मैं सीधा खड़ा हुआ भवनों की शोभा में अड़ा हुआ हरी भरी पत्तियां... Hindi · कविता 1 384 Share Ashok Sharma 13 Jul 2021 · 1 min read खुशी के गीत क्यूँ ना गीत खुशी के गायें ●●●●●●●●●●●●●● जब स्वच्छंद अम्बर तले, लहर रही हो हरियाली, जब उपवन के पुष्प देख, हर्षित हो रहा हो वन माली, तब क्यूँ न गीत... Hindi · कविता 1 310 Share Ashok Sharma 12 Jul 2021 · 1 min read अनेक भाषा हर भाषा की अपनी शान, अभिव्यक्ति की पहचान दे। मन भावों को इक दूजे के, अन्तर्मन हृदय में डाल दे । अनेकानेक भाषाएं तो क्या, सार तो सबका एक है... Hindi · कविता 1 478 Share Ashok Sharma 11 Jul 2021 · 1 min read लतपथ °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° सत्संगत का मूल्य अमूल्य है, देखें अब कौन चुकाता है ? देखें कौन लतपथ को तज, सत्पथ को अपनाता है । सकल बुरी संगत को तजकर, मर्यादा जिसको प्यारी... Hindi · कविता 2 493 Share Ashok Sharma 9 Jul 2021 · 1 min read कान्हा मेरे घर आओ ना बाल रूप मथुरा हरसायो, नन्द के घर खुशियाँ लायो, फिर खुशियाँ फैलाओ ना। हर आलय विष व्याप्त हुआ, कान्हा मेरे घर आओ ना। रास रचा नेह पाठ पढ़ाया, इन्द्र जी... Hindi · कविता 1 325 Share Ashok Sharma 8 Jul 2021 · 1 min read ले कलम…. ले कलम…. ले कलम तलवार चल युद्ध कर। हो रहे जो पाप उनको शुद्ध कर।। तोड़ दो उनकी कमर जो पापरत। कृत्य गंदे को सतत अवरुद्ध कर। कर कलम से... Hindi · कविता 479 Share Ashok Sharma 7 Jul 2021 · 1 min read कथात्मक कविता ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ रही दो बिल्लियाँ भूखी,पाई एक सूखी रोटी। पेट भूख कुछ ऐसी, हुई छीना छपौटी। धैर्य न किसी को भाया, बन्दर एक दिखाया। झगड़ा क्यों करना, ऐसा पाठ पढ़ाया। हम... Hindi · कविता 1 2 1k Share Ashok Sharma 6 Jul 2021 · 1 min read प्यार के लम्हें प्यार के लम्हें ◆◆◆◆◆◆ वर्षो पहले संग संग आना, याद आता है गुजरा जमाना। मिलकर अथाह प्यार देना, वसंत सा सँवार देना । प्रथम मिलन उमंग में, निहाल प्राण वार... Hindi · कविता 2 196 Share Ashok Sharma 6 Jul 2021 · 1 min read बढ़ती जनसंख्या ,घटते संसाधन """"""""""""""""""""""""""""""'"""""""""""""" अशिक्षा ने हमें खूब फसाया, धर्म के नाम पर खूब भरमाया । अंधविश्वास के चक्कर में पड़, जनसंख्या बढ़ा हमने क्या पाया? बढ़ती जनसंख्या धरा पर , बढ़ रहा... Hindi · कविता 1 411 Share Ashok Sharma 4 Jul 2021 · 1 min read समझौता """""""""""""""""""""""""""""""""" चंद दिनों का जीवन अपना, क्यों भरें मन में कलुषता? मानव मानव से बैर न हो, उत्तम हो अपनी मानवता। आओ कर लें समझौता।। आखिर सीमाओं पर क्या है,... Hindi · कविता 250 Share Ashok Sharma 3 Jul 2021 · 1 min read देखीं न कइसन ई जमाना बा देखीं न कइसन ई जमाना बा, बुनत ई कइसन ताना बाना बा। अखियन में प्यार लउकेला बाकिर, दिलवा में नफरत के अफसाना बा। भीड़ भाड़ चौराहे पर देखीं, पियवाईया से... Bhojpuri · कविता 3 4 563 Share Ashok Sharma 3 Jul 2021 · 1 min read जीवन में धैर्य ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: मानव जीवन मिला भाग्य से , अब क्रोध अगन हटाना है। काँटो पर चल मिलती मंजिल, बस धैर्य को अपनाना है। एक एक पग चल करके, मिलों का सफर... Hindi · कविता 3 4 240 Share Ashok Sharma 2 Jul 2021 · 1 min read कविता कवि का प्यार जो मन के भावों को, कोरे कागज पर उतार दे, बसन्त को प्रकृति का, उपहार बना श्रृंगार दे, कविता उस कवि को प्यार दे। जो हवाओं नदियों झरनों, के धुन... Hindi · कविता 1 542 Share Ashok Sharma 1 Jul 2021 · 1 min read ये भी विकलांगता ये भी विकलांगता है °°°°°°°°°°°°°°°°°°°° नर मूर्तियाँ बना प्रभु ने , किया काम उत्तमता है। रह गयी कुछ कमियाँ, जग कहे अपंगता है। ये भी...................। पाँव एक ही होकर भी... Hindi · कविता 1 479 Share Previous Page 2 Next