Neelam Sharma Tag: ग़ज़ल/गीतिका 69 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Neelam Sharma 20 Jan 2022 · 1 min read राग छंद आधार छन्द- राग (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गालगाल गालगाल गालगाल गा (13 वर्ण) पिंगल सूत्र- र ज र ज ग 2121 212 1 2121 2 रूपसी रसी विशेष रीत राग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 888 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read दोधक छंद आधार छन्द- दोधक/बन्धु (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गालल गालल गालल गागा (11 वर्ण) पिंगल सूत्र- भ भ भ ग ग ध्रुव शब्द- जीवन (छन्द में कहीं भी आ सकता है)... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 995 Share Neelam Sharma 3 Aug 2017 · 1 min read मत जाना सादर प्रेषित स्वरचित मिले हमदम हम मुश्किल से, कि मुख तुम मोड़ मत जाना। जिंदगी में तन्हा हमको सनम तुम छोड़ मत जाना। ख़ता और मेरी गलती माफ कर देना।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 672 Share Neelam Sharma 10 Aug 2017 · 1 min read छोड़ जाऊंगा। ये न सोचा था कि राहे ज़िन्दगी में,ऐसे भी मोड़ पाऊंगा, फकत यादों का ही एक मूक सफर छोड़ जाऊंगा। हूं जब ज़मीं का बंदा, एक दिन मिट्टी में भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 557 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read आधार छन्द- "वंशस्थविलं" (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- लगाल गागाल लगाल गालगा (12 वर्ण) पिंगल सूत्र- ज त ज र ध्रुव शब्द- "मौन" (छन्द में कहीं भी आ सकता है) 12 1 2 21 121 212... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 524 Share Neelam Sharma 24 May 2017 · 1 min read किस लिए। काफ़िया- जला(आ) रदीफ-लिए। माना अल्लाह की है तू बेनज़ीर अदा इन्सान, फिर अपने ऊपर खामखां रहा इतरा किस लिए। है रहा निगल आफताब रोज़ ताऱीक ज़ीस्त की, दे रहा आदम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 494 Share Neelam Sharma 10 Jan 2019 · 1 min read नज़्म मैं नज़्म लिखूं या कि फिर कोई ग़ज़ल ज़ख्म बन यादें तेरी,क्यूं खींची आतीं हैं। फासले यूं ही नहीं आए दरमियां हरपल, तेरे लफ़्ज़ों की चुभन,तीर से चुभाती है। है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 519 Share Neelam Sharma 17 Mar 2019 · 1 min read क्या करना तुमको अधिकार दे,किया खुद को बंधक हमने दम घुटता है मेरा पर तुमको भला क्या करना। तेरी फितरत ही सनम बार-बार द़गा देना है नहीं सुधरोगे, तुम्हें देकर सज़ा क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 445 Share Neelam Sharma 4 Feb 2019 · 1 min read दुश्वारियां उफ़ ये इश्क़ की दुश्वारियाँ ..... दिल लगा के तो देख कभी नीलम ग़र समझनी, इश्क़ की दुश्वारियाँ। इक जुनूँ और महज़ दिवानापन नहीं, बेखुदी खुद रचती है अजब अय्यारियां।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 446 Share Neelam Sharma 21 Jan 2021 · 1 min read नज़्म ऐसा नहीं कि रुकना गवारा कभी न था हमको मगर किसी ने पुकारा कभी न था । हम खामखां ही इश्क में जिसके डूबे रहे उसने जिगर में हमको, उतारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 455 Share Neelam Sharma 30 May 2017 · 1 min read नहीं मिले। रद़ीफ़- नहीं मिले। क्यों इक हसीं ख्वाब सी है, किताब जिंदगी जब चाहा इसे पढलें तो साबूत पन्ने ही नहीं मिले। ढूंढा किए बहुत ज़ीस्त-ए-किताब में, मग़र दिल को दें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 393 Share Neelam Sharma 31 May 2018 · 1 min read रक्खा हुआ है रदीफ़- रक्खा हुआ है बागबाँ सूख गया राह तकते दिलबर बेशक, बंद किताबों में फूल तेरा दिया रक्खा हुआ है । तेरी ख़ातिर कि तू आएगा,भले देर सही अँधेरी राहों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 420 Share Neelam Sharma 8 Apr 2018 · 1 min read दर्द देख कर के टीस दिल की, दर्द ने मुझसे कहा, एक ग़म की टीस है या ज़ख्म-ए-दिल,अनेक हैं? दर्द ने रोकर कहा, सुन आज मैं शरमा गया तेरे जिगर की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 386 Share Neelam Sharma 1 Aug 2017 · 1 min read उम्र भर उम्र भर तेरी धड़कन सुन मैं बोल उठी, तेरी सांसों पर मैं डोल उठी। बस प्रीत स्वर में स्वर भर कर, सुन तुझको गीत बना गाया, प्रिय हमने तो उम्र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 418 Share Neelam Sharma 14 May 2019 · 1 min read आफताबी नज़र मिसरा-आप की नजदिकियां क्यूँ दुश्मनों से आजकल। आफताबी जलती नज़र,करे रोज़ ही ख़ाक़ मुझे, आप की नजदिकियां क्यूँ हैं,दुश्मनों से आजकल। धोखा देने की सुनो, फितरत तो न थी आपकी,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 347 Share Neelam Sharma 6 Jun 2017 · 1 min read देखते हैं। रद़ीफ- देखते हैं। चुरा के वो हमको, नज़र देखते हैं। वो घड़ी दो घड़ी में गज़र देखते हैं। क्या रही मोहब्बत में मेरी,कसर देखते हैं। चलो आज मोहब्बत का,असर देखते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 398 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read हरिगीतिका आधार छंद- "हरिगीतिका" (मापनीयुक्त मात्रिक) मापनी- गागालगा गागालगा गागालगा गागालगा (28 मात्रा) समान्त- "आर", पदान्त- "हो"। अंकावली- 2212, 2212, 2212, 2212. सुर ताल लय माँ शारदे,शुचि काव्य नद की धार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 360 Share Neelam Sharma 6 Jun 2017 · 1 min read लगी हैं। उन्वान- जब से खामोशियां मुस्कुराने लगी हैं। जिंदगी भी मधुर गीत गाने लगी हैं। जब से खामोशियां मुस्कुराने लगी हैं। हुई शांत तृष्णा जो धधकती थी दिल में बिलखती ज़िन्दगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 310 Share Neelam Sharma 14 May 2019 · 1 min read न होंगे न होंगे। सजा कितनी भी महफिल और शामें मगर महफिल की रौनक हम न होंगे। बारबां याद आएगी, तुझको हमारी ढूंढोगे लाख लेकिन, हम न होंगे। मिलेंगे खूब ही तुम्हें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 344 Share Neelam Sharma 24 Aug 2017 · 1 min read गज़ल बहुत दिनों बाद, आप सभी को सादर प्रणाम एवं सादर प्रेषित एक प्रयास क़ाफिया- आस। रद़ीफ - किसको है। काफ़िये के उदाहरण - विश्वास,पास,मधुमास,कयास, गिलास, लिबास, उदास, उजास, कपास, हुलास,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 321 Share Neelam Sharma 19 Aug 2017 · 1 min read इनायत इनायत,अनुग्रह,सच्ची कृपा, उपकार,दया,मेहरबानी हैं बहुत मुझपे,मेरे,तेरे कान्हा, नहीं तुमसा कोई सानी। हुई जिसपे भी मेरे मोहन इनायत तेरी तेरे भक्त,सखा, रिश्ते सब आबाद रहे। बाग़बाँ सी खिली है ,जिंदगी ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 401 Share Neelam Sharma 6 Jun 2017 · 1 min read लगा है। फिलबदीह -१३५ मिसरा- मरेंगे बिन तेरे लगने लगा है। काफिया- अने। रदीफ- लगा है। दिल मेरा तो है, आज़ाद पंछी, होकर उन्मुक्त, ये उड़ने लगा है। जब से तुमसे मोहब्बत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 304 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read हरिणी छंद आधार छन्द- "हरिणी" (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- लगाल लगाल लगाल लगा (11 वर्ण) अथवा- लगा ललगा ललगा ललगा ध्रुव शब्द- "मन" (छन्द में कहीं भी आ सकता है) भजे मन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 463 Share Neelam Sharma 14 Jul 2017 · 1 min read गज़ल हम ख्वाबों की कश्ती बिन जल ही डुबोते अगर तुम न होते,अगर तुम न होते..... । न होता ये सावन का पावन महीना, हां,हो जाता जीते जी मुश्किल जीना। नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 337 Share Neelam Sharma 2 Feb 2019 · 1 min read मुझे मुद्दतों बाद फिर याद आया सनम भूलने में जिसको लगे ज़माने मुझे। बस इक हिचकी आई, हुईं आंखें नम वो गुज़रे हुए पल याद लगे आने मुझे। जो खोला झरोखा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 309 Share Neelam Sharma 6 Mar 2019 · 1 min read जाता कहां है दिल ले के मुफ़्त कहते हैं कुछ काम का नहीं जफादारों का जनाजा-ए-वफा, जाता कहां है। तेरा गुरूर समाया है इस क़दर दिल में मौला सूरूर चढ़कर तेरा सवाली पर,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 297 Share Neelam Sharma 8 Aug 2017 · 1 min read गज़ल तेरी रुसवाई का अंधेरा लिए, दिल मेरा दिया सा रात भर जलता रहा है। देख कर नापाक हरकत सरहदों पर दिल दरिया आग बन चढ़ता रहा है। नाज़-ए-वतन हैं,मेरी हिंद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 313 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read अनूकूला/मौक्तकमाला आधार छन्द- अनुकूला/मौक्तिकमाला (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गालल गागा, लललल गागा (कुल 11 वर्ण) अथवा- गालल गागा,ल ललल गागा पिंगल सूत्र- भ त न ग ग (5-6) ध्रुव शब्द- मन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 284 Share Neelam Sharma 23 May 2017 · 1 min read जिंदगी बहृ-२१२ २१२ २१२ तुम गये जिंदगी थम गयी, ढूंढते ही रहे जिंदगी। जिंदगी हादसा बन गयी, पर हमको ना मिली वोे कभी। मिलकर तुमसे यूं लगा, देख आईना हंसी/बसी जिंदगी।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 310 Share Neelam Sharma 21 Jan 2019 · 1 min read नज़्म ऐसा नहीं कि रुकना गवारा कभी न था हमको मगर किसी ने पुकारा कभी न था । हम खामखां ही इश्क में जिसके डूबे रहे उसने जिगर में हमको, उतारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 287 Share Neelam Sharma 10 Jun 2017 · 1 min read गज़ल चराग मैं बनके चराग-ए-चमन जलती ही रही महबूब बड़ी शिद्धतों से अहले वफा तुमने निभाई खूब...... l ए काश कि हमभी सनम होते तेरी तरह फिर देखते हमभी कि ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share Neelam Sharma 23 May 2017 · 1 min read उसके लिए। रद़ीफ-उसके लिए। हैं सारे के सारे रहमों करम सिर्फ उसके लिए, इश्क पहुंचा मेरा, सीमा-चरम सिर्फ उसके लिए। है आमो-खास जिंदगी का फलसफा,उसके लिए, हम तो घूमते रहे हो बदहवास,सिर्फ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 292 Share Neelam Sharma 27 Jul 2017 · 1 min read रदीफ़-रह गया रदीफ़- रह गया। जाने कहां गए वो लम्हे इक जर्जर किला था ढह गया। मैं बिन जल मछली सी तड़पूं हर पल अकेला रह गया। ग़म-ए- जुदाई है या पहाड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 282 Share Neelam Sharma 28 May 2017 · 1 min read गज़ल मिसरा- मेरी चाहत के सांचे में पिघल जा। काफ़िया-पिघल (ल) रद़ीफ़- जा। परवाना खुद ही आता है ख़ाक होने को शम्मा नहीं कहती,तू आकर जल जा। नहीं मिलना मिलाना अब,ख़फा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 279 Share Neelam Sharma 13 Jun 2017 · 1 min read मज़ा आ गया। गिरह- हंसके जीने का सीखा नया इक सबक, ग़म जहां से छिपाया, मज़ा आ गया। (१) कब से प्यासी थी, राधा के उर की धरा, प्रीति बदरी जो छाई, मज़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 273 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read वाद्विभक्ति आधार छंद- वाद्विभक्ती (मापनीयुक्त मात्रिक) मापनी- गागाल लगागागा गागाल लगागागा २२१ १२२२ २२१ १२२२ समान्त- आये, अपदान्त ---: गीतिका :--- २२१ १२२२ २२१ १२२२ कान्हा मुरली प्यारी,राधा मन-मन भाये। मनमीत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 279 Share Neelam Sharma 11 Aug 2017 · 1 min read एहसास ये जो एहसास है अद्भुत अद्वितीय और ख़ास है। जश्न है,महफिल है,नगमा है,सरगम है उल्लास है। आशना है, प्रेम का तराना है,मोहक मधुर फसाना है। जीस्त का नज़राना है, एहसास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 305 Share Neelam Sharma 26 May 2017 · 1 min read गज़ल मिसरा-आप मेरी जिंदगी बन जाइए। सुनकर मेरी बात मंद मंद न मुस्कुराइए। दिल को आएगा सुकून पास आइए। बस आप ही हमारे दिल में हैं सनम। है कौन दिल में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 269 Share Neelam Sharma 13 Jun 2017 · 1 min read अब भी है। रदीफ- अब भी है। कलम मेरी,उनके अशआर अब भी हैं। दूर हैं, मगर सरोकार अब भी हैं। उनकी चाहत का खुमार अब भी है। वो मेरी ग़ज़लों में शुमार अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 271 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read की तरह ✴️अरकान- फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन ✴️वज़्न- 212 212 212 212 चाहती हूँ जिसे ज़िंदगी की तरह। आश्ना वो मिला अजनबी की तरह। इक हसीं ख्वाब थे आँख में वो कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 265 Share Neelam Sharma 25 Jan 2019 · 1 min read नज़्म मुहब्बत में माही से होकर जुदा ये रुह-ए-रवां फिर किधर जाएगी। समय चलता है, चलता रहेगा सदा दुखों की घड़ी भी बदल जाएगी। ख़ुद मुझे भी नहीं मालूम है मंज़िल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 261 Share Neelam Sharma 21 Jan 2019 · 1 min read नहीं मिलता हमसफ़र मिलने की तरह मुझ से वो, पल गज़र नहीं मिलता साथी तो बहुत नीलम,मगर हमसफ़र नहीं मिलता। हैं मील के पत्थर भी बहुत,ज़रा देखकर चलना सराय हैं हर इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 262 Share Neelam Sharma 26 Jul 2017 · 1 min read गज़ल करने रजनी को धवल शीतल, रात भर तारे नभ में हैं चमकते । विरह में बेचैन सारे आशिक बस करवटें हैं बदलते । टकटकी लगाए टुकुर-टुकुर प्रिय को हैं निहारते।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 274 Share Neelam Sharma 24 May 2017 · 1 min read गज़ल फ़िलबदीह-१२१ २३/५/१७ मिसरा-न जाने वजह क्या हुई खुद खुशी की। काफ़िया-ई रदीफ-की। गिरह- हां कोस रहा था कल वो अपनी खलिश को ही, न जाने पर वज़ह क्या हुई, खुद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 257 Share Neelam Sharma 26 May 2017 · 1 min read गज़ल २५/५/१८ मिसरा- हमसे ऊंची उड़ान किसकी है। क़ाफ़िया- किसकी ( ई) गिरह- आ करें खुले मैदान में एक मुकाबला, हम भी देखें ,हमसे ऊंची उड़ान किसकी है। १) ये इज़हार-ए-मुहब्बत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 265 Share Neelam Sharma 4 Jan 2019 · 1 min read ग़ज़ल है महज़ इक ख़्वाब सा तू,महबूब माहताब मेरे तुझको देखा किया करूं,या कि फिर भूल जाऊं। दिल के कागज़ पे लिखे,सुर्ख लहू से मजबूं मेरे पाकर तुझको ही, जिगर का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 242 Share Neelam Sharma 25 Jul 2017 · 1 min read गज़ल है पुर्वा झूमती मदमाती ज्यूं बर्खा के संग, हां दो दिलों को आपस में यूं टकराने दो। उमड़ घुमड़ के ज्यूं हैं छाई नीलगगन पे घटा, हमें भी ज़ुल्फ तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 272 Share Neelam Sharma 28 May 2017 · 1 min read गज़ल मिसरा- जब बिछड़ना है तो झगड़ा क्यूं करें हम। काफ़िया-आ रद़ीफ़-क्यूं करें हम। सीधा सादा है महबूब मेरा, उससे शिकवा भला क्यूं करें हम। जब वो रहता है मेरे जिगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 245 Share Neelam Sharma 24 Aug 2017 · 1 min read गज़ल इतना प्यार भरा हृदय में,तू ही बता मैं तोलूं कैसे खामोश दर्पण बोल रहा है,मेरे उर की बोली जैसे। प्रेम-यज्ञ सम प्रीत हमारी, पुष्प अर्ग का अर्पण हूं मैं खुद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 253 Share Neelam Sharma 19 Jun 2018 · 1 min read नज़्म सादर प्रेषित? मिसरा- रोज़ पढ़ता हूँ, भूल जाता हूँ...... मैं तो सिर्फ सिफर के मानिंद,है सनद भी ख़ाली रोज़ पढ़ता हूँ कायदा और भूल जाता हूँ......। हाँ बस तुझी को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 247 Share Page 1 Next