Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jan 2022 · 1 min read

हरिणी छंद

आधार छन्द- “हरिणी” (मापनीयुक्त वर्णिक)
वर्णिक मापनी- लगाल लगाल लगाल लगा (11 वर्ण)
अथवा- लगा ललगा ललगा ललगा
ध्रुव शब्द- “मन” (छन्द में कहीं भी आ सकता है)

भजे मन मोहन साँवरिया।
झरे रस सावन भादरिया।।
सुलोचन रुक्मणि नैन मिले।
वियोगन ताप वियोग झले।।

सहूँ उर टीस सखी तब से।
मिले दृग केशव से जब से।।
हुई नटनागर जोगन मैं।
बनी मुरली मनमौजन मैं।।

जलूँ बन दीप लडूँ तम से।
झरे नयना बदरा झम से।।
नहीं चित को अब चैन पिया।
भयी अब नागिन रैन पिया।।

लगे अब बैरन ये सखियाँ।
बनीं सब बाबुल की अँखियाँ।।
मिलूँ विधि कौन कहो मितवा।
बात मन मौन करो मितवा।।
नीलम शर्मा ✍️

3 Likes · 2 Comments · 462 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है
तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मां कात्यायनी
मां कात्यायनी
Mukesh Kumar Sonkar
रामायण में भाभी
रामायण में भाभी "माँ" के समान और महाभारत में भाभी "पत्नी" के
शेखर सिंह
खिचे है लीक जल पर भी,कभी तुम खींचकर देखो ।
खिचे है लीक जल पर भी,कभी तुम खींचकर देखो ।
Ashok deep
छोड़ गया था ना तू, तो अब क्यू आया है
छोड़ गया था ना तू, तो अब क्यू आया है
Kumar lalit
तेरे बग़ैर ये ज़िंदगी अब
तेरे बग़ैर ये ज़िंदगी अब
Mr.Aksharjeet
" सर्कस सदाबहार "
Dr Meenu Poonia
3371⚘ *पूर्णिका* ⚘
3371⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
3 *शख्सियत*
3 *शख्सियत*
Dr Shweta sood
जीवन के आधार पिता
जीवन के आधार पिता
Kavita Chouhan
*आई सदियों बाद है, राम-नाम की लूट (कुंडलिया)*
*आई सदियों बाद है, राम-नाम की लूट (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दोस्ती
दोस्ती
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
क्वालिटी टाइम
क्वालिटी टाइम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
दिल को समझाने का ही तो सारा मसला है
दिल को समझाने का ही तो सारा मसला है
shabina. Naaz
जीव कहे अविनाशी
जीव कहे अविनाशी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जब किसी बुजुर्ग इंसान को करीब से देख महसूस करो तो पता चलता ह
जब किसी बुजुर्ग इंसान को करीब से देख महसूस करो तो पता चलता ह
Shashi kala vyas
"साहिल"
Dr. Kishan tandon kranti
🙅खरी-खरी🙅
🙅खरी-खरी🙅
*प्रणय प्रभात*
आज़ादी के दीवानों ने
आज़ादी के दीवानों ने
करन ''केसरा''
आज दिवाकर शान से,
आज दिवाकर शान से,
sushil sarna
सत्य की खोज अधूरी है
सत्य की खोज अधूरी है
VINOD CHAUHAN
जानता हूं
जानता हूं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
वो देखो ख़त्म हुई चिड़ियों की जमायत देखो हंस जा जाके कौओं से
वो देखो ख़त्म हुई चिड़ियों की जमायत देखो हंस जा जाके कौओं से
Neelam Sharma
मुझे पतझड़ों की कहानियाँ,
मुझे पतझड़ों की कहानियाँ,
Dr Tabassum Jahan
सुबह-सुबह की बात है
सुबह-सुबह की बात है
Neeraj Agarwal
फ्लाइंग किस और धूम्रपान
फ्लाइंग किस और धूम्रपान
Dr. Harvinder Singh Bakshi
हर परिवार है तंग
हर परिवार है तंग
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
वृक्ष पुकार
वृक्ष पुकार
संजय कुमार संजू
सृजन और पीड़ा
सृजन और पीड़ा
Shweta Soni
Loading...