Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jul 2017 · 1 min read

रदीफ़-रह गया

रदीफ़- रह गया।

जाने कहां गए वो लम्हे इक जर्जर किला था ढह गया।
मैं बिन जल मछली सी तड़पूं हर पल अकेला रह गया।

ग़म-ए- जुदाई है या पहाड़ है,झरना अश्कों का बह गया।
दिल फिर अकेला रह गया,हाय! क्यों अकेला रह गया।

देकर साइयाँ, परछाइयाँ जलते मरु सी खाइयाँ
जलती विरह अँगनाइयों का,मातम ही बस रह गया।

बस देह पिंजरे में अकेला मेरे उर का पंछी दह गया।
कबसे सनम तेरे इंतज़ार में दिल जिगर अकेला रह गया।

तेरे चाहतों के बाग़ में, दिल जाने क्या क्या सह गया।
नाजुक से मनवा में,बस बोल आह-कराह का रह गया।

कर्मठ कभी था जो नीलम,वो थका-हारा रह गया।
क्या क्या कहूँ तुमसे सनम बाकी बहुत कुछ रह गया।

दिल बेताब था सुनने को आते-आते मेरा नाम
उसके कांपतेे लरजते होंठों पे आकर रह गया।

अब आए,वो तब आए मन राह देखता रह गया।
झूठा दिलासा देते रहे वो,मन सच बोलता रह गया

आँधियां तो बहुत आईं थीं जीवन में मेरे नीलम
थे कृष्ण मेरे साथ तो आशा दीप जलता रह गया।

नीलम शर्मा

277 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#आज_का_आह्वान
#आज_का_आह्वान
*Author प्रणय प्रभात*
औरत की हँसी
औरत की हँसी
Dr MusafiR BaithA
मातृत्व
मातृत्व
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अकेला खुदको पाता हूँ.
अकेला खुदको पाता हूँ.
Naushaba Suriya
बेटा तेरे बिना माँ
बेटा तेरे बिना माँ
Basant Bhagawan Roy
मैं गलत नहीं हूँ
मैं गलत नहीं हूँ
Dr. Man Mohan Krishna
*ये उन दिनो की बात है*
*ये उन दिनो की बात है*
Shashi kala vyas
गं गणपत्ये! माँ कमले!
गं गणपत्ये! माँ कमले!
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
बुद्ध के संग अब जाऊँगा ।
बुद्ध के संग अब जाऊँगा ।
Buddha Prakash
विनती
विनती
Kanchan Khanna
"कयामत का नशा"
Dr. Kishan tandon kranti
मिली पात्रता से अधिक, पचे नहीं सौगात।
मिली पात्रता से अधिक, पचे नहीं सौगात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
चुपके से चले गये तुम
चुपके से चले गये तुम
Surinder blackpen
धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास ।
धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास ।
sushil sarna
इस टूटे हुए दिल को जोड़ने की   कोशिश मत करना
इस टूटे हुए दिल को जोड़ने की कोशिश मत करना
Anand.sharma
खाली मन...... एक सच
खाली मन...... एक सच
Neeraj Agarwal
वीर तुम बढ़े चलो...
वीर तुम बढ़े चलो...
आर एस आघात
کوئی تنقید کر نہیں پاتے ۔
کوئی تنقید کر نہیں پاتے ۔
Dr fauzia Naseem shad
(वक्त)
(वक्त)
Sangeeta Beniwal
*गाता गाथा राम की, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
*गाता गाथा राम की, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*सूनी माँग* पार्ट-1
*सूनी माँग* पार्ट-1
Radhakishan R. Mundhra
जिंदगी एक चादर है
जिंदगी एक चादर है
Ram Krishan Rastogi
खानदानी चाहत में राहत🌷
खानदानी चाहत में राहत🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सोच~
सोच~
दिनेश एल० "जैहिंद"
द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत)
द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
फौजी की पत्नी
फौजी की पत्नी
लक्ष्मी सिंह
10) “वसीयत”
10) “वसीयत”
Sapna Arora
पत्नी
पत्नी
Acharya Rama Nand Mandal
खुशियों की सौगात
खुशियों की सौगात
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दिखावा
दिखावा
Swami Ganganiya
Loading...