Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Nov 2023 · 1 min read

जिंदगी एक चादर है

इस जिंदगी रूपी चादर में,
बस सांसों के ताने बाने है।
दुःख की थोड़ी सलवटे है,
सुख के कुछ फूल सुहाने है।।

यह ज़िंदगी एक पहेली है,
सुख दुःख की ये सहेली है।
जब छोड़ कर जब जाती है,
रह जाती तब ये अकेली है।।

क्यो सोचे आगे क्या होगा,
अब कल के कौन ठिकाने है।
ऊपर बैठा है जो बाजीगर,
जाने मन में वह क्या ठाने है।।

चाहे जितना भी जतन करो,
झोली भर लो सारे दानों से
झोली में उतने ही आयेगे,
जो तेरे नाम के दाने हैं।।

ये जीवन तो एक चोला है,
इसको तो बदलते रहना है।
ये तो आता जाता रहेगा,
इसको तो बस आना जाना है।।

कर ले दान अपने हाथो से
साथ तेरे कुछ नही जायेगा।
भज ले प्रभु का नाम अभी,
फिर समय नही मिल पाएगा।।

ये माया तो आनी जानी है,
ये शरीर भी आना जाना है।
माया के चक्कर में मत पड़ तू,
इसका कोई नही ठिकाना है।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 197 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
***दिल बहलाने  लाया हूँ***
***दिल बहलाने लाया हूँ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सहेजे रखें संकल्प का प्रकाश
सहेजे रखें संकल्प का प्रकाश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कुदरत मुझको रंग दे
कुदरत मुझको रंग दे
Gurdeep Saggu
दुःख  से
दुःख से
Shweta Soni
खिड़कियां हवा और प्रकाश को खींचने की एक सुगम यंत्र है।
खिड़कियां हवा और प्रकाश को खींचने की एक सुगम यंत्र है।
Rj Anand Prajapati
"आंखरी ख़त"
Lohit Tamta
3062.*पूर्णिका*
3062.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
" रिवायत "
Dr. Kishan tandon kranti
प्रथम नमन मात पिता ने, गौरी सुत गजानन काव्य में बैगा पधारजो
प्रथम नमन मात पिता ने, गौरी सुत गजानन काव्य में बैगा पधारजो
Anil chobisa
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
"खाली हाथ"
Er. Sanjay Shrivastava
तु शिव,तु हे त्रिकालदर्शी
तु शिव,तु हे त्रिकालदर्शी
Swami Ganganiya
बीती यादें भी बहारों जैसी लगी,
बीती यादें भी बहारों जैसी लगी,
manjula chauhan
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
Neeraj Agarwal
#हिंदी_ग़ज़ल
#हिंदी_ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
रंगे अमन
रंगे अमन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
श्रमिक  दिवस
श्रमिक दिवस
Satish Srijan
साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि का रचना संसार।
साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि का रचना संसार।
Dr. Narendra Valmiki
रेलयात्रा- एक यादगार सफ़र
रेलयात्रा- एक यादगार सफ़र
Mukesh Kumar Sonkar
💐अज्ञात के प्रति-145💐
💐अज्ञात के प्रति-145💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
झूठ रहा है जीत
झूठ रहा है जीत
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
अलसाई आँखे
अलसाई आँखे
A🇨🇭maanush
माँ
माँ
The_dk_poetry
क़ीमती लिबास(Dress) पहन कर शख़्सियत(Personality) अच्छी बनाने स
क़ीमती लिबास(Dress) पहन कर शख़्सियत(Personality) अच्छी बनाने स
Trishika S Dhara
हमारी जिंदगी भरना, सदा माँ शुभ विचारों से (गीत)
हमारी जिंदगी भरना, सदा माँ शुभ विचारों से (गीत)
Ravi Prakash
*Nabi* के नवासे की सहादत पर
*Nabi* के नवासे की सहादत पर
Shakil Alam
मुहब्बत कुछ इस कदर, हमसे बातें करती है…
मुहब्बत कुछ इस कदर, हमसे बातें करती है…
Anand Kumar
अपनी पहचान को
अपनी पहचान को
Dr fauzia Naseem shad
मेरे प्रभु राम आए हैं
मेरे प्रभु राम आए हैं
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
खूबसूरत लम्हें जियो तो सही
खूबसूरत लम्हें जियो तो सही
Harminder Kaur
Loading...