हमें वो देने ख़ुशी बेहिसाब आएगा
हमें वो देने ख़ुशी बेहिसाब आएगा
शिकायतों की मगर ले किताब आएगा
हमारी नज़रों से गर आसमान में देखो
तुम्हें हमारा नज़र माहताब आएगा
न जाम की है जरुरत न साकी की हमको
वो नैन से ही पिलाने शराब आएगा
भले बिछाए यहाँ राह में कोई काँटे
हुनर से अपने वो हो कामयाब आएगा
असर भी प्यार का ये देख अर्चना लेना
उगाने भोर नई आफताब आएगा
डॉ अर्चना गुप्ता