Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Sep 2024 · 1 min read

सजग निगाहें रखा करो तुम बवाल होंगे।

सजग निगाहें रखा करो तुम बवाल होंगे।
जवाब भी खत्म होंगे इतने सवाल होंगे।।
जो कल नहीं थे दिखाई देते वो आज आये,
नये सिरे से यहाँ सुनो अब कमाल होंगे।।

— ननकी 15/09/2024

142 Views

You may also like these posts

धन से बड़ा ध्यान।
धन से बड़ा ध्यान।
Ravikesh Jha
मारी थी कभी कुल्हाड़ी अपने ही पांव पर ,
मारी थी कभी कुल्हाड़ी अपने ही पांव पर ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
एक वही मलाल,एक वही सवाल....
एक वही मलाल,एक वही सवाल....
Ritesh Deo
बहुत टूट के बरसा है,
बहुत टूट के बरसा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मध्यम परिवार....एक कलंक ।
मध्यम परिवार....एक कलंक ।
Vivek Sharma Visha
अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है
अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है
प्रेमदास वसु सुरेखा
हाशिये पर बैठे लोग
हाशिये पर बैठे लोग
Chitra Bisht
बचपन याद किसे ना आती ?
बचपन याद किसे ना आती ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
..
..
*प्रणय*
जहरीले और चाटुकार  ख़बर नवीस
जहरीले और चाटुकार ख़बर नवीस
Atul "Krishn"
नवचेतना
नवचेतना
संजीवनी गुप्ता
*राम-विवाह दिवस शुभ आया : कुछ चौपाई*
*राम-विवाह दिवस शुभ आया : कुछ चौपाई*
Ravi Prakash
रोटी की क़ीमत!
रोटी की क़ीमत!
कविता झा ‘गीत’
तकलीफें
तकलीफें
Rekha khichi
शिवजी चले हैं ससुराल
शिवजी चले हैं ससुराल
D.N. Jha
मैं उसकी निग़हबानी का ऐसा शिकार हूँ
मैं उसकी निग़हबानी का ऐसा शिकार हूँ
Shweta Soni
विरह की वेदना
विरह की वेदना
surenderpal vaidya
हिंदी कब से झेल रही है
हिंदी कब से झेल रही है
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
खिलेंगे फूल राहों में
खिलेंगे फूल राहों में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
#सुर आज रे मन कुछ ऐसे सजा
#सुर आज रे मन कुछ ऐसे सजा
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
हिन्दू जागरण गीत
हिन्दू जागरण गीत
मनोज कर्ण
करते हैं जो हृदय- निमंत्रण झूठे हैं...
करते हैं जो हृदय- निमंत्रण झूठे हैं...
Priya Maithil
एक लड़का,
एक लड़का,
हिमांशु Kulshrestha
झील बनो
झील बनो
Dr. Kishan tandon kranti
इन आँखों में इतनी सी नमी रह गई।
इन आँखों में इतनी सी नमी रह गई।
लक्ष्मी सिंह
मैं पुरखों के घर आया था
मैं पुरखों के घर आया था
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
कहानी घर-घर की
कहानी घर-घर की
Brijpal Singh
नए साल में नए और जुनूनी विचारों के साथ जीवन की शुरुआत कीजिए
नए साल में नए और जुनूनी विचारों के साथ जीवन की शुरुआत कीजिए
Rj Anand Prajapati
4278.💐 *पूर्णिका* 💐
4278.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"मर्यादा"
Khajan Singh Nain
Loading...