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15 Sep 2024 · 1 min read

जा रहे हो तुम अपने धाम गणपति

जा रहे हो धाम गणपति
एक अरज मेरी सुन लो !
दुख भरे इस संसार से
मुझे अपना दास चुन लो !!
• विशाल शुक्ल

Language: Hindi
158 Views
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