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27 Jun 2025 · 1 min read

ज़ख़्मी हुआ है दिल ,गिरेबाँ चीर देखो यार को ,

ज़ख़्मी हुआ है दिल ,गिरेबाँ चीर देखो यार को ,
टूटा घड़ा कुम्हार का,जोड़े नहीं जुड़ता कभी ।
✍️नील रूहानी

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