चढ़ा दिया बेशक इन्हें, शूली पर लो जान
चढ़ा दिया बेशक इन्हें, शूली पर लो जान।
गया नहीं इनका मगर,दिया व्यर्थ बलिदान।
आजादी की राह में,भगत – राज – सुखदेव।
हँसते – हँसते चढ़ गए, फांसी देव त्रिदेव ।।
भारत माँ को हो रही,यही सोचकर पीर ।
अब पैदा होते नही , इनके जैसे वीर।।
रमेॆश शर्मा